1.पीएम मोदी ने यूएसए के स्वतंत्रता दिवस पर बधाई दी, ट्रंप ने कहा- भारत से प्यार करता है अमेरिका
अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और वहां के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बधाई दी। इस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्मजोशी के साथ जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट किया- ''धन्यवाद मेरे दोस्त. अमेरिका भारत से प्यार करता है।''
पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट किया कि ''मैं अमेरिका के 244 वें स्वतंत्रता दिवस पर डोनाल्ड ट्रंप और यूएसए के लोगों को बधाई देता हूं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में हम स्वतंत्रता और मानव उद्यम को महत्व देते हुए इस दिन को मनाते हैं।''
पीएम मोदी के ट्वीट के रिप्लाई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा ''धन्यवाद मेरे दोस्त. अमेरिका भारत से प्यार करता है।''
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच जारी तनाव के दौरान अमेरिका भारत के पक्ष में खुलकर सामने आ गया है। अमेरिका ने गुरुवार को चीन को खरी-खोटी सुनाई. अमेरिका ने कहा है कि चीन भारत के खिलाफ लगातार आक्रामक है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केली मैक्नेनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हवाले से कहा कि 'इलाके में भारत सहित दूसरे देशों के प्रति चीन का आक्रामक रवैया उसकी कम्युनिस्ट पार्टी वाली सत्ता का असली चेहरा है।' प्रेस सचिव ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद और तनाव के बीच अमेरिका स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका चाहता है कि इसका कोई शांतिपूर्ण समाधान निकले।
मैक्नेनी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस संबंध में सवाल पूछे जाने पर कहा, 'भारत-चीन संबंध में हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। राष्ट्रपति की नजर भी इस पर है और उन्होंने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर चीन का जो रुख है, वो चीन के बड़े स्तर पर अपनाए गए आक्रामक रुख का हिस्सा है। चीन की यह हरकतें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का असली चेहरा हैं।'
2.नेपाल : PM ओली और दहल की बैठक रही बेनतीजा, स्थायी समिति की बैठक से पहले फिर मिलने का फैसला
नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली (Nepal PM KP Sharma Oli) के राजनीतिक भविष्य पर निर्णय के लिये नेपाल की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की स्थायी समिति की अहम बैठक सोमवार को होनी है। इससे पहले, आज रविवार को नेपाली पीएम ओली और पुष्पकमल दहल प्रंचड के बीच बैठक हुई। यह बैठक खत्म हो गई है। रविवार दोपहर की इस बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकला। ओली और दहल ने सोमवार की स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग के पहले फिर मिलने का फ़ैसला किया है। ओली की निरंकुश कार्यशैली तथा उनके भारत-विरोधी बयानों को लेकर कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं में आपसी मतभेद हैं।
कम्युनिस्ट पार्टी की स्थायी समिति की बैठक पहले शनिवार को होनी थी, लेकिन ऐन वक्त पर बैठक को स्थगित करके सोमवार को रख दिया गया। यह बैठक शनिवार को बालूवतार में प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर होनी थी, जिसमें पार्टी के अंदर जारी संकट को टालने का रास्ता तलाशने पर विचार होना था। अब स्थायी समिति की बैठक सोमवार के प्रस्तावित है। बैठक स्थगित होने के बाद प्रधानमंत्री ओली के प्रेस सलाहकार सूर्य थापा ने बताया था कि लंबित मुद्दों पर सहमति बनाने के लिए नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के शीर्ष नेताओं को और वक्त की जरूरत है, इसलिए बैठक सोमवार तक के लिए स्थगित की गई है।
बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की विवादित टिप्पणी को लेकर विवाद हो गया था। ओली ने कहा था कि नेपाल के नए राजनीतिक मानचित्र के प्रकाशन के बाद उन्हें हटाने के प्रयास हो रहे हैं। उन्हें हटाने के लिए ‘‘दूतावासों और होटलों'' में कई तरह की गतिविधियां हो रही हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल के कुछ नेता भी इसमें शामिल हैं। उनकी इस टिप्पणी पर सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उनके इस्तीफे की मांग की थी।
3.चीन के चीजें छिपाने और धोखा देने के चलते कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैला : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
चीन पर एक बार फिर से हमलावार होते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश के 244वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दूसरी ''सैल्यूट टू अमेरिका '' रैली को संबोधित करते हुए कहा कि चीन से आए वायरस के अमेरिका में फैलने से पहले सबकुछ बहुत अच्छा जा रहा था। ट्रंप ने कहा कि वो देश जो लंबे समय से अमेरिका से फायदा उठा रहे थे अब उनकी जमीन पर टैरिफ की ताकत का इस्तेमाल किया गया जिसके बाद अमेरिका अच्छे व्यापारिक समझौते कर सका। अब उन्हीं देशों से अमेरिका के खजाने में कई बिलियन डॉलर जमा हुए। लेकिन चीन से आया यह वायरस अमेरिका में फैल गया।
ट्रंप ने आगे कहा, "हम गाउन,मास्क, सर्जरी का सामान बना रहे हैं... पहले यह सब दूसरे देशों में बनता था, खासकर, ये चीजें चीन से आती थीं , विडंबना यह है कि ये वायरस भी चीन से आया है।" "चीन की गोपनीयता,धोखा देने और चीजों पर पर्दा डालने से यह वायरस पूरी दुनिया में फैला, इसके लिए चीन को जिम्मेदार ठहाराया जाना चाहिए।"
कोरोना की वैक्सीन पर बोलेते हुए ट्रंप ने कहा कि "हम अविश्वसनीय तौर पर बहुत अच्छा कर रहे हैं और वैक्सीन का परीक्षण कर रहे हैं,,साथ ही अन्य उपचार के तरीकों का भी परीक्षण किया जा रहा है। मैं वैज्ञानिकों को शोधकर्ताओं को धन्यवाद कहना चाहता हूं जो कि इस दिशा में काम कर रहे हैं। इस साल के अंत तक हम कोरोना की वैक्सीन बना लेंगे।"
ट्रंप ने कहा अमेरिका में अब तक 40 मिलियन लोगों का टेस्ट किया जा चुका है, पूरी दुनिया में इतनी टेस्टिंग दुनिया के किसी भी देश में नहीं हो रही है।
4.इसरो को मिली बड़ी सफलता, मंगलयान ने भेजी मंगल ग्रह के सबसे बड़े चंद्रमा की तस्वीर
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के मंगलयान (Mars Orbiter Mission) ने मंगल ग्रह के नजदीकी और सबसे बड़े चंद्रमा फोबोस की तस्वीर भेजी है। मंगलयान पर लगे मार्स कलर कैमरा ने यह तस्वीर कैद की है। मार्स कलर कैमरा ने यह तस्वीर एक जुलाई को उस समय कैद की थी, जब मंगलयान मंगल ग्रह से 7,200 किलोमीटर और फोबोस से 4,200 किलोमीटर दूर था।
इसरो ने कहा कि यह 6 मार्स कलर कैमरा फ्रेस से ली गई यह एक समग्र तस्वीर है और उसके कलर को सही किया गया है। इसरो के अनुसार, फोबोस पर एक बहुत बड़ा गड्ढा नजर आ रहा है, जिसे स्टिकनी नाम दिया गया है। यह बहुत पहले फोबोस से आकाशीय पिंडों के टकराने से बना होगा। इसके अलावा भी कई छोटे-छोटे गढ्डे इस तस्वीर में नजर आ रहे हैं। इनका नाम स्लोवास्की, रोश और ग्रिलड्रिग रखा गया है।
मिशन में आई लागत 450 करोड़ रुपये
इसरो ने 05 नवंबर 2013 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी रॉकेट (PSLV rocket) के जरिए यह प्रक्षेपण किया था। इसमें 450 करोड़ रुपये लागत आई थी। इस मिशन का उद्देश्य मंगल की सतह और वहां खनिजों की संरचना का अध्ययन करना है। यही नहीं इसका उद्देश्य वहां के वायुमंडल में मिथेन की मौजूदगी के बारे में पड़ताल करना भी है। मंगल पर मिथेन की मौजूदगी जीवन की ओर संकेत करती है।
मिशन का उद्देश्य
इसरो ने 24 सितबंर 2014 को मार्स ऑर्बिटर मिशन के तहत मंगलयान को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में मंगल की कक्षा में स्थापित कर दिया था। इस मिशन का उद्देश्य शुरू में छह महीने के लिए था लेकिन बाद में इसरो ने कहा कि कई वर्षों तक सेवा देने के लिए इसमें पर्याप्त मात्रा में ईंधन मौजूद है। मालूम हो कि इसरो ने मंगलयान को अपने पहले ही प्रयास में मंगल की कक्षा में स्थापित कर दिया था।
