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6th September | Current Affairs | MB Books


1. राजनाथ सिंह ने की ईरानी रक्षामंत्री से सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि ईरानी रक्षामंत्री ब्रिगेडियर जनरल आमिर हतामी के साथ हुई उनकी मुलाकात अत्यंत सार्थक रही और इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने तथा अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षामंत्रियों की बैठक में शामिल होने संबंधी अपनी तीन दिवसीय मॉस्को यात्रा के समापन के बाद लौटते हुए शनिवार को तेहरान पहुंचे थे। उन्होंने मॉस्को में रूसी, चीनी और मध्य एशियाई देशों के समकक्षों से द्विपक्षीय वार्ता की थी। उन्होंने ट्वीट किया कि तेहरान में ईरानी रक्षामंत्री ब्रिगेडियर जनरल आमिर हतामी से अत्यंत सार्थक मुलाकात हुई। हमने अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय सुरक्षा और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की।राजनाथ ने एक अन्य ट्वीट में कहा, दोनों रक्षामंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा की तथा अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता सहित क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा कि दोनों मंत्रियों की बैठक बहुत ही सोहार्दपूर्ण और गर्मजोशी के माहौल में हुई। दोनों नेताओं ने भारत और ईरान के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक, भाषायी और सभ्यतागत संबंधों पर जोर दिया।


2. 'मौलिक अधिकारों' पर आवाज उठाने वाले केशवानंद भारती का निधन

सुप्रीम कोर्ट में संविधान के बुनियादी ढांचे को अक्षुण्ण रखने को लेकर याचिका दायर करने वाले याचिकाकर्ता संत केशवानन्द भारती का आज सुबह निधन हो गया। वे केरल के कासागोड़ जिले के रहने वाले थे। वहीं पर बने उनके आश्रम में उनका निधन हुआ। वे 79 वर्ष के थे।

उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके अपनी श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने कहा कि पूज्य केशवानंद भारती देश के महान संत और समाज सुधारक थे। उन्होंने संविधान के मूल्यों को आगे बढाने और देश की संस्कृति के प्रसार में अहम योगदान दिया।

केशवानन्द भारती ने केरल के भूमिहीन किसानों को जमीन बांटने के लिए राज्य सरकार की लाए गए भूमि सुधार कानूनों को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। उस याचिका में केरल भूमि सुधार कानून 1963 को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किए जाने संबंधी 29वें संविधान संशोधन को चुनौती दी गई थी।

केशवानंद ने इस कानून को मौलिक अधिकारों का हनन बताकर इस पर रोक लगाने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए 13 सदस्यीय संविधान पीठ गठित की। जिसने 68 दिनों तक मामले की सुनवाई की। इसी सुनवाई के दौरान 'बुनियादी ढांचा सिद्धांत' निकलकर सामने आया। केशवानन्द भारती की ओर से मशहूर वकील नानी पालकीवाला ने बहस की थी।

इस चर्चित मुकदमे में 24 अप्रैल 1973 को सुप्रीम कोर्ट ने 7:6 के बहुमत के आधार पर फैसला सुनाया था। हालांकि केशवानंद भारती को मुकदमे में व्यक्तिगत राहत नहीं मिली थी। लेकिन इसकी वजह से एक महत्वपूर्ण संवैधानिक सिद्धांत प्रतिपादित हुआ जिसके तहत संशोधन के संसद के अधिकारों को सीमित किया जा सका।

3. केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन की मां का 89 वर्ष की आयु में निधन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की मां का रविवार सुबह निधन हो गया। वे 89 वर्ष की थीं। मंत्री ने

ट्विटर पर बताया कि दिल का दौरा पड़ने से उनकी मां का निधन हुआ। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, पूजनीय माताजी की इच्छानुसार, उनके निधन के तुरंत बाद, उनका नेत्रदान एम्स, दिल्ली में संपन्न हुआ। आज मैं उनकी पार्थिव देह को मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सौंपूंगा। उन्होंने कहा, उनका देहदान हम सभी को सदैव समाज के लिए जीने की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, आपको बड़े ही दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा कि धरती पर मेरे सबसे प्रिय व्यक्ति, मेरी मां का निधन हो गया है। उन्होंने कहा, वे 89 वर्ष की थीं और उन्हें आज सुबह दिल का दौरा पड़ा था। मेरी पथ प्रदर्शक के गुजर जाने से मेरे जीवन में एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है, जिसे कोई नहीं भर सकता है।

