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30th January | Current Affairs | MB Books


1. 30 जनवरी : विश्व कुष्ठरोग उन्मूलन दिवस

30 जनवरी को विश्व कुष्ठरोग उन्मूलन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य कुष्ठरोग को समाप्त करना तथा कुष्ठरोग से पीड़ित लोगों के साथ होने वाले भेदभाव को समाप्त करना है। कुष्ठरोग से पीड़ित लोग सामाजिक भेदभाव के कारण अक्सर अवसाद का शिकार हो जाते हैं। इसके इलाज के लिए पीड़ित को मल्टी-ड्रग थेरेपी की आवश्यकता पड़ती है, इस थेरेपी के तहत पीड़ित को 6 माह से एक वर्ष तक दवाइयों का सेवन करना पड़ता है।

विश्व में विश्व कुष्ठरोग दिवस जनवरी के अंतिम रविवार को मनाया जाता है, लेकिन भारत में यह दिवस महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि पर 30 जनवरी को मनाया जाता है।

कुष्ठरोग : कुष्ठरोग एक संक्रामक बैक्टीरियल रोग है, यह मायकोबैक्टीरियम लेप्रे के कारण होगा है। यह रोग मुख्य रूप से त्वचा, सम्बंधित तंत्रिकाओं तथा आखों को प्रभावित करता है। भारत सरकार ने इस रोग को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय कुष्ठरोग निवारण कार्यक्रम शुरू किया है। भारत में अब कुष्ठरोग एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या नहीं है, इसका अर्थ यह है कि देश में 10,000 लोगों में से 1 व्यक्ति से कम इस रोग से प्रभावित है।


2. इटली के प्रधान मंत्री जुसेपी कोंते ने दिया इस्तीफा

इटली के प्रधान मंत्री, जुसेपी कोंते (Giuseppe Conte) ने अपना सीनेट बहुमत खोने के बाद इस्तीफा दे देकर, महामारी और मंदी से जूझ रहे देश को राजनीतिक अनिश्चितता में छोड़ दिया।

उन्होंने इतालवी राजनीतिक संकटों के अंतिम मध्यस्थ राष्ट्रपति सर्जियो मटारेला को अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिन्होंने उन्हें केयरटेकर के तौर पर आगे के कदमों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया।

इटली पहला यूरोपीय देश था जिसने Covid -19 महामारी की पूरी ताकत का सामना किया था और तब से बुरी तरह से पीड़ित है, अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ गई और अब भी रोजोना 400 लोगों की मौत हो रही है।

देश के कुछ हिस्से आंशिक लॉकडाउन के तहत हैं, टीकाकरण कार्यक्रम धीमा हो गया है और यूरोपीय संघ के रिकवरी फंडों में अरबों यूरो खर्च करने की योजना पर सहमति बन रही है।


3. एशिया-प्रशांत वैयक्तिकृत स्वास्थ्य सूचकांक (Asia-Pacific Personalised Health Index)

एशिया-पैसिफिक पर्सनलाइज्ड हेल्थ इंडेक्स हाल ही में इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) द्वारा जारी किया गया। यह सूचकांक एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 11 स्वास्थ्य प्रणालियों के व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवा को अपनाने में तत्परता को मापता है।

एशिया-प्रशांत वैयक्तिकृत स्वास्थ्य सूचकांक :

  • यह एक नया लॉन्च किया गया इंडेक्स है।यह व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवा की दिशा में स्वास्थ्य प्रणाली की प्रगति को मापता है।

  • इसने एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 11 स्वास्थ्य प्रणालियों का मूल्यांकन किया।

  • जिन स्वास्थ्य प्रणालियों का मूल्यांकन किया गया उनमें शामिल हैं: भारत, चीन, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, ताइवान, जापान, थाईलैंड, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड।

  • इसने 4 श्रेणियों में व्यक्तिगत स्वास्थ्य के 27 संकेतकों में प्रदर्शन को मापा, जिन्हें ‘वाइटल साइन्स’ कहा जाता है।

  • इन चार महत्वपूर्ण संकेतों में नीति संदर्भ, स्वास्थ्य सूचना, निजीकृत प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवाएँ शामिल हैं।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु :

  • इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंगापुर सभी 11 स्वास्थ्य प्रणालियों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश है।

  • ताइवान ने दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि जापान और ऑस्ट्रेलिया क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर रहे।

  • भारत11 स्वास्थ्य प्रणालियों में से 10वें स्थान पर है।

  • इंडोनेशिया को अंतिम 11वेंस्थान पर रखा गया।

भारत की रैंकिंग : हालाँकि, भारत कुल मिलाकर 10वें स्थान पर था। भारत स्वास्थ्य की जानकारी में भारत 10वें स्थान पर, स्वास्थ्य सेवाओं में 11वें स्थान पर, निजीकृत टेप्रौद्योगिकी में 9वें स्थान पर जबकि नीति संदर्भ में 5वें स्थान पर है।

इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) : यह इकोनॉमिस्ट ग्रुप का अनुसंधान और विश्लेषण प्रभाग है। यह अनुसंधान और विश्लेषण करके पूर्वानुमान और सलाहकार सेवाएं प्रदान करता है। इसके दुनिया भर में कई कार्यालय हैं जिनमें दो कार्यालय चीन में और एक हांगकांग में हैं।

एशिया प्रशांत : यह पश्चिमी प्रशांत महासागर में दुनिया का हिस्सा है। यह हिस्सा संदर्भ के आधार पर क्षेत्र में भिन्न होता है, लेकिन इसमें आमतौर पर ओशिनिया, पूर्वी एशिया, दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया शामिल किये जाते हैं।


4. भारती एक्सा जनरल इंश्योरेंस ने किसानों के लिए लॉन्च की 'कृषि सखा' ऐप

भारती एक्सा जनरल इंश्योरेंस ने भारतीय किसानों के लिए वन-स्टॉप शॉप, कृषि सखा ऐप लॉन्च किया है, जो उन्हें अपनी दैनिक खेती की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रासंगिक जानकारी प्रदान करता है। यह किसानों को सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों को अपनाने और उनकी उत्पादकता बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान करता है।

इस ऐप के माध्यम से किसानों को फसल बीमा से संबंधित जानकारी के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) पोर्टल तक पहुंच भी प्राप्त होगी।

भारती एक्सा 'कृषि सखा’ का उद्देश्य भारतीय किसानों को उनकी खेती की आवश्यकताओं से संबंधित कस्टमाइज्ड जानकारी के माध्यम से सूचित निर्णय लेने में मदद करना है।

यह खेती के वैज्ञानिक तरीके, फसल की खेती, बुवाई या प्रमुख फसलों की कटाई के बारे में प्रासंगिक जानकारी साझा करता है। यह किसानों को मौसम की भविष्यवाणी, बाजार और फसल की कीमतों और बीमा और कृषि से संबंधित सरकारी योजनाओं के बारे में बताता है।


5. 30 जनवरी : शहीद दिवस (Martyr’s Day)

30 जनवरी को भारत में शहीद दिवस (Martyr’s Day) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन 1948 में महात्मा गाँधी की मृत्यु हुई थी। नाथूराम गोडसे द्वारा गांधीजी की हत्या की गयी थी। इस दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा रक्षामंत्री गाँधीजी की समाधी पर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की गयी।

मोहनदास करमचंद गाँधी : मोहनदास करमचंद गाँधी को महात्मा गांधी के नाम से जाना जाता है, उन्होंने भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को ब्रिटिश भारत की बॉम्बे प्रेसीडेंसी के पोरबंदर में हुआ था। उनकी हत्या 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे द्वारा की गयी थी।

स्वतंत्रता आन्दोलन में उनके निस्वार्थ योगदान के लिए गांधीजी को “बापू” भी कहा जाता है। उन्हें अनाधिकारिक रूप से “राष्ट्रपिता” भी कहा जाता है। उन्होंने लन्दन में कानून की पढाई की थी, तत्पश्चात वे भारत लौटे, बाद में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में एक भारतीय फर्म में कार्य किया।

गांधीजी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे और वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए। भारत में उन्होंने कई सामाजिक कार्यों तथा स्वराज प्राप्त करने के लिए कार्य किया। उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध के द्वारा ब्रिटिश शासन के विरुद्ध आवाज़ उठाई। उन्होंने स्वतंत्रता के लिए सत्याग्रह तथा असहयोग आन्दोलन का उपयोग किया। ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध गांधीजी के विरोध में असहयोग आन्दोलन और दांडी यात्रा प्रमुख है, इससे ब्रिटिश सरकार को काफी धक्का लगा।

गांधीजी ने अपने जीवन को सरलता और सदाचार से जीया और वे पारंपरिक भारतीय परिधान धोती और शाल ही पहनते थे। राजनीतिक विरोध प्रकट करने तथा स्वयं के शुद्धिकरण लिए वे अनशन करते थे। उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा।


6. स्वामीनाथन जानकीरमन और अश्विनी कुमार तिवारी बने एसबीआई के एमडी

मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (ACC) ने तीन साल की अवधि के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नए प्रबंध निदेशक (MD) के रूप में स्वामीनाथन जानकीरमन और अश्विनी कुमार तिवारी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।

इससे पहले, स्वामीनाथन जानकीरमन एसबीआई में डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर (फाइनेंस) थे और अश्विनी कुमार तिवारी एसबीआई के सहायक, एसबीआई कार्ड के एमडी और सीईओ थे।