पांच वैज्ञानिक उपकरण
मार्स ऑर्बिटर में पांच वैज्ञानिक उपकरण- लाइमन अल्फा फोटोमीटर, मीथेन सेंसर फॉर मार्स, मार्स एक्सोस्फेरिक न्यूट्रल कंपोजिशन एनालाइजर, मार्स कलर कैमरा और थर्मल इंफ्रारेड इमेजिंग स्पेक्ट्रोमीटर हैं।
5.ग्लोबल वार्मिंग के चलते श्रावण पूर्णिमा से पहले ही पिघल जाता है हिमलिंग
ग्लोबल वार्मिंग ने 14500 फुट की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बनने वाले हिमलिंग के अस्तित्व के लिए इस बार भी खतरा बढ़ा दिया है क्योंकि इससे हिमलिंग के वक्त से पहले गायब होने की आशंका है। कई सालों से ऐसा देखने को मिल चुका है कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के साथ-साथ ग्लोबल वार्मिंग से हिमलिंग समय से पहले लुप्त हो गए। इस बार कोरोनावायरस (Coronavirus) के चलते यात्रा सिर्फ प्रतीकात्मक तौर पर ही संपन्न होने जा रही है। इसे 21 जुलाई के दिन से 14 दिनों के लिए संपन्न करवाया जाएगा जिसमें कुल 7 हजार लोगों को शिरकत करने की इजाजत दी गई है। लेकिन दर्शनार्थ जाने वालों के लिए निराशा की बात यह हो सकती है कि शायद ही उन्हें यात्रा के प्रतीक हिमलिंग के दर्शन हो पाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग के कारण हिमलिंग इस बार भी तेजी से पिघल रहा है। यात्रा की तैयारियों से जुड़े अधिकारियों के बकौल, करीब एक माह पहले अनलाक 1.0 शुरू होने से पूर्व हिमलिंग अपने पूरे आकार में था। यह करीब 20 से 22 फुट का था। और अब इसकी ऊंचाई 11 से 12 फुट के बीच रह गई है। उनके मुताबिक, यह अब तेजी से पिघल रहा है। हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है कि हिमलिंग तेजी से पिघल रहा हो बल्कि पिछले कई सालों से यह देखने को मिल रहा है हिमलिंग यात्रा के आरंभ होने के कुछ ही दिनों के उपरांत पूरी तरह से पिघल जाता रहा है। हालांकि तब इसके लिए ग्लोबल वार्मिंग के साथ साथ उन लाखों भक्तों की सांसें भी जिम्मेदार होती थीं जो दर्शनार्थ गुफा तक पहुंचते थे। विशेषज्ञों के मुताबिक अमरनाथ ग्लेशियरों से घिरा है। ऐसे में अक्सर वहां ज्यादा लोगों के वहां पहुंचने से तापमान के बढ़ने की आशंका बनी रहती है। जिससे ग्लेशियर जल्दी पिघलते हैं। साल 2016 में भी भक्तों की ज्यादा भीड़ के अमरनाथ पहुंचने से हिमलिंग तेजी से पिघल गया था। आंकड़ों के मुताबिक उस वर्ष यात्रा के महज 10 दिन में ही हिमलिंग पिघलकर डेढ़ फीट के रह गए थे। तब तक महज 40 हजार भक्तों ने ही दर्शन किए थे। साल 2016 में प्राकृतिक बर्फ से बनने वाला हिमलिंग 10 फीट का था। जो अमरनाथ यात्रा के शुरूआती सप्ताह में ही आधे से ज्यादा पिघल गया था। ऐसे में यात्रा के शेष 15 दिनों में दर्शन करने वाले श्रद्धालु हिमलिंग के साक्षात दर्शन नहीं कर सके थे। साल 2013 में भी अमरनाथ यात्रा के दौरान हिमलिंग की ऊंचाई कम थी। उस वर्ष हिमलिंग महज 14 फुट के थे। लगातार बढ़ते तापमान के चलते वे अमरनाथ यात्रा के पूरे होने से पहले ही अंतरध्यान हो गए थे। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार साल 2013 में हिमलिंग के तेजी से पिघलने का कारण तापमान में वृद्धि था। उस वक्त पारा 34 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था।
साल 2018 में भी बाबा बर्फानी के तेजी से पिघलने का सिलसिला जारी रहा था। 28 जून से शुरू हुई 60 दिवसीय इस यात्रा में एक महीने बीतने पर करीब दो लाख 30 हजार यात्रियों ने दर्शन किए थे। मगर इसके बाद दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का बाबा बर्फानी के साक्षात दर्शन नहीं हुए। बाबा दर्शन देने से पहले ही अंतर्ध्यान हो गए थे, पर इस बार भक्त तो नदारद हैं, लेकिन ग्लोबल वार्मिंग अपना रूप जरूर दिखा रही है।
6.आयकर विभाग ने TDS फॉर्म में किए बदलाव, ये होंगे नए नियम...