4. मोदी सरकार का नया प्लान, 69,000 पेट्रोल पंपों पर लगेंगे ईवी चार्जिंग कियोस्क

सरकार देश के करीब 69,000 पेट्रोल पंपों पर कम से कम एक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग कियोस्क लगाने पर विचार कर रही है। इस कदम से देश में बिजलीचालित वाहनों की मांग को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।

इसके अलावा सरकार कंपनियों के स्वामित्व, कंपनियों के परिचालन वाले (सीओसीओ) तथा सरकारी रिफाइनरी कंपनियों के सभी पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग कियोस्क को अनिवार्य करने पर भी विचार कर रही है।

इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग ढांचे पर समीक्षा बैठक के दौरान बिजली मंत्री आर के सिंह ने पेट्रोलियम मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों को सुझाव दिया कि वे अपने प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आने वाली पेट्रोलियम विपणन कंपनियों को सभी सीओसीओ पेट्रोल पंपों पर चार्जिंग कियोस्क लगाने का आदेश जारी कर सकते हैं।

एक सूत्र ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अन्य फ्रेंचाइजी पेट्रोल पंप परिचालकों को अपने ईंधन स्टेशनों पर कम से कम एक चार्जिंग कियोस्क लगाने की सलाह दी जा सकती है। इससे देश के सभी पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग सुविधा लगाई जा सकेगी।

पेट्रोलियम मंत्रालय के नए दिशानिर्देशों के अनुसार सभी नए पेट्रोल पंपों पर कम से कम एक वैकल्पिक ईंधन का विकल्प अनिवार्य है।

सूत्र ने कहा, ‘वैकल्पिक ईंधन के तहत ज्यादातर नए पेट्रोल पंप इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सुविधा के विकल्प को चुन रहे हैं। यदि मौजूदा पेट्रोल पंपों पर भी ईवी चार्जिंग कियोस्क लग जाता है, तो इससे देश में बिजलीचालित वाहनों को प्रोत्साहन दिया जा सकेगा।‘

उद्योग के अनुमान के अनुसार देश में करीब 69,000 पेट्रोल पंप हैं। सभी पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग सुविधा से इलेक्ट्रिक वाहनों को जबर्दस्त प्रोत्साहन मिलेगा। अभी चार्जिंग सुविधा के अभाव में लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से कतराते हैं।

बिजली मंत्रालय ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, वडोदरा ओर भोपाल में ईवी चार्जिंग ढांचा लगाने की योजना बनाई है। इसके अलावा मंत्रालय का इरादा राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी ईवी चार्जिंग ढांचा लगाने का है। इससे लोग बिजलीचालित वाहन खरीदने को प्रोत्साहित होंगे।

सूत्र ने कहा, ‘मंत्री का मानना है कि किसी शहर में दो या तीन चार्जिंग स्टेशन लगाना पैसे की बर्बादी होगा। केंद्र सरकार दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को पूरी तरह बिजलीचालित करने की तैयारी कर रही है। इसे बाद में अन्य शहरों द्वारा भी अपनाया जा सकता है।‘

5. GDP को इस वर्ष हो सकता है 20 लाख करोड़ रुपए का नुकसान, अगले साल होंगे हालात सामान्य

देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में पहली तिमाही में करीब एक-चौथाई की भारी गिरावट आने के सवाल पर पूर्व वित्त सचिव (former finance secretary) सुभाष चंद्र गर्ग (Subhash Chandra Garg) ने कहा है कि यह नुकसान देशव्यापी लॉकडाउन लगाने की रणनीति सही नहीं होने के कारण हुआ है। उनका आकलन है कि अर्थव्यवस्था को चालू वित्त वर्ष में 20 लाख करोड़ रुपए की क्षति हो सकती है।

गर्ग ने कहा कि लॉकडाउन से कोरोना वायरस महामारी का प्रसार शुरू में धीमा जरूर पड़ा लेकिन अर्थव्यवस्था को इससे कहीं ज्यादा नुकसान हुआ। गर्ग का मानना है कि आर्थिक हालात कहीं जाकर चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2021) तक ही सामान्य हो सकेंगे, तब तक देश के जीडीपी को कोविड-19 और उससे जनित प्रभावों से कुल 10-11 प्रतिशत यानी करीब 20 लाख करोड़ रुपए की क्षति हो चुकी होगी।

