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3rd November | Current Affairs | MB Books


1. मिशन सागर II : आईएनएस ऐरावत पोर्ट सूडान पहुंचा

भारतीय नौसेना जहाज ऐरावत ने मिशन सागर के चरण II के भाग के रूप में पोर्ट सूडान में प्रवेश किया। मिशन सागर के तहत, भारत वर्तमान में अपने मित्र देशों को COVID-19 महामारी और प्राकृतिक आपदाओं से उबरने में सहायता प्रदान कर रहा है। आईएनएस ऐरावत 100 टन खाद्य सहायता की खेप लेकर जा रहा है।

मुख्य बिंदु

मिशन सागर के चरण II में, INS ऐरावत सूडान, जिबूती, दक्षिण सूडान और इरिट्रिया को खाद्य सहायता पहुंचाएगा। यह चरण विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के साथ निकट समन्वय में कार्यान्वित किया जा रहा है।

मिशन सागर के पहले चरण के तहत भारत सेशेल्स, मेडागास्कर, कोमोरोस, मॉरीशस और मालदीव जैसे देशों को सहायता प्रदान की। इस चरण के दौरान, भारत ने मुफ्त भोजन सहायता और दवाएं प्रदान कीं। इस मिशन के पहले चरण में, आईएनएस केसरी को तैनात किया गया था।

मिशन सागर

SAGAR का पूर्ण स्वरुप Security and Growth for All in the Region है। इसे 2015 में हिंद महासागर क्षेत्र की रणनीतिक दृष्टि के तहत लॉन्च किया गया था। SAGAR के तहत, भारत का लक्ष्य अपने समुद्री पड़ोसियों के साथ आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करना है। साथ ही, भारत हिंद महासागर क्षेत्र में राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा।

मिशन सागर को भारत की अन्य नीतियों जैसे प्रोजेक्ट सागरमाला, प्रोजेक्ट मौसम, एक्ट ईस्ट पॉलिसी के साथ संयोजन के रूप में देखा जाता है।

प्रोजेक्ट सागरमाला

सागरमाला का लक्ष्य भारत के तटों के आसपास बंदरगाहों की एक श्रृंखला विकसित करना है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य देश की 7,500 किलोमीटर लंबी तटरेखा में बंदरगाह के नेतृत्व में विकास को बढ़ावा देना है। अंतर्देशीय जलमार्ग, रेल, सड़क और तटीय सेवाओं के विस्तार के माध्यम से विकास किया जायेगा। शिपिंग मंत्रालय इस योजना को लागू करने वाली नोडल एजेंसी है।


2. भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने बंगाल की खाड़ी में नौसेना युद्धाभ्यास शुरू किया

विशाखापट्टनम तट से कुछ ही दूर मालाबार नौसेना अभ्यास 2020 (Phase 1 Malabar-20) आज शुरू हो गया। मालाबार 2020 नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में विशाखापट्टनम तट से शुरू हुआ। यह अभ्यास 6 नवंबर तक चलेगा। इस नौसेना अभ्यास में भारत और इसके मित्र देश अमेरिका, जापान व जापान शामिल हैं। इसमें अमेरिका का गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर यूएसएस जॉन एस मैकेन, ऑस्ट्रेलिया की लॉन्ग रेंज फ्रिगेट एचएमएएस बलारात ( Ballarat ) और एमएच 60 हेलीकॉप्टर हिस्सा ले रहे हैं। जापान की ओर से उसका डिस्ट्रॉयर जेएस ओनामी और इंटीग्रल एसएच हेलीकॉप्टर हिस्सा ले रहा है।

भारतीय नौसेना की ओर से डिस्ट्रॉयर आईएनएस रणविजय, फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक, ऑफ शोर पेट्रोल वेसेल आईएनएस सुकुन्या, फ्लीट सपोर्ट शिप आईएनएस शक्ति और सबमरीन आईएनएस सिन्धुराज नौसैनिक अभ्यास में शामिल हैं।

मालाबार अभ्यास का दूसरा चरण 17 से 20 नवंबर के बीच अरब सागर में होगा। चीन इस अभ्साय को हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में इन चारों देशों के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देख रहा है और इसे अपने लिए खतरा मान रहा है।

सन 1992 से भारत और अमेरिका के बीच इस नौसैनिक अभ्यास का सिलसिला शुरू हुआ था। अब इसमें चार मित्र देश शामिल हो चुके हैं। सन 2015 में जापान और इस साल ऑस्ट्रेलिया शामिल हुआ। यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब सीमा पर भारत और चीन के बीच तनातनी चरम पर है। यही नहीं चीन के अमेरिका के साथ संबंधों में भी तनाव है।