आयकर विभाग ने टीडीएस फॉर्म को व्यापक बनाने के लिए इसमें कुछ बदलाव किए हैं। इनमें कर की कटौती नहीं करने के कारणों की जानकारी देने को अनिवार्य बनाना भी शामिल है। बैंकों को नए फॉर्म में एक करोड़ रुपए से अधिक की नकदी निकासी पर ‘स्रोत पर की गई कर की कटौती’ (टीडीएस) की जानकारी भी देनी होगी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक अधिसूचना के माध्यम से ई-वाणिज्य ऑपरेटरों, म्यूचुअल फंड और कारोबार न्यासों के द्वारा लाभांश वितरण, नकदी निकासी, पेशेवर शुल्क और ब्याज पर टीडीएस लगाने के लिए आयकर नियमों को संशोधित किया है। नांगिया एंड कंपनी एलएलपी के पार्टनर शैलेश कुमार ने कहा कि सरकार ने इस अधिसूचना के साथ फॉर्म 26 क्यू और 27 क्यू के प्रारूप को संशोधित किया है। फॉर्म 26 क्यू का उपयोग भारत में सरकार या कंपनियों द्वारा कर्मचारियों (भारतीय नागरिक) को वेतन के अलावा किए गए किसी भी अन्य भुगतान पर टीडीएस कटौती का तिमाही के आधार पर जानकारी देने में होता है। इसी तरह फॉर्म 27 क्यू का उपयोग अनिवासी भारतीयों को वेतन के अलावा किसी अन्य भुगतान पर टीडीएस कटौती और उसे जमा कराए जाने की जानकारी देने में होता है। कुमार ने कहा, नए फॉर्म अधिक व्यापक हैं और भुगतान करने वालों को न केवल उन मामलों की सूचना देने की आवश्यकता होगी, जिनमें टीडीएस काटा जाता है, बल्कि जिन मामलों में टीडीएस नहीं काटा गया है, अब उनकी भी सूचना देनी होगी।
सरकार ने नकदी में लेनदेन को हतोत्साहित करने के लिए 2019-20 के बजट एक वित्तीय वर्ष में एक बैंक खाते से एक करोड़ रुपए से अधिक की नकद निकासी पर दो प्रतिशत का टीडीएस लगाया था।
7.गुरु पूर्णिमा पर सचिन तेंदुलकर ने 3 गुरुओं को किया याद
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर उनके करियर को आगे बढ़ाने में अहम योगदान देने वाले तीन गुरुओं को याद करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया।
तेदुलकर ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘गुरु पूर्णिमा पर, मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देने की सीख दी और प्रेरित किया। मैं हालांकि इन तीन महानुभावों का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा।’
क्रिकेट के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल तेंदुलकर ने इस वीडियो में कहा, ‘मैं जब भी बल्ला उठाता हूं तो मेरे जेहन में तीन लोगों के नाम आते हैं, जिनकी मेरी जिंदगी में खास अहमियत है। मैं आज जो भी हूं वह इन तीन लोगों की वजह से ही हूं। सबसे पहले मेरे भाई, जो मुझे (रमाकांत) आचरेकर सर के पास ले कर गए।’
उन्होंने बड़े भाई अजित तेंदुलकर की योगदान की सराहना करते हुए कहा, ‘मैं जब भी बल्लेबाजी करने जाता था तो वह भले ही उस वक्त शारीरिक रूप से मेरे साथ नहीं रहते थे लेकिन मानसिक रूप से वह हमेशा मेरे साथ रहते थे। मैं जब भी बल्लेबाजी करने गया, उनके साथ ही गया।’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने वाले इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘जब बात आचरेकर सर की आती है तो मैं उनके बारे में क्या कहूं? उन्होंने मेरी बल्लेबाजी पर अपना काफी वक्त दिया। वह मैच और अभ्यास सत्र की मेरी सारी गलतियों का खाका तैयार करते थे । इसके बाद वह कई घंटों तक मुझे समझाते थे।’
उन्होंने इसके बाद अपने पिता का शुक्रिया करते हुए कहा, ‘आखिर में मेरे पिता जी, जिन्होंने हमेशा मुझे कहा कि कभी जल्दबाजी मत करना। खुद को बेहतरीन तरीके से तैयार करो और इन सबके ऊपर कभी अपने मूल्यों को नीचे मत गिरने देना।’