पूर्व प्रशासनिक अधिकारी ने अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर खास बातचीत में सुझाव दिया कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज में सुधार कर इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा सूक्ष्म और छोटे उद्यमों तक पहुंचाने तथा बेरोजगार हुए मजदूरों की विशेष सहायता करने में किया जाना चाहिए। साथ ही बुनियादी ढांचा क्षेत्र में सरकारी निवेश बढ़ाए जाने की रणनीति पर भी काम करने की जरूरत है।

गर्ग ने कहा, जब लॉकडाउन लगाया गया उस समय देश में वायरस की शुरुआत ही हो रही थी। लॉकडाउन से उस समय इसका प्रसार धीमा हुआ, ज्यादा तेजी से नहीं फैला, लेकिन इस दौरान देश की स्थिति को देखते हुए अर्थव्यवस्था को नुकसान ज्यादा हुआ है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद वायरस फैलने की गति बढ़ी है। पर बेहतर होता कि अर्थव्यवस्था से समझौता किए बिना महामारी पर अंकुश लगाने के प्रयास किए जाते।

पूर्व वित्त सचिव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था का आकार 10 से 11 प्रतिशत तक कम हो सकता है। पहली तिमाही में 23.9 प्रतिशत की गिरावट के बाद दूसरी तिमाही में यह गिरावट 12 से 15 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4 से 5 प्रतिशत रह सकती है। चौथी तिमाही में कहीं जाकर स्थिति सामान्य हो सकती है। कुल मिलाकर 2020-21 में जीडीपी 10 से 11 प्रतिशत तक कम रह सकती है। यानी आंकड़ों में बात करें तो इसमें 20 लाख करोड़ रुपए की कमी आएगी।

जीडीपी में गिरावट आने का मतलब है सबकी आय में कमी। आमदनी घटने से खर्च कम होता है और आर्थिक गतिविधियों का नुकसान होता है। वर्ष 2020- 21 के बजट पत्रों में इससे पिछले वित्त वर्ष (2019-20) में देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 2,04,42,233 करोड़ रुपए रहने का संशोधित अनुमान लगाया गया है।

गर्ग ने कहा कि लॉ’कडाउन से सूक्ष्म, लघु उद्योगों को बड़ा झटका लगा है। कुल मिलाकर 7.5 करोड़ के करीब सूक्ष्म, लघु, मझोले उद्यम (एमएसएमई) हैं। उनकी मदद की जानी चाहिए। आत्मनिर्भर भारत के तहत जो योजनाएं पेश की गईं हैं उनका लाभ 40- 45 लाख को ही मिल पा रहा है। एमएसएमई में एक बड़ा वर्ग है जो अभी भी अछूता है सरकार को उन्हें सीधे अनुदान देना चाहिए।

गर्ग ने कहा, दूसरा वर्ग 10-12 करोड़ के करीब कामगारों का है जिनके पास कोई काम नहीं रहा, उनका रोजगार नहीं रहा, उनकी मदद की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रणनीति के तीसरे हिस्से के तहत-सरकार को समग्र अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न ढांचागत क्षेत्रों में पूंजी व्यय बढ़ाना चाहिए। कई क्षेत्रों में नीतिगत समस्याएं आड़े आ रही हैं उन्हें दूर किया जाना चाहिए। पहली तिमाही में पूंजी निवेश में भारी कमी आई है, उस तरफ ध्यान देना चाहिए।

वर्ष 1983 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी गर्ग मार्च से जुलाई 2019 तक ही वित्त सचिव रहे। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के जुलाई 2019 में पेश पहले पूर्ण बजट में ‘सावरेन बांड के प्रस्ताव को लेकर वह चर्चा में आए। इस मुद्दे पर सरकार की किरकिरी होने पर उन्हें वित्त मंत्रालय से हटाकर बिजली मंत्रालय में भेज दिया गया, जिसके बाद उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली।

नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर अभी भी असर बने रहने के सवाल पर गर्ग ने कहा, मुझे नहीं लगता कि नोटबंदी का असर अभी भी बना हुआ है। नोटबंदी का असर अस्थायी रहा। अर्थव्यवस्था में अनौपचारिक गतिविधियों का बड़ा हिस्सा था। इसमें ज्यादातर भुगतान नकद में होता रहा है। करीब 25 से 30 प्रतिशत अनौपचारिक अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी का भारी असर पड़ा।