चीन के जापान से पहले से ही काफ़ी मतभेद रहे हैं और अब ऑस्ट्रेलिया से भी चीन के रिश्ते ख़राब हो रहे हैं। ऐसे में जब इन चारों देशों की नौसेनाएं अपने युद्धपोतों के साथ बंगाल की खाड़ी में उतर रही हैं तो चीन का तनाव बढ़ना लाज़िमी है।


3. भारतीय तटरक्षक जहाज C-452 को कमीशन किया जाएगा

3 नवंबर, 2020 को L&T द्वारा डिजाइन और निर्मित ICGS C-452 को कमीशन किया जायेगा। इस जहाज का निर्माण भारत में मेक इन इंडिया पहल के तहत किया गया था।

मुख्य बिंदु

इससे पहले, रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने गोवा में ICGS सचेत और दो अन्य इंटरसेप्टर नौकाओं C-451 और C-450 का कमीशन किया था।

भारतीय तटरक्षक बल

यह एक सशस्त्र बल और समुद्री कानून प्रवर्तन एजेंसी है। इसे 1978 में कोस्ट गार्ड एक्ट, 1978 के तहत स्थापित किया गया था। यह रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है। भारतीय तटरक्षक बल राज्य पुलिस बलों, राजस्व विभाग, मत्स्य पालन विभाग और भारतीय नौसेना के साथ मिलकर काम करता है। इंडियन कोस्ट गार्ड के चार मुख्य क्षेत्रीय मुख्यालय पोर्ट ब्लेयर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और गांधीनगर में स्थित हैं।

नागचौधरी समिति

1960 के दशक में भारत में समुद्र में होने वाली तस्करी की गतिविधियाँ बढ़ गईं थी। नागचौधरी समिति का गठन इस समस्या का समाधान खोजने के लिए किया गया था। 1971 में, इस समिति ने भारत की विशाल तट रेखा की सुरक्षा के लिए एक गश्ती सेवा बनाने की सिफारिश की थी।

रुस्तमजी समिति

यह 1974 में गठित की गयी थी। इस समिति ने भारतीय तटरक्षक सेवा स्थापित करने की सिफारिश की थी।

आईसीजी की सेवारत्त विमान

वर्तमान में डॉर्नियर, एचएएल ध्रुव और एचएएल चेतक जैसे विमान भारतीय तटरक्षक बल की सेवा कर रहे हैं। डोर्नियर संयुक्त रूप से भारत और जर्मनी द्वारा विकसित किया गया था। ध्रुव भारत में विकसित किया गया था और एचएएल चेतक भारत और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया था।

आईसीजी के वेसल

वर्तमान में भारतीय तटरक्षक बल की सेवा करने वाले जहाज समुद्र क्लास, समर्थ क्लास, विक्रम क्लास, विश्वस्त क्लास, संकल्प क्लास और समर क्लास हैं।

फास्ट पैट्रोल वेसल

आईसीजी के फास्ट पैट्रोल वेसल हैं : आदेश क्लास, राजश्री क्लास, रानी अब्बाका क्लास, प्रियदर्शनी क्लास और सरोजिनी नायडू क्लास।

गश्ती नौका

इंडियन कोस्ट गार्ड में कार्यरत पैट्रोल बोट्स भारती क्लास, एबीजी क्लास, एलएंडटी क्लास, एएमपी क्लास हैं।


4. हर्षवर्धन ने महिला वैज्ञानिकों को सहायता देने के लिए शुरू की SERB-POWER योजना

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन द्वारा 'SERB - POWER' योजनाओं की शुरूआत की गई हैं, जिनका उद्देश्य प्रख्यात महिला शोधकर्ताओं को उभरने और सहयोग करने के साथ-साथ विज्ञान और इंजीनियरिंग के प्रमुख क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास गतिविधियों में संलग्न करना है।

SERB-POWER का पूरा नाम Science and Engineering Research Board – Promoting Opportunities For Women in Exploratory Research है, यानि विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड - खोजपूर्ण अनुसंधान में महिलाओं के लिए अवसरों को प्रोत्साहित करना है।