SBI के एक अध्यक्ष और चार प्रबंध निदेशक हैं। दिनेश कुमार खारा बैंक के वर्तमान अध्यक्ष हैं। बैंक के अन्य दो एमडी सी.एस. सेट्टी और अश्वनी भाटिया हैं। दोनों पद अक्टूबर 2020 से खाली थे।


7. गणतंत्र दिवस परेड पुरस्कार प्रदान किये गये

केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में 2021 परेड के लिए गणतंत्र दिवस पुरस्कार प्रदान किए हैं। हर साल सर्वश्रेष्ठ झांकियों को पुरस्कार दिया जाता है।

मुख्य बिंदु : 2021 गणतंत्र दिवस परेड में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 17, रक्षा मंत्रालय से 6, और विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और अर्धसैनिक बलों से 9 झांकियों को शामिल किया गया था। 32 झांकियों में से उत्तर प्रदेश की झांकी को सर्वश्रेष्ठ झांकी के लिए पुरस्कार दिया गया। यूपी की झांकी का विषय “अयोध्या: उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत” था। त्रिपुरा की झांकी को दूसरी सर्वश्रेष्ठ झांकी घोषित किया गया। राज्य की झांकी ने सामाजिक-आर्थिक मापदंडों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल परंपराओं को प्रदर्शित किया। तीसरी सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार उत्तराखंड की झांकी को दिया गया। राज्य की झांकी का विषय ‘देव भूमि’ था।

विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और अर्धसैनिक बलों की 9 झांकी में से जैव प्रौद्योगिकी विभाग की झांकी ने शीर्ष पुरस्कार जीता है। विभाग का विषय ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान: COVID वैक्सीन विकास’ था। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की झांकी को सशस्त्र बलों के नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक विशेष पुरस्कार दिया गया। इस झांकी का विषय ‘अमर जवान’ था।


8. लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती नए सेना उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त

लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती को नए उप सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है। वह लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी से 1 फरवरी, 2021 को पद ग्रहण करेंगे, जो 31 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त हो रहे है।

लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज, देहरादून और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं। वे राजपूत रेजिमेंट से 1982 बैच के इन्फैंट्री ऑफिसर हैं।

उप सेना प्रमुख भारतीय सेना का दूसरा सबसे अधिक श्रेणी का अधिकारी होता है। कार्यालय एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर रखा गया है।


9. आर्थिक सर्वेक्षण 2021 : मुख्य बिंदु

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 29 जनवरी, 2021 को लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 को पेश किया।

मुख्य बिंदु :

  • आर्थिक सर्वेक्षण 2021 में पिछले 12 महीनों में भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति का एक अनुमान प्रस्तुत किया गया।

  • इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2021 की वास्तविक विकास दर -7% थी, जबकि वित्तीय वर्ष 2022 के लिए वास्तविक वृद्धि दर को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा प्रदान किए गए अनुमानों के आधार पर 11.5% के रूप में लिया गया है।

  • सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अप्रैल-जून 2020 में रिकॉर्ड 9 प्रतिशत का संकुचन हुआ था, जबकि दूसरी तिमाही में यह 7.5 प्रतिशत तक संकुचित हुआ था।

  • पूरे वित्त वर्ष के लिए, इस सर्वेक्षण में 7 प्रतिशत संकुचन का अनुमान लगाया गया है, इसके बाद वी-आकार की रिकवरी होने के आसार हैं।2021-22 के वित्तीय वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में 11% विस्तार होगा।

  • भारतीय अर्थव्यवस्था तकनीकी रूप से मंदी में है क्योंकि इसने पिछले दो लगातार तिमाहियों के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में संकुचन दर्ज किया गया है।

  • इस सर्वेक्षण ने कोरोना महामारी के कारण प्रभावित होने के बाद भारत के वी-आकार के आर्थिक सुधार का एक विस्तृत विश्लेषण भी प्रदान किया है।

  • इस सर्वेक्षण के अनुसार, कृषि क्षेत्र में महामारी के दौरान भी अच्छी वृद्धि देखी गयी, जबकि विनिर्माण और निर्माण जैसी संपर्क-आधारित सेवाओं को कोरोना महामारी के कारण तीव्र गिरावट का सामना करना पड़ा।

भारत का आर्थिक सर्वेक्षण : यह वित्त मंत्रालय द्वारा जारी प्रमुख वार्षिक दस्तावेज है। इस दस्तावेज़ को केंद्रीय बजट से पहले वित्त मंत्रालय के तहत आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा संसद में प्रस्तुत किया जाता है। यह दस्तावेज़ भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। बजट सत्र के दौरान, यह दस्तावेज संसद के दोनों सदनों में प्रस्तुत किया जाता है।

