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28th January | Current Affairs | MB Books


1. भारत ने वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा हेतु अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये

भारत ने 27 जनवरी 2021 को अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के साथ रणनीतिक भागीदारी समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस योजना का मुख्य उद्देश्य वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा, स्थिरता और उसे भरोसेमंद बनाने में सहयोग को मजबूत बनाना है।

बिजली मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस साझेदारी से सदस्य देश एक-दूसरे के बीच जानकारी का व्यापक रूप से आदान-प्रदान कर सकेंगे। साथ ही यह समझौता भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) का पूर्ण सदस्य बनने की दिशा में एक और अहम कदम होगा।

मुख्य बिंदु :

• बयान के मुताबिक, ‘‘आईएए सदस्यों और भारत सरकार के बीच रणनीतिक भागीदारी के लिये रूपरेखा पर 27 जनवरी 2021 को हस्ताक्षर किये गये।

इस समझौते के तहत सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास, मजबूत सहयोग और वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा, स्थिरता और टिकाऊपन को बढ़ावा मिलेगा।

• समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भारत की तरफ से ऊर्जा सचिव संजीव नंदन सहाय और आईईए की ओर से कार्यकारी निदेशक डॉ. फतिह बिरोल ने हस्ताक्षर किए।

• बयान के मुताबिक, रणनीतिक साझेदारी की रूपरेखा को भारत और आईईए के सदस्यों द्वारा तय किया जाएगा जिसमें भारत की भूमिका और साझेदारी से मिलने वाले फायदे धीरे-धीरे बढ़ाए जाएंगे।

• आईइए सचिवालय भारत में आपसी सहयोग बढ़ाने वाली गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होगा।

• इसके अतिरिक्त एजेंसी के सदस्यों और भारत के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए रणनीतिक साझेदारी तय करने का काम भी आईईए करेगी।

• भारत सरकार समझौते के मुताबिक ऊर्जा क्षेत्र में रणनीतिक और तकनीकी सहयोग को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने वाले आवश्यक कदम उठाएगी।

रणनीतिक साझेदारी की रूपरेखा : रणनीतिक साझेदारी की रूपरेखा को भारत और आईईए के सदस्यों द्वारा तय किया जाएगा। इसमें भारत की भूमिका और साझेदारी से मिलने वाले फायदे धीरे-धीरे बढ़ाए जाएंगे। इसके तहत स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण कार्यक्रम (सीईटीपी) जैसे ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ और सतत ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, भारत में पेट्रोलियम भंडारण क्षमता को बढ़ाना, भारत में गैस आधारित अर्थव्यवस्था का विस्तार देने से कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी: एक नजर में : अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) एक स्वायत्त संगठन है। इसके वर्तमान में 30 सदस्य देश तथा 8 सहयोगी देश है। इसकी स्थापना (वर्ष 1974 में) वर्ष 1973 के तेल संकट के बाद हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य तेल की आपूर्ति में प्रमुख बाधाओं के सामूहिक प्रतिक्रिया का समन्वय कर मुख्य रूप से अपने 29 सदस्य देशों को विश्वसनीय, न्यायोचित और स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। आईईए के चार प्रमुख क्षेत्र ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास, पर्यावरणीय जागरुकता और विश्व में ऊर्जा के प्रति वचनबद्धता हैं।


2. मार्सेलो रेबेलो डी सोसा फिर बनेंगे पुर्तगाल के राष्ट्रपति

पुर्तगाल के वर्तमान राष्ट्रपति, मार्सेलो रेबेलो डी सोसा (Marcelo Rebelo de Sousa) ने साल 2021 के पुर्तगाली राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत हासिल करके पांच साल का दूसरा कार्यकाल जीत लिया है।

सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के 72 वर्षीय पूर्व नेता ने कुल वोटो में से 61 प्रतिशत वोट जीते। वह 9 मार्च 2016 से देश के राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रहे हैं और 9 मार्च, 2021 को अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करेंगे।


3. 28 जनवरी : लाला लाजपत राय की 156वीं जयंती

28 जनवरी, 2021 को महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की 156वीं जयंती है। उनकी देशभक्ति के लिए उन्हें ‘पंजाब केसरी’ और ‘लायन ऑफ़ पंजाब’ का खिताब दिया गया।

लाला लाजपत राय : लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को पंजाब में हुआ था, उनके पिताजी सरकारी स्कूल में अध्यापक थे।