तेंदुलकर के अलावा युवराज सिंह, सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे के साथ हार्दिक पंड्या और कई अन्य खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया के जरिये अपने गुरुओं के योगदान को याद किया।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज ने भी अपने गुरुओं को याद करते हुए ट्वीट किया, ‘गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मैं अपने गुरुओं, शिक्षकों और मार्गदर्शकों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे इस लायक बनाया। मैं उनके समर्थन और मार्गदर्शन के लिए उनका अभारी हूं। मैं उनकी सीखों के साथ न्याय करने की आशा करता हूं और अपने जीवन के जरिये हमेशा दूसरों को प्रेरित करता हूं। गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं।’
सुरेश रैना ने ट्वीट किया, ‘आसान शब्दों में गुरु का अर्थ शिक्षक है और यह महादेव की सबसे बड़ी अभिव्यक्ति है। आज हम अपने सभी शिक्षकों का सम्मान करते हैं, जो हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमें उच्च स्तर तक पहुँचाते हैं। सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं।’
रहाणे ने ट्विटर पर लिखा, ‘अपने ज्ञान और बुद्धि से दूसरों को महान बनने में मदद करने वाले से बड़ा व्यक्ति कोई नहीं है। सभी गुरुओं को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं, जो हमें मार्गदर्शन देते रहते हैं।'
हार्दिक पंड्या और पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने भारतीय टीम के पूर्व कोच जॉन राइट की तस्वीर साझा कर उन्हें गुरु पूर्णिमा और जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।
8.Reliance बढ़ाएगा विमान ईंधन स्टेशनों की संख्या
अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की योजना अपने विमानन ईंधन डिपो की संख्या में 50 प्रतिशत बढ़ोतरी करने की है। इस कारोबार का बड़ा हिस्सा अभी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पास है और आरआईएल इसमें अधिक बाजार हिस्सेदारी पाना चाहती है। आरआईएल ने अपनी ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि विमानन क्षेत्र में पिछले 52 महीनों में लगातार हासिल की गई दो अंकों की वृद्धि कोरोनावायरस महामारी के चलते इस समय भले ही रुक गई हो, लेकिन भारत अगले पांच वर्षों तक सबसे तेजी से बढ़ने वाले विमानन बाजारों में बना रहेगा। किसी एक स्थान (जामनगर-गुजरात) पर दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी का संचालन करने वाली आरआईएल ने हवाई अड्डों पर विमानों में ईंधन भरने के कारोबार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना बनाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में फरवरी में भी हवाई यातायात नौ प्रतिशत बढ़ा। कोविड-19 महामारी के बाद भी मार्च में भारत सबसे बड़ा अप्रभावित बाजार था। हालांकि इसके बाद लॉकडाउन से भारतीय विमानन क्षेत्र भी प्रभावित हुआ। वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान आरआईएल ने घरेलू बाजार में अपनी हिस्सेदारी में सुधार किया। आरआईएल ने कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 के अंत तक आरआईएल अपने नेटवर्क 30 स्थानों से बढ़ाकर 45 स्थानों तक कर सकती है और भारतीय विमानन बाजार में वृद्धि के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी तरह से तैयार है। भारत में इस समय 256 विमानन ईंधन स्टेशन हैं, जिनमें से सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के पास सबसे अधिक 119 स्टेशन हैं। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के पास 61 और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पास बाकी 44 हैं।
पेट्रोलियम मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार आरआईएल 31 स्टेशनों के साथ निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी विमानन ईंधन की खुदरा विक्रेता है।
9.Corona संक्रमण के मामले में रूस को पीछे छोड़कर भारत दुनिया का तीसरा देश बना
कोरोना के कहर के कारण भारत (India) दुनियाभर में संक्रमण के मामलों में रूस