लेकिन इसका एक असर यह भी हुआ कि असंगठित क्षेत्र का काफी कारोबार संगठित क्षेत्र में होने लगा और उनमें लेनदेन औपचारिक प्रणाली में परिवर्तित हुआ। इस प्रकार नोटबंदी का असर अस्थायी ही रहा है। नोटबंदी के बाद के वर्षों में आर्थिक वृद्धि में सुधार आया है।

6. बटलर की धमाकेदार पारी से इंग्लैंड सीरीज जीतकर T20 में बना नंबर वन

जोस बटलर ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए नाबाद 77 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिससे इंग्लैंड ने रविवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर 3 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की। इस जीत से इंग्लैंड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की टी20 रैकिंग में ऑस्ट्रेलिया की जगह नंबर एक स्थान भी सुनिश्चित कर दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती झटकों से उबरकर 7 विकेट पर 157 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। बटलर की 54 गेंद पर 8 चौकों और दो छक्कों की मदद से खेली गई पारी तथा डेविड मालन (32 गेंदों पर 42 रन, 7 चौके) के साथ 87 रन की साझेदारी से इंग्लैंड ने 18.5 ओवर में चार विकेट पर 158 रन बनाकर जीत दर्ज की।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पांच ओवर तक तीन विकेट पर 30 रन था जो कप्तान आरोन फिंच (33 गेंदों पर 40) और मार्कस स्टोइनिस (26 गेंदों पर 35) के आउट होने से 13 ओवर में 5 विकेट पर 89 रन हो गया। ग्लेन मैक्सवेल (18 गेंदों पर 26) और एस्टन एगर (20 गेंदों पर 23) की पारियों से ऑस्ट्रेलिया अंतिम सात ओवरों में 68 रन जोड़ने में सफल रहा।

इंग्लैंड ने भी जॉनी बेयरस्टॉ (9) का विकेट जल्दी गंवा दिया जो हिटविकेट होकर पैवेलियन लौटे। इसके बाद बटलर और मालन ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली। ये दोनों स्कोर 100 रन के पार ले गए लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने शिकंजा कस दिया। एगर (27 रन देकर 2) ने मालन और टॉम बैंटन (2) को जबकि एडम जंपा (42 रन देकर 1) ने कप्तान इयोन मोर्गन (7) को आउट करके मैच को रोमांचक बना दिया।

जब इंग्लैंड के बल्लेबाज काफी दबाव में थे, तब फिंच का जंपा को 19वां ओवर सौंपने का फैसला गलत साबित हुआ। इस लेग स्पिनर ने पांच गेंद के अंदर 18 रन दे दिए। मोइन अली (6 गेंद पर नाबाद 13) ने छक्का और चौका लगाया जबकि बटलर ने विजयी छक्का जड़ा।

इससे पहले इंग्लैंड के लिए आदिल राशिद और मार्क वुड (दोनों 4 ओवर में 25 रन देकर 1) ने किफायती गेंदबाजी की जबकि क्रिस जोर्डन (40 रन देकर 2) सबसे सफल गेंदबाज रहे। पैट कमिन्स (5 गेंद पर नाबाद 13) ने पारी के अंतिम ओवर में जोफ्रा आर्चर (31 रन देकर 1) का गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ा।

ऑस्ट्रेलिया ने आर्चर की तीसरी गेंद पर ही विस्फोटक डेविड वॉर्नर का विकेट गंवा दिया, जिन्होंने अंपायर के फैसले को चुनौती भी दी लेकिन रीप्ले से साफ हो गया कि गेंद उनके दस्तानों को चूमकर गई थी। ऊपरी क्रम में भेजे गए अलेक्सी कैरी (2) ने मार्क वुड के अगले ओवर में विकेटकीपर जोस बटलर को कैच दे दिया।

अनुभवी स्टीव स्मिथ (10) को इयोन मोर्गन ने अपने चपल क्षेत्ररक्षण से पैवेलियन भेजा। इसके बाद फिंच और स्टोइनिस ने चौथे विकेट के लिए 49 रन जोड़े लेकिन इन दोनों के 10 रन के अंदर आउट हो जाने से टीम फिर से बैकफुट पर चली गई। फिंच ने 4 चौके और दो छक्के जबकि स्टोइनिस ने भी 2 चौके और इतने ही छक्के लगाए।