लाल बाल पाल : लाला लाजपत राज्य ‘लाल बाल पाल’ नामक त्रिमूर्ति के सदस्य थे। इसमें पंजाब के लाला लाजपत राय, महाराष्ट्र के बाल गंगाधर तिलक तथा बंगाल के बिपिन चन्द्र पाल शामिल थे। इन तीनों नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम की दिशा को बलदने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन तीनों ने स्वदेशी आन्दोलन को मजबूत करने के लिए देश भर में लोगों को एकजुट किया।

आन्दोलन : लाला लाजपत राय हिन्दू समाज सुधार, स्वतंत्र आन्दोलन इत्यादि से जुड़े हुए थे। भगत सिंह और चन्द्र शेखर आजाद लाला लाजपत राय से बेहद प्रभावित थे। उन्होंने साइमन कमीशन का विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया था। लाहौर में साइमन कमीशन में विरोध के दौरान पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया, जिससे वे बुरी तरह से ज़ख़्मी हुई, 17 नवम्बर 1928 को उनका निधन हुआ।


4. राष्ट्रीय गैर-संचारी रोग निगरानी सर्वेक्षण (NNMS) जारी किया गया

हाल ही में राष्ट्रीय गैर-संचारी रोग निगरानी सर्वेक्षण (NNMS) स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किया गया था। यह सर्वेक्षण 2017-18 की अवधि के लिए आयोजित किया गया था। गैर-संचारी रोग पर यह इस तरह का एक व्यापक सर्वेक्षण है। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के 15-69 वर्ष के आयु वर्ग के पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया है।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु :

  • इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के लिए पांच में से दो वयस्कों में तीन या अधिक जोखिम कारक हैं।

  • इसमें यह भी कहा गया है कि प्रत्येक चार वयस्कों में से एक से अधिक और 2% किशोर अधिक वजन वाले हैं।

  • दस वयस्कों में से तीन में उच्च रक्तचाप की समस्या थी।

  • 3% ने रक्त शर्करा अधिक थी।

  • पांच में से दोवयस्क और चार किशोरों में से एक अपर्याप्त शारीरिक गतिविधि कर रहे हैं।इन बच्चों के लिए नमक का औसत दैनिक सेवन 8 ग्राम था।

  • प्रत्येक तीन वयस्कों में से एक और पुरुषों का एक-चौथाई से अधिक अनुपात तंबाकू सेवन में शामिल था और उन्होंने पिछले 12 महीनों में शराब का सेवन किया था।

राष्ट्रीय गैर-संचारी रोग निगरानी सर्वेक्षण : यह गैर-संचारी रोग (एनसीडी) के जोखिम कारकों और स्वास्थ्य प्रणालियों की तैयारियों पर सबसे बड़ा व्यापक राष्ट्रीय सर्वेक्षण है। यह कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह और स्ट्रोक के लिए टेलीमेडिसिन के उपयोग पर भी रूपरेखा प्रदान करता है। यह सर्वेक्षण राष्ट्रीय एनसीडी निगरानी ढांचे और इसकी कार्य योजना से संबंधित चुनिंदा एनसीडी, जोखिम कारक और स्वास्थ्य प्रणालियों की प्रतिक्रिया जैसे प्रमुख संकेतकों पर विश्वसनीय आधारभूत डेटा एकत्र करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।

एनसीडी से निपटने के लिए सरकार के उपाय : सरकार ने फिट इंडिया मूवमेंट शुरू किया है, जिसने जागरूकता बढ़ाने के लिए गति प्राप्त की। और ज्यादा अधिक और व्यायाम केंद्र भी अस्पताल के बुनियादी ढांचे की आवश्यकता को कम करने में मदद करेंगे। भारत में कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक में प्रबंधन में टेलीमेडिसिन उपयोग के लिए एक रूपरेखा भी जारी की गई है। टेलीमेडिसिन में टेली-कंसल्टेशन और टेली-मॉनिटरिंग शामिल हैं।


5. DRDO ने किया आकाश-एनजी मिसाइल का सफल परीक्षण

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा के तट से इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से आकाश एनजी (न्यू जेनरेशन) मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया।

आकाश एनजी एक नई पीढ़ी का सरफेस-टू-एयर मिसाइल है जिसका उपयोग भारतीय वायुसेना द्वारा उच्च पैंतरेबाजी वाले हवाई खतरों को रोकने के उद्देश्य से किया जाता है। ट्रेजेक्टरी के दौरान उच्च युद्धाभ्यास करके सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा किया।