यह योजना भारतीय शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान और विकास प्रयोगशालाओं में विभिन्न S&T कार्यक्रमों में विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान के वित्तपोषण में लैंगिक असमानता को कम करने के लिए तैयार की गई है, ताकि अनुसंधान और विकास गतिविधियों में लगी भारतीय महिला वैज्ञानिकों के लिए समान पहुंच और अधिक अवसरों को सुनिश्चित किया जा सके।


5. पश्चिम बंगाल में खोला जाएगा भारत का पहला 'टायर पार्क'

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जल्द ही भारत का पहला "टायर पार्क" स्थापित होने जा रहा है, जहाँ स्क्रैप और खराब हो चुके पुर्जो से बनी कलाकृतियाँ को प्रदर्शित की जाएगा।

इस टायर पार्क का शुभारंभ पश्चिम बंगाल परिवहन निगम करेगा।

टायर पार्क, जो एस्प्लेनेड क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा, इसमें एक छोटा कैफे होगा जहां लोग बैठकर आराम कर सकेंगे और टायर से बने शिल्प कौशल का आनंद उठा सकेंगे।

किसी भी स्क्रैप सामग्री को अपशिष्ट के रूप में लेबल नहीं किया जाएगा, बल्कि इसका पुन: उपयोग किया जाएगा और इसे कला के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

विभिन्न बस डिपो में कचरे के रूप में पड़े स्क्रैप टायर, WBTC की इन-हाउस टीम द्वारा फिर से बनाए गए और रंगीन आकृतियों में परिवर्तित किए गए हैं।


6. शेन वॉटसन ने क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास लेने का किया ऐलान

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर और चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के सलामी बल्लेबाज शेन वॉटसन (Shane Watson) ने मंगलवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया। 39 वर्षीय वॉटसन ने मंगलवार को संन्यास (Retirement) के निर्णय की आधिकारिक घोषणा करते हुए एक वीडियो जारी किया।

वॉटसन ने ट्वीट कर बताया, 'इस शानदार अध्याय को समाप्त करना काफी मुश्किल भरा है लेकिन मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं। मैं वास्तव में आभारी हूं कि मैंने यह अद्भुत सपना जिया। अब अगली रोमांचक यात्रा की तैयारी है।'

वर्ष 2018 में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी ने अब फ्रेंचाइजी क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया है। इससे पहले सोमवार को शेन वॉटसन ने आईपीएल को अलविदा कह दिया था। उनकी टीम चेन्नई सुपर किंग्स इस बार आईपीएल के प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी और तालिका में सातवें स्थान पर रही। आईपीएल के मौजूदा सत्र में 11 मैचों में 299 रन बनाए थे।

वॉटसन ने 2008 में राजस्थान रॉयल्स और 2018 में चेन्नई के साथ खिताब जीता। वह 2008 और 2013 में दो बार 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' रहे। वॉटसन ने आईपीएल में 3 टीमों की तरफ से कुल 145 मैच खेले और 137.91 के स्ट्राइक रेट से 3874 रन बनाए। Olymp Trade

उन्होंने आईपीएल में 4 शतक बनाए और एक हैट्रिक सहित कुल 92 विकेट लिए। वह राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान भी रह चुके हैं।


7. BCCI ने Jio को बनाया महिला T-20 चैलेंज का टाइटल स्पोंसर

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 1 नवंबर, 2020 को Jio को 4 नवंबर से 9 नवंबर, 2020 तक शारजाह में आयोजित होने वाली महिला T-20 चैलेंज का टाइटल स्पोंसर (प्रमुख प्रायोजक) घोषित किया है।

हालांकि, मौजूदा कोविड ​​-19 महामारी के कारण, इस बात पर संदेह है कि ये खेल इस साल आयोजित होंगे या नहीं। BCCI के अध्यक्ष, सौरव गांगुली ने अगस्त, 2020 में यह पुष्टि की थी कि, ये खेल IPL प्ले-ऑफ के साथ खेले जाएंगे।

BCCI द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, श्री गांगुली ने यह कहा है कि, हमें उम्मीद है कि, महिलाओं का यह टी -20 चैलेंज मैच देश की और ज्यादा युवा लड़कियों को इस खेल को एक पेशे के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करेगा और माता-पिता को यह विश्वास दिलाएगा कि, क्रिकेट उनकी बेटियों के लिए एक शानदार करियर अवसर है।

इस खेल का टाइटल स्पोंसर होने पर Jio का बयान

रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन, नीता अंबानी ने इस खबर पर टिप्पणी करते हुए यह कहा है कि, कंपनी का उद्देश्य महिलाओं के टी - 20 चैलेंज के खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण, बुनियादी सुविधाओं, पुनर्वास सुविधाओं की पेशकश सुनिश्चित करना है।