मैक्सवेल और एगर ने कुछ आकर्षक शॉट खेले। मैक्सवेल ने जोर्डन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देने से पहले टॉम कुर्रेन पर लांग ऑन पर छक्का भी लगाया। आर्चर ने अपने आखिरी ओवर में 18 रन दिए जिसमें कमिन्स का चौका और छक्का भी शामिल है। तीसरा और अंतिम टी20 इसी मैदान पर 8 सितंबर को खेला जाएगा।

7. IPL Schedule : रोहित और धोनी की टक्कर से शुरु होगी IPL-13 की जंग

गत चैंपियन मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और उपविजेता चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के बीच 19 सितंबर को अबु धाबी में होने वाले विस्फोटक मुकाबले के साथ ड्रीम 11 आईपीएल-13 (IPL-13) की जंग शुरु हो जाएगी। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण आईपीएल का इस बार संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक आय़ोजन किया जा रहा है।

आईपीएल की संचालन परिषद ने टूर्नामेंट के शुरु होने में 13 दिन शेष रहते रविवार को इस कार्यक्रम की घोषणा की। पहला मुकाबला पिछले संस्करण की दो फाइनलिस्ट टीमों मुंबई और चेन्नई के बीच खेला जाएगा।

रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई ने 4 बार यह खिताब जीता है जबकि महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई टीम 3 बार चैंपियन रही है। टूर्नामेंट के मैच यूएई के तीन शहरों दुबई, शारजाह और अबु धाबी में खेले जाएंगे। टूर्नामेंट के प्लेऑफ मैचों के स्थल और कार्यक्रम की घोषणा बाद में की जाएगी।

टूर्नामेंट की 19 सितंबर को शुरुआत के बाद 20 सितंबर को दुबई में पहला और टूर्नामेंट का दूसरा मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेला जाएगा जबकि 21 सितंबर को दुबई में ही सनराइजर्स हैदराबाद का सामना विराट कोहली के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से होगा।

शारजाह में पहला और टूर्नामेंट का चौथा मुकाबला 22 सितंबर को खेला जाएगा जहां राजस्थान रॉयल्स का सामना धोनी की चेन्नई से होगा। यह मुकाबला चेन्नई का टूर्नामेंट में दूसरा मैच होगा। इसके बाद 23 सितंबर को अबु धाबी में दो बार की विजेता कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की टक्कर मुंबई से होगी।

आईपीएल में 10 बार एक दिन में दो मुकाबले खेले जाएंगे। दो मैचों वाले दिन पहला मुकाबला भारतीय समयानुसार दोपहर साढ़े तीन बजे और दूसरा मुकाबला शाम साढ़े सात बजे से शुरु होगा। शाम के सभी मैच भारतीय समयानुसार साढ़े 7 बजे से खेले जाएंगे। दुबई में 24, अबु धाबी में 20 और शारजाह में 12 मुकाबले खेले जाएंगे।

लीग दौर के कुल 56 मैचों का आखिरी मैच तीन नवम्बर को शारजाह में सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के बीच खेला जाएगा। प्लेऑफ और फाइनल के स्थलों की घोषणा बाद में की जाएगी।

अबु धाबी साढ़े 3 बजे वाले 5 मैचों, दुबई 4 मैचों और शारजाह 1 मैच का आयोजन करेगा। सभी टीमें दिन वाले कम से कम दो मैच खेलेंगी जबकी बेंगलुरु, कोलकाता, राजस्थान और हैदराबाद दिन के 3-3 मैच खेलेंगी।

मुंबई और कोलकाता अपने लीग मैचों में से 8 मैच अबु धाबी में खेलेंगी जबकि हैदराबाद अपने 8 मैच दुबई में खेलेगी। चेन्नई, पंजाब, बेंगलुरु और दिल्ली अपने 7 मैच दुबई में खेलेंगी। राजस्थान अपने पांच मैच अबू धाबी में और 6 मैच दुबई में खेलेगी। सभी टीमों के शारजाह में 3-3 मैच होंगे।

लीग दौर 46 दिनों तक चलेगा और आखिरी लीग मैच 3 नवम्बर को होगा। आईपीएल प्लेऑफ और फाइनल की तारीखें और स्थल तथा महिला टी-20 लीग का कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा।