(Russia) को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। रविवार रात 10.45 तक भारत में कोरोनावायरस (Coronavirus) के केस 6 लाख 97 हजार को पार कर गए जबकि रूस में 6 लाख 81 हजार कोरोना मरीज हैं। पिछले 10 दिनों में भारत में जहां 2 लाख 919 मामले सामने आए हैं, वहीं दूसरी ओर रूस में 67 हजार 634 संक्रमित ही मिले हैं।
भारत में रविवार रात तक घातक कोरोनावायरस 19 हजार 666 लोगों की जान ले चुका था और स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 4 लाख 24 हजार 885 हैं जबकि रूस में कोरोना से 10 हजार 161 लोगों की मौत हुई है और 4 लाख 50 हजार 750 मरीज कोरोना को हराने में सफल हुए हैं।
कोरोनावायरस के दुनियाभर में सबसे ज्यादा 29 लाख संक्रमित मरीज सुपरपावर कहे जाने वाले अमेरिका (America) में हैं। दूसरे नंबर पर ब्राजील (Brazil) है। ब्राजील में 15 लाख से अधिक लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका में भारत से चार गुना से ज्यादा केस हैं जबकि ब्राजील (Brazil) में भारत से करीब दोगुने केस हैं। मौत के मामले में भी अमेरिका और ब्राजील की हालत दुनिया में सबसे खराब है।
रविवार को देश में लगातार तीसरे दिन कोरोनावायरस संक्रमण के मामले 20 हजार से अधिक आए हैं। रविवार सुबह आठ बजे जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक 4,09,082 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं, वहीं एक रोगी देश छोड़कर जा चुका है। इस समय देश में 2,44,814 रोगियों का इलाज चल रहा है।
इस तरह अब तक करीब 60.77 प्रतिशत रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी रोगी भी शामिल हैं।पिछले 24 घंटे में सामने आए मौत के 613 मामलों में 295 महाराष्ट्र से, 81 दिल्ली से, 65 तमिलनाडु से, 42 कर्नाटक से, 24 उत्तर प्रदेश से, 21 गुजरात से, 19 पश्चिम बंगाल से, 12 आंध्र प्रदेश से, नौ बिहार से, आठ जम्मू कश्मीर से, सात राजस्थान से, हरियाणा, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब और तेलंगाना से पांच-पांच, गोवा तथा झारखंड से दो-दो और हिमाचल प्रदेश से एक मामला सामने आया है।
शाम तक मिले आंकड़ों के अनुसार संक्रमण के कारण अब तक कुल 19,268 लोगों की मौत हुई है जिनमें से सर्वाधिक 8,671 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 3,004 लोगों की मौत दिल्ली में, 1,925 लोगों की मौत गुजरात में, 1,450 लोगों की मौत तमिलनाडु में, 773 की मौत उत्तर प्रदेश में, 736 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में, 598 की मौत मध्य प्रदेश में, 447 संक्रमित लोगों की मौत राजस्थान में तथा 335 रोगियों की मौत कर्नाटक में हुई है।
तेलंगाना में अब तक 288 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो चुकी है। हरियाणा में यह आंकड़ा 260 है, आंध्र प्रदेश में 218, पंजाब में 162, जम्मू-कश्मीर में 127, बिहार में 89, उत्तराखंड में 42, ओडिशा में 34 और केरल में 25 लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, झारखंड में कोरोना वायरस के कारण 17 लोगों की मौत हुई है। छत्तीसगढ़ तथा असम में 14-14 लोगों की मौत, पुडुचेरी में 12 की मौत, हिमाचल प्रदेश में 11 की मौत, चंडीगढ़ और गोवा में छह-छह लोगों की मौत और मेघालय, त्रिपुरा, लद्दाख तथा अरूणाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत कोविड-19 के कारण हुई।
10.सरकार ने अमेरिका आधारित प्रतिबंधित संगठन एसएफजे से जुड़ी 40 वेबसाइट पर लगाई रोक
प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) से जुड़ी 40 वेबसाइट पर अलगाववादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए सरकार द्वारा रोक लगा दी गई है। यह जानकारी गृह मंत्रालय ने रविवार को दी। अमेरिका स्थित सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) एक खालिस्तान समर्थक समूह है।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, 'गैर कानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम (यूएपीए), 1967 के तहत सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) एक गैरकानूनी संगठन है। उसने अपने उद्देश्य के लिए समर्थकों के पंजीकरण करने के वास्ते एक अभियान शुरू किया था। गृह मंत्रालय की सिफारिश पर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सूचना प्रौद्योगिकी कानून, 2000 के सेक्शन 69 ए के तहत एसएफजे की 40 वेबसाइट पर रोक लगाने के आदेश जारी किये।'