उन्होंने कहा कि, मिताली राज, अंजुम चोपड़ा, हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और पूनम यादव जैसे खिलाड़ी महान रोल मॉडल हैं और रिलायंस भविष्य में, उनके लिए अधिक सफलता और गौरव की कामना करता है।

2020 महिला टी -20 चैलेंज: मुख्य विशेषताएं

मार्च में टी 20 विश्व कप के बाद पहली बार भारतीय खिलाड़ी खेल के लिए मैदान में उतरेंगे।

IPL फ़ाइनल से एक दिन पहले अर्थात 9 नवंबर, 2020 को 2020 का फाइनल मैच खेलने वाली टीमों का चयन करने के लिए तीन टीमें - ट्रेलब्लेज़र, वेलोसिटी, सुपरनोवा एक बार फिर, एक दूसरे के साथ मैच खेलेंगी।

कोई भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इस आयोजन में भाग नहीं लेगा, लेकिन इसने बांग्लादेश, इंग्लैंड, थाईलैंड और वेस्ट इंडीज सहित अन्य देशों से भागीदारी की उम्मीद जताई है।

महिला टी -20 चैलेंज मैच के बारे में:

इसे महिला IPL के तौर पर भी जाना जाता है और यह एक भारतीय महिला ट्वेंटी 20 क्रिकेट टूर्नामेंट है। इसे पहली बार 2018 में मुंबई, महाराष्ट्र में खेला गया था।


8. मलयालम लेखक पॉल ज़ाचेरिया को दिया जाएगा साल 2020 का एज़ुथच पुरस्कार

प्रसिद्ध मलयालम लेखक पॉल ज़ाचेरिया (Paul Zacharia) को इस वर्ष केरल सरकार के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान एज़ुथचन पुरस्कार(Ezhuthachan Puraskaram) के लिए चुना गया है।

ज़ाचेरिया को मलयालम साहित्य में पिछले पांच दशकों के दौरान दिए उनके योगदान के लिए चुना गया है।


9. छत्तीसगढ़ ने फोर्टिफाईड चावल वितरण योजना शुरू की

राज्योत्सव दिवस की पूर्व संध्या पर 1 नवंबर, 2020 को छत्तीसगढ़ सरकार ने फोर्टीफाइड चावल वितरण योजना लांच की।

फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना

कुपोषण और एनीमिया को कम करने के लिए यह योजना लांच की गई थी। इस योजना के तहत, उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से फोर्टिफाइड चावल वितरित किए जाते हैं। फोर्टिफाइड चावल में विटामिन-बी 12, आयरन और फोलिक एसिड का मिश्रण होता है। यह कुपोषण और एनीमिया को नियंत्रित करने में मदद करता है।

स्वामी आत्मानंद गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम स्कीम

फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना के अलावा, राज्य सरकार ने स्वामी आत्मानंद गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम स्कीम भी लॉन्च की। इस योजना के तहत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने 130 करोड़ रुपये की स्वामी आत्मानंद गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम स्कीम

का उद्घाटन किया। इस योजना के तहत, 52 अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किए जायेंगे। इन स्कूलों में कंप्यूटर और साइंस लैब, अत्याधुनिक लाइब्रेरी और लैब होगी। इन स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा की सुविधा भी होगी।

अन्य पहलें

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने इन दोनों योजनाओं के साथ-साथ निम्नलिखित कार्यक्रमों की भी शुरुआत की :

मुख्मंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का उद्घाटन किया गया

राजीव गांधी किसान न्याय योजना के लिए 1500 करोड़ रुपये की तीसरी किस्त जारी की गई।

बीजापुर जिले में 132/33 केवी बिजली सब स्टेशन और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 23 दूरदराज के गांवों को आपूर्ति करने के लिए 5 किलोमीटर लंबी बिजली लाइन का उद्घाटन किया गया।

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना

यह एक शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना है। इस योजना के तहत, शहरी झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य जांच, परामर्श, दवाइयां और उपचार उपलब्ध कराया जायेगा। उन्हें परिवार नियोजन परामर्श, संसाधन और परिवार नियोजन के उपाय उपलब्ध कराए जायेंगे।

राजीव गांधी किसान न्याय योजना

किसानों को न्यूनतम आय की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इसे शुरू किया गया था। यह योजना खेती के तहत और अधिक क्षेत्रों को लाएगी। इस योजना के तहत, वित्तीय सहायता सीधे किसानों के खातों में स्थानांतरित की जाएगी।