आईपीएल 2020 का कार्यक्रम इस प्रकार है

....तारीख..........समय.........स्थल.........................टीमें

19 सितंबर......साढ़े सात.....अबु धाबी.........मुंबई बनाम चेन्नई

20 सितंबर.......साढ़े सात.....दुबई..............दिल्ली बनाम पंजाब

21 सितंबर.......साढ़े सात.....दुबई..............हैदराबाद बनाम बेंगलुरु

22 सितंबर.......साढ़े सात.....शारजाह..........राजस्थान बनाम चेन्नई

23 सितंबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी........कोलकाता बनाम मुंबई

24 सितंबर.......साढ़े सात.....दुबई..............पंजाब बनाम बेंगलुरु

25 सितंबर.......साढ़े सात.....दुबई..............चेन्नई बनाम दिल्ली

26 सितंबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी.........कोलकाता बनाम हैदराबाद

27 सितंबर.......साढ़े सात.....शारजाह...........राजस्थान बनाम पंजाब

28 सितंबर.......साढ़े सात......दुबई...............बेंगलुरु बनाम मुंबई

29 सितंबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी..........दिल्ली बनाम हैदराबाद

30 सितंबर.......साढ़े सात.....दुबई................राजस्थान बनाम कोलकाता

01 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी..........पंजाब बनाम मुंबई

02 अक्टूबर.......साढ़े सात......दुबई...............चेन्नई बनाम हैदराबाद

03 अक्टूबर.......साढ़े तीन.....अबु धाबी...........बेंगलुरु बनाम राजस्थान

03 अक्टूबर.......साढ़े सात.....शारजाह.............दिल्ली बनाम कोलकाता

04 अक्टूबर.......साढ़े तीन.....शारजाह..............मुंबई बनाम हैदराबाद

05 अक्टूबर.......साढ़े सात......दुबई.................बेंगलुरु बनाम दिल्ली

06 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी............मुंबई बनाम राजस्थान

07 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी............कोलकाता बनाम चेन्नई

08 अक्टूबर.......साढ़े सात.....दुबई..................हैदराबाद बनाम पंजाब

09 अक्टूबर.......साढ़े सात.....शारजाह..............राजस्थान बनाम दिल्ली

10 अक्टूबर.......साढ़े तीन.....अबु धाबी.............पंजाब बनाम कोलकाता

10 अक्टूबर.......साढ़े सात.....दुबई...................चेन्नई बनाम बेंगलुरु

11 अक्टूबर.......साढ़े तीन.....दुबई...................हैदराबाद बनाम राजस्थान

11 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी.............मुंबई बनाम दिल्ली

12 अक्टूबर.......साढ़े सात.....शारजाह..............बेंगलुरु बनाम कोलकाता

13 अक्टूबर.......साढ़े सात.......दुबई.................हैदराबाद बनाम चेन्नई

14 अक्टूबर.......साढ़े सात......दुबई..................दिल्ली बनाम राजस्थान

15 अक्टूबर.......साढ़े सात.....शारजाह..............बेंगलुरु बनाम पंजाब

16 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी.............मुंबई बनाम कोलकाता

17 अक्टूबर.......साढ़े तीन.......दुबई.................राजस्थान बनाम बेंगलुरु

17 अक्टूबर.......साढ़े सात......शारजाह.............दिल्ली बनाम चेन्नई

18 अक्टूबर.......साढ़े तीन.......अबु धाबी...........हैदराबाद बनाम कोलकाता

18 अक्टूबर.......साढ़े सात......दुबई..................मुंबई बनाम पंजाब

19 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी.............चेन्नई बनाम राजस्थान

20 अक्टूबर.......साढ़े सात.....दुबई...................पंजाब बनाम दिल्ली

21 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी..............कोलकाता बनाम बेंगलुरु

22 अक्टूबर.......साढ़े सात.....दुबई....................राजस्थान बनाम हैदराबाद

23 अक्टूबर.......साढ़े सात.....शारजाह................चेन्नई बनाम मुंबई

24 अक्टूबर.......साढ़े तीन.....अबु धाबी...............कोलकाता बनाम दिल्ली

24 अक्टूबर.......साढ़े सात.....दुबई.....................पंजाब बनाम हैदराबाद

25 अक्टूबर.......साढ़े तीन.....दुबई.....................बेंगलुरु बनाम चेन्नई

25 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी...............राजस्थान बनाम मुंबई