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) भारत में साइबर स्पेस की निगरानी करने के लिए नोडल एजेंसी है। पिछले वर्ष गृह मंत्रालय ने एसएफजे को कथित राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। एसएफजे ने अपने अलगाववादी एजेंडे के तहत सिख जनमत संग्रह पर जोर दिया था। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह संगठन खालिस्तान के उद्देश्य का खुले तौर पर समर्थन करता है और ऐसा करके भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देता है।
11.दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1 लाख के करीब पहुंचा, अब तक 3067 की जा चुकी है जान
Delhi Coronavirus Update: देश में कोरना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 6 लाख 74 हजार के करीब पहुंच गया गया है और अब तक 19 हजार 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1 लाख के बेहद करीब पहुंच गया है। दिल्ली सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश की राजधानी में बीते 24 घंटे में कोरोना के 2244 नए मामले सामने आए और इस दौरान 63 लोगों की जान चली गई। इसके साथ-साथ दिल्ली में कोरोना के अभी 99,444 मामले हैं और अब तक 3067 की जान जा चुकी है। बीते 24 घंटे में 3083 मरीज ठीक हुए हैं और ठीक होने वाले का आंकड़ा बढ़कर 71,339 हो गया है।
इस बीच दिल्ली सरकार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, NCDC,ICMR और नीति आयोग ने हाल ही में कोरोनावायरस को लेकर मौजूदा रणनीति में बदलाव करने के लिए प्लान तैयार कर लिया है। इस प्लान के अनुसार दिल्ली के सभी घरों का डोर टू डोर सर्वे करना अच्छा विकल्प नहीं है, लेकिन मोटे तौर पर दिल्ली की जनसंख्या को तीन हिस्सों में बांटकर यह काम किया जा सकता है।
ये है पूरा प्लान दिल्ली में कोविड-19 सर्विलांस और रिस्पॉन्स को मजबूत करने के लिए संशोधित रणनीति पर एक रिपोर्ट तैयार की गई है। ये रिपोर्ट नेशनल सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल (NCDC), केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, दिल्ली सरकार, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नीति आयोग ने मिलकर तैयार की है। इसके बाद अब 10 जुलाई को कोरोनावायरस को लेकर बनाई गई रणनीति की समीक्षा की जाएगी।
वर्तमान समय मे दिल्ली के सभी 11 ज़िलों में सीरो सर्वे कराया जा रहा है, जो कि 20,000 लोगों की आबादी (वयस्क और 18 वर्ष से कम आयु वर्ग दोनों) में IgM (immunoglobin M) और IgG (immunoglobin G) के मूल्यांकन के लिए कराया जायेगा। 10 जुलाई 2020 तक ये सर्वे पूरा किया जायेगा। इस सर्वे के परिणाम से कोविड-19 की ताज़ा स्तिथी, प्रतिरक्षा प्रणाली की स्थिति, और भविष्य रेखा का पता लग सकेगा। उधर, रविवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में देश में रिकॉर्ड 24,850 नए मामले सामने आए और इस दौरान 613 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ देश में कुल संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 6,73,165 पर पहुंच गई है और मौत का आंकड़ा 19268 हो गया है। वहीं रिकवरी रेट में मामूली सुधार हुआ है और यह 60.77 फीसदी पर पहुंच गया है। देश में इस खतरनाक वायरस से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 4,09,083 पर पहुंच गई है।
12.पूर्व नौकरशाह ने बनाई पॉलिटिकल पार्टी, बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का किया ऐलान