10. Phonepe के यूजर हुए 25 करोड़

फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाली वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनी फोनपे ने सोमवार को कहा कि उसके उपयोक्ताओं (यूजरों) की संख्या 25 करोड़ को पार कर गई है। कंपनी ने कहा, फोनपे के लिए अक्टूबर एक रिकॉर्ड महीना रहा। इस महीने 92.5 करोड़ लेनदेन हुए, जो अभी तक का सर्वोच्च स्तर है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि अक्टूबर में उसके सक्रिय मासिक यूजरों की संख्या 10 करोड़ से अधिक रही। इस दौरान 2.3 अरब ऐप सत्र दर्ज किए गए। कंपनी ने कहा, फोनपे के लिए अक्टूबर एक रिकॉर्ड महीना रहा। इस महीने 92.5 करोड़ लेनदेन हुए, जो अभी तक का सर्वोच्च स्तर है। कंपनी के सालाना कुल लेनदेन की दर भी 277 अरब डॉलर हो गई। फोनपे के जरिए 83.5 करोड़ यूपीआई लेनदेन भी हुए। इसमें कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक रही। फोनपे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं संस्थापक समीर निगम ने कहा कि कंपनी ने दिसंबर 2022 तक 50 करोड़ पंजीकृत उपयोक्ता जोड़ने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा, हमने ‘करते जा, बढ़ते जा’ सूत्र पर अमल करते हुए भारतीय समाज के हर वर्ग के लिए नए व नवोन्मेषी उत्पादों को पेश करना जारी रखा है। साथ ही हम भारत के हर शहर व हर गांव में सभी दुकानदारों के लिए डिजिटल लेनदेन को स्वीकार्य बना रहे हैं।


11. तुर्की के पूर्व प्रधानमंत्री मेसुत यिलमाज़ का निधन

वरिष्ट राजनीतिज्ञ और तुर्की के पूर्व प्रधानमंत्री मेसुत यिलमाज़ (Mesut Yilmaz) का निधन हो गया है।

वह 1991 से 2002 तक अब-डिफ्रेंशियल सेंटर-राइट मातृभूमि पार्टी या ANAP के प्रमुख थे। उन्होंने 1990 के दशक में तीन बार तुर्की के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।

उनके पहले दो प्रधान मंत्री कार्यकाल 1991 में और फिर 1996 में केवल एक महीने तक चले, जबकि तीसरा कार्यकाल जून 1997 से जनवरी 1999 तक का था।


12. जम्मू और कश्मीर की मानसर झील विकास परियोजना

1 नवंबर, 2020 को पूर्वोत्तर क्षेत्र के केंद्रीय विकास मंत्री श्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू और कश्मीर में मानसर झील विकास योजना का उद्घाटन किया।

मुख्य बिंदु

इसके द्वारा हर साल 20 लाख से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने की योजना है। इससे 1.15 करोड़ मानव-दिन का रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद है। कुल मिलाकर, इस परियोजना से 800 करोड़ रुपये का राजस्व उत्पन्न होगा।

गंगा नदी की सफाई परियोजना की तर्ज पर इस झील का कायाकल्प और नवीनीकरण किया जायेगा। मानसर झील के साथ, जम्मू और कश्मीर की देविका नदी का भी जीर्णोद्धार और कायाकल्प किया जायेगा। एक साथ, इन दोनों परियोजनाओं को 200 करोड़ रुपये की लागत से कार्यान्वित किया जायेगा।

अन्य परियोजनाएँ

इस क्षेत्र को जल्द ही उत्तर भारत का पहला बायो-टेक औद्योगिक पार्क और पहला बीज-प्रसंस्करण संयंत्र प्राप्त होगा।

हालिया गतिविधियाँ

निम्नलिखित हाल की विकासात्मक गतिविधियाँ थीं जिन्हें जम्मू और कश्मीर में लागू किया गया :

शाहपुर कंडी सिंचाई परियोजना को हाल ही में पुनर्जीवित किया गया

उझ बहुउद्देशीय परियोजना को 5 दशकों के बाद पुनर्जीवित किया गया

कटरा-दिल्ली एक्सप्रेसवे कॉरिडोर

रियासी में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल

UDAN योजना के तहत किश्तवाड़ में एक नया हवाई अड्डा

महत्व

चूंकि पर्यटन जम्मू और कश्मीर के सकल घरेलू उत्पाद में 7% योगदान देता है, यह राज्य के राजस्व में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।