पृष्ठभूमि : भारत का पहला आर्थिक सर्वेक्षण 1950-51 में प्रस्तुत किया गया था। इसे केंद्रीय बजट के एक भाग के रूप में प्रस्तुत किया गया था। यह सर्वेक्षण वर्ष 1964 के बाद केंद्रीय बजट से अलग हो गया था।


10. भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2020 (Corruption Perception Index 2020) जारी किया गया

हाल ही में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) 2020 जारी किया है। इस सूचकांक के अनुसार, न्यूजीलैंड और डेनमार्क सबसे कम भ्रष्ट देश हैं।

मुख्य बिंदु : ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने 180 देशों को कवर करते हुए भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) 2020 जारी किया है। यह सूचकांक भ्रष्टाचार के स्तर के अनुसार 100 के पैमाने पर देशों को रैंक करता है। यहां, 100 का मतलब पूरी तरह से साफ या गैर-भ्रष्ट देश है और ‘0’ का मतलब अत्यधिक भ्रष्ट है। इस सूचकांक न्यूजीलैंड और डेनमार्क द्वारा शीर्ष पर रहे; इन दोनों का सीपीआई स्कोर 100 में से 88 है। इस सूचकांक पर भारत 86वें स्थान पर है। पिछले वर्ष के सूचकांक की तुलना में भारत 6 स्थान नीचे फिसल गया है। भारत का सीपीआई स्कोर 40 है।

सोमालिया और दक्षिण सूडान को 12 के स्कोर के साथ सूचकांक में सबसे नीचे 179वें स्थान पर रखा गया है।

भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption Perception Index-CPI) : सीपीआई एक सूचकांक है, जो भ्रष्टाचार के आधार पर दुनिया भर में देशों को रैंकिंग प्रदान करता है, यह सूचकांक वर्ष 1995 से जारी किया जा रहा है।

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल : ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल जर्मनी के बर्लिन में स्थित एक गैर-सरकारी संगठन है। इसकी स्थापना वर्ष 1993 में भ्रष्टाचार का मुकाबला करने और अपराध को रोकने के उद्देश्य से की गई थी।


11. PM मोदी ने की 35 वीं प्रगति बैठक की अध्यक्षता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न परियोजनाओं, शिकायतों और कार्यक्रमों की समीक्षा करने के लिए 35 वीं PRAGATI बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में, 15 राज्यों से संबंधित 54,675 करोड़ रुपये के मूल्य की समीक्षा के लिए दस एजेंडा आइटम लिए गए।

इनमें नौ परियोजनाएं और एक कार्यक्रम शामिल था। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना की भी समीक्षा की।

PRAGATI का पूरा नाम Pro-Active Governance and Timely Implementation है।

कुल 9 परियोजनाओं में से 3 परियोजनाएँ रेल मंत्रालय, 3 सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की और एक-एक परियोजना उद्योग और आंतरिक व्यापार, ऊर्जा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के संवर्धन विभाग की हैं।

राज्य ओडिशा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड, बिहार, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, उत्तराखंड, और उत्तर प्रदेश हैं।


12. सीएसआईआर और लद्दाख ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये

हाल ही में, CSIR और लद्दाख ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी (S&T) के माध्यम से केंद्र शासित प्रदेश के विकास के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

मुख्य बिंदु : इस समझौते पर CSIR-IIIM के निदेशक डी. श्रीनिवास रेड्डी और लद्दाख के कृषि और बागवानी कृषि और बागवानी रिगज़िन सेंपल ने हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों की खोज, क्षेत्र में नकदी फसलों की शुरूआत जैसे क्षेत्रों में विकास के लिए सीएसआईआर और लद्दाख के बीच एक ज्ञान साझेदारी स्थापित करना है। इस समझौते के तहत, विभिन्न सीएसआईआर संस्थान अपनी मुख्य दक्षताओं के आधार पर अनुसंधान और विकास, विस्तार और सामाजिक परियोजनाएं शुरू करेंगे।

पहले चरण में CSIR-CMERI, CSIR-IIIM, CSIR-NBRI, CSIR-IHBT, CSIR-NGRI, और CSIR-CLRI जैसे छह संस्थान CSIR-IIIM, जम्मू को एक नोडल संस्था के रूप में व्यापक ज्ञान और तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे। इसके तहत प्रमुख क्षेत्रों में स्थानीय सुगंधित और पोषक तत्व वाले पौधे / फसलें, अन्य उच्च मूल्य वाले औषधीय पौधे, पर्यावरण के अनुकूल चमड़े के प्रसंस्करण, जियोफिजिकल मैपिंग शामिल हैं।

इससे पहले, सीएसआईआर ने CSIR-Centre of Excellence for High Altitude Natural Sciences की स्थापना की थी।


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