एक पूर्व नौकरशाह ने ‘राष्ट्रवादी विकास पार्टी' के नाम से नया राजनीतिक दल बनाया है और उन्होंने इस वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। पार्टी के संस्थापक अनूप श्रीवास्तव ने रविवार को कहा कि यह समाज में सामाजिक सौहार्द और समग्र विकास लाने का एक प्रयास है। भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क) के सेवानिवृत्त अधिकारी श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘यह राजनीतिक संगठन अलग तरह का होगा। यह ओछी राजनीति नहीं करेगा बल्कि समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम करेगा। हम अपने युवाओं के लिए बेहतर शिक्षा और नौकरी सुनिश्चित करना चाहते हैं।'' अखिल भारतीय आईआरएस (सीमा शुल्क एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क) अधिकारी संगठन के पूर्व अध्यक्ष श्रीवास्तव ने कहा कि पार्टी ने बिहार में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने व्यापक सदस्यता अभियान शुरू किया है और सभी जातियों, मतों एवं धर्मों के लोगों से कहा है कि हमारी पार्टी में शामिल हों। हम सामाजिक एकजुटता के लिए काम करेंगे. हमें नौकरशाहों, न्यायाधीशों और सशस्त्र बलों के कर्मियों सहित काफी संख्या में लोगों का समर्थन मिला है।''
श्रीवास्तव ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग में पार्टी का पंजीकरण जल्द से जल्द कराने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं.
13.देशभर में पिछले 24 घंटे में सामने आए 24,248 नए COVID-19 मामले, कुल आंकड़ा सात लाख के करीब
पिछले 24 घंटों के दौरान हिन्दुस्तान में 24,248 नए COVID-19 मामले सामने आने के साथ ही देश में कुल मरीज़ों का आंकड़ा सात लाख के बेहद करीब पहुंच गया है। कोरोनावायरस संक्रमण के कुल 6,97,413 पुष्ट मामलों के साथ रूस को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनियाभर में तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है। पिछले 24 घंटों में 425 मरीज़़ों ने जान गंवाई है, जिसके साथ मरने वालों का कुल आंकड़ा 19693 हो गया है। देशभर में कुल 6,97,415 पॉज़िटिव मामलों में से 2,53,287 सक्रिय मामले हैं।
देश में लगातार चौथे दिन संक्रमण के 20,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। वहीं, वायरस के प्रसार को काबू करने के मद्देनजर असम और कर्नाटक जैसे राज्य चुनिंदा जगहों पर लॉकडाउन के साथ ही प्रतिबंधों को सख्ती से लागू कर रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रविवार को देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 24,850 नए मामले सामने आने के साथ ही कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 6,73,165 हो गई है थी। रविवार को पिछले 24 घंटे में इस महामारी से 613 और लोगों की मौत के साथ रविवार को मृतक संख्या 19,268 हो गई थी।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच असम के दीमा हसाओ जिले में सोमवार से दो हफ्ते का लॉकडाउन लागू किया जाएगा। कामरूप मेट्रोपोलिटन जिले के बाद दीमा हसाओ राज्य का दूसरा जिला है जहां पूर्ण लॉकडाउन लागू किया जा रहा है। कामरूप मेट्रोपोलिटन में 28 जून से 12 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन है। इसमें मुख्य रूप से गुवाहाटी शहर आता है। वहीं, कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलुरु शहर और उपनगरीय इलाकों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर रविवार को लागू किये गए संपूर्ण लॉकडाउन को लोगों ने पूरा समर्थन दिया और इस दौरान यहां सड़कें सूनी रही। यदि कोई और अधिसूचना न जारी की गई तो पूर्ण लॉकडाउन 2 अगस्त तक हर रविवार लागू किया जाएगा। इस रविवार दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे और वाहन भी सड़कों से नदारद रहे।
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