26 अक्टूबर.......साढ़े सात.....शारजाह.................कोलकाता बनाम पंजाब

27 अक्टूबर.......साढ़े सात.....दुबई.....................हैदराबाद बनाम दिल्ली

28 अक्टूबर.......साढ़े सात....अबु धाबी................मुंबई बनाम बेंगलुरु

29 अक्टूबर.......साढ़े सात.....दुबई.....................चेन्नई बनाम कोलकाता

30 अक्टूबर.......साढ़े सात.....अबु धाबी...............पंजाब बनाम राजस्थान

31 अक्टूबर.......साढ़े तीन.....दुबई.....................दिल्ली बनाम मुंबई

31 अक्टूबर.......साढ़े सात.....शारजाह.................बेंगलुरु बनाम हैदराबाद

01 नवंबर.......साढ़े तीन.....अबु धाबी..................चेन्नई बनाम पंजाब

01 नवंबर.......साढ़े सात.......दुबई......................कोलकाता बनाम राजस्थान

02 नवंबर.......साढ़े सात......अबु धाबी.................दिल्ली बनाम बेंगलुरु

03 नवंबर.......साढ़े सात........शारजाह.................हैदराबाद बनाम मुंबई

8. नहीं बिकेंगे ONGC के अहमदाबाद और वडोदरा के गोल्फ कोर्स

सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) अहमदाबाद और वडोदरा में अपने गोल्फ कोर्स को विनिवेश से बचाने में कामयाब रही है। विनिवेश विभाग ने कंपनी की गैर-प्रमुख संपत्तियों की बिक्री का विचार टाल दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने मई, 2019 में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के गोल्फ कोर्स और स्पोर्ट्स क्लब को गैर-प्रमुख संपत्तियां करार देते हुए इनके मौद्रिकरण की मंशा जताई थी। दीपम ने अहमदाबाद और वडोदरा में ओएनजीसी के दो गोल्फ कोर्स को गैर-प्रमुख संपत्तियों के रूप में सूचीबद्ध किया था। विभाग ने कहा था कि सरकार के लिए पैसा जुटाने के लिए इनकी बिक्री निजी डेवलपर्स को किए जाने की जरूरत है, लेकिन अहमदाबाद का गोल्फ कोर्स एक तेल क्षेत्र के बीच में है। इसमें तेल के कुएं है। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दीपम ने इन दो गोल्फ कोर्स को बिक्री की सूची से कुछ सप्ताह पहले हटा दिया है। ओएनजीसी ने विभाग के सामने दलील दी थी कि इन गोल्फ कोर्स की बिक्री का मतलब निजी डेवलपर को उत्पादन वाले कुएं सौंपना भी होगा। इसके साथ ही ओएनजीसी ने कहा था कि गोल्फ कोर्स जिस जमीन पर हैं वह उसकी नहीं है। यह जमीन स्थानीय नगर निगम से दीर्घावधि के पट्टे पर ली गई है। कंपनी के पास जिस जमीन का स्वामित्व नहीं है उसे बेचा नहीं जा सकता। अहमदबाद का 9-होल गोल्फ कोर्स ओएनजीसी के परिचालन वाले 15.69 वर्ग किलोमीटर के मोटेरा तेल क्षेत्र में है। मोटेरा तेल क्षेत्र के पांच कुओं में से दो गोल्फ कोर्स में हैं। मोटेरा से प्रतिदिन 245 बैरल तेल और 16,000 घनमीटर गैस का उत्पादन होता है। सूत्रों ने बताया कि ओएनजीसी ने दीपम से कहा कि अहमदाबाद के गोल्फ कोर्स से उत्पादन हो रहा है। राजस्व देने वाली संपत्तियों को गैर-प्रमुख संपत्ति करार नहीं दिया जा सकता। दीपम ने पिछले साल सरकारी विभागों और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के जमीन के टुकड़ों तथा गैर-प्रमुख संपत्तियों के आकलन की प्रक्रिया शुरू की थी। इसी के तहत दीपम ने ओएनजीसी के अहमदाबाद और वडोदरा के गोल्फ कोर्स तथा भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (बीपीसीएल) के मुंबई के चेंबूर के स्पोर्ट्स क्लब को चिन्हित किया था।

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