मानसर झील

यह जम्मू में स्थित है। इसे 2005 में रामसर स्थल के रूप में नामित किया गया था। यह एक मीठे पानी की झील है। यह एक प्राकृतिक झील है।

जम्मू और कश्मीर में प्रमुख झीलें

वुलर झील

वुलर झील भारत की सबसे बड़ी ताज़े पानी की झील है जो कश्मीर में स्थित है। इसका निर्माण विवर्तनिक बलों के कारण हुआ था। इस झील में तुलबुल परियोजना शुरू की गई थी। यह परियोजना 1984 में शुरू हुई थी और 1987 में बंद कर दी गई थी क्योंकि पाकिस्तान ने चिंता जताई थी कि इस परियोजना ने सिंधु जल संधि का उल्लंघन किया है।

डल झील

यह श्रीनगर में स्थित है। यह एक मीठे पानी की झील है।


13, केंद्र सरकार ने वायु गुणवत्ता सुधारने हेतु 15 राज्यों को जारी किए 2,200 करोड़ रुपये

केंद्र सरकार ने 02 नवंबर 2020 को वायु गुणवत्ता सुधारने की दिशा में काम करने के लिए 15 राज्यों को 2,200 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अनुदान से लाभार्थी राज्यों को विभिन्न वायु गुणवत्ता उपायों को करने में मदद मिलेगी।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने ट्वीट किया कि सरकार ने 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुरूप 15 राज्यों को उनके 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में वायु गुणवत्ता सुधारने की दिशा में काम करने के लिए 2,200 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की है।

फायदा

इस राशि से लाभान्वित होने वाले राज्यों को वायु गुणवत्ता सुधारने के कदम उठाने में मदद मिलेगी। यह स्थानीय निकायों की क्षमता बढ़ाने में भी सहायक होगा। इन 15 राज्यों में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं।

वित्त मंत्रालय ने क्या कहा?

वित्त मंत्रालय के अनुसार, वायु गुणवत्ता सुधार उपायों के साथ-साथ वायु प्रदूषण की निगरानी में स्थानीय निकायों की सहायता के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों की अतिरिक्त जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुदान का उपयोग करने का इरादा है।

2,200 करोड़ रुपये की पहली किस्त

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय के मुताबिक, सरकार ने 15 राज्यों को उनके 10 लाख से ज़्यादा आबादी वाले शहरों में वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए 2,200 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की है। इन राज्यों के 42 बड़े शहरों में सर्वाधिक सात शहर उत्तर प्रदेश के हैं और सबसे ज़्यादा 244 करोड़ रुपये मुंबई के लिए जारी हुए हैं।

15 राज्यों के लिए राशि: एक नजर में

राज्य का नाम कुल राशि मंजूर

आंध्र प्रदेश 67.5 करोड़

बिहार 102 करोड़

छत्तीसगढ़ 53.5 करोड़

गुजरात 202.5 करोड़

हरियाणा 24 करोड़

झारखंड 79.5 करोड़

कर्नाटक 139.5 करोड़

मध्य प्रदेश 149.5 करोड़

महाराष्ट्र 396.5 करोड़

पंजाब 45 करोड़

राजस्थान 140.5 करोड़

तमिलनाडु 116.5 करोड़

तेलंगाना 117 करोड़

उत्तर प्रदेश 357 करोड़

पश्चिम बंगाल 209.5 करोड़

कुल Rs. 2,200 करोड़

15 वें वित्त आयोग द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत करना

15वें वित्त आयोग ने वित्त वर्ष 2021-22 से 2025-26 की रिपोर्ट तैयार कर ली है। आयोग 09 नवंबर 2020 को यह रिपोर्ट राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपेगा. इस रिपोर्ट की एक प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सौंपी जाएगी। केंद्र सरकार की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक इस रिपोर्ट पर एन के सिंह के अलावा 15वें वित्त आयोग के सदस्यों अजय नारायण झा, प्रोफेसर अनूप सिंह, डॉक्टर अशोक लाहिड़ी और डॉक्टर रमेश चंद ने हस्ताक्षर कर दिए हैं।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यह रिपोर्ट और भारत सरकार द्वारा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट संसद में पेश करेंगी। इस रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2021-22 से लेकर वित्त वर्ष 2025-26 से जुड़ी सिफारिशों को शामिल किया गया है।

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