6. UN ने CY-2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.3% की वृद्धि का लगाया अनुमान

संयुक्त राष्ट्र द्वारा कैलेंडर वर्ष 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग (UNDESA) द्वारा उत्पादित विश्व आर्थिक स्थिति और संभावना 2021 के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 9.6 प्रतिशत का संकुचन होने का अनुमान है।

इसके अलावा, 2020 में वैश्विक अर्थव्यवस्था के 4.3 प्रतिशत तक संकुचन का अनुमान है। संयुक्त राष्ट्र ने 2021 में वैश्विक जीडीपी के 4.7 प्रतिशत पर रिकवर होने का अनुमान लगाया है।


7. नारियल के लिए सरकार ने एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने कोपरा (नारियल) के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी है।

मुख्य बिंदु :

  • सरकार ने 2020 से कोपरा (नारियल) के लिए एमएसपी में 375 की बढ़ोत्तरी की है।

  • इस प्रकार, कोपरा का मूल्य 10,335 प्रति क्विंटल होगा और इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।

  • कोपरा के लिए एमएसपी में यह बढ़ोतरी 12 तटीय राज्यों के किसानों को लाभान्वित करेगी।

  • मिलिंग और बॉल कोपरा दोनों की एमएसपी में वृद्धि की गई है।

  • कोपरा के दोनों प्रकार के उत्पादन की लागत 6,800 रुपये है।

  • एमएसपी में यह वृद्धि स्वामीनाथन की सिफारिशों के अनुरूप है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) : MSP एक कृषि उत्पाद का मूल्य है जो भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है। इस मूल्य पर, सरकार सीधे किसान से वस्तुओं की खरीद करती है। एमएसपी किसान को उनकी फसल के लिए न्यूनतम लाभ प्रदान करके सुरक्षित रखने का प्रयास करता है। 23 वस्तुओं की कीमत सरकार द्वारा वर्ष में दो बार निर्धारित की जाती है। MSP को कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों के आधार पर तय किया जाता है। CACP उत्पादन, मांग और आपूर्ति, मूल्य में उतार-चढ़ाव, बाजार मूल्य के रुझान, अंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य और कृषि मजदूरी दर के आधार पर कीमत निर्धारित करता है।

MSP द्वारा कुल 23 वस्तुओं को कवर किया जाता है। वे हैं:

अनाज धान, मक्का, गेहूं, जौ, मोती बाजरा और रागी।

दलहन - चना, मूंग, तुअर, उड़द और मसूर।

तिलहन – मूंगफली, रेपसीड, तिल, सोयाबीन, सूरजमुख, नाइजर सीड

व्यावसायिक फसलें कोपरा, कपास, गन्ना और कच्ची जूट।


8. FY21 में फिक्की के सर्वेक्षण में 8% जीडीपी संकुचन का अनुमान

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) के नवीनतम आर्थिक आउटलुक सर्वेक्षण के अनुसार, 2020-21 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 8 प्रतिशत के संकुचन की उम्मीद है।

इसके अलावा, FICCI को उम्मीद है कि FY22 में 9.6 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर के साथ वित्त वर्ष 2021-22 में अर्थव्यवस्था बेहतर प्रदर्शन करेगी।


9. जियो बना दुनिया का 5वां स्ट्रॉन्गेस्ट ब्रांड, एप्पल, एमेजॉन, अलीबाबा और पेप्सी को पीछे छोड़ा

ब्रांड फाइनेंस ग्लोबल 500 की लिस्ट में पहली बार शामिल हुए रिलायंस जियो ने भारी उलटफेर करते हुए 5वीं रैंकिंग हासिल की है। ब्रांड फाइनेंस ग्लोबल 500 की लिस्ट में दुनिया के सबसे मजबूत ब्रांड्स की रैंकिंग की जाती है। एप्पल, एमेजॉन, अलीबाबा और पेप्सी जैसी दिग्गज कंपनियों को रिलायंस जियो ने पीछ छोड़ दिया है।

दुनिया के सबसे मजबूत पहले 10 ब्रांड्स में रिलायंस जियो भारत से अकेला नाम है। ब्रांड की मजबूती के मामले में रिलायंस जियो ने 100 में से 91.7 ब्रांड स्ट्रेंथ इंडेक्स (BSI) अंक और AAA+ की रैंकिंग हासिल की है। इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो टेलीकॉम सेक्टर में ब्रांड वैल्यू के लिहाज से सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्रांड है।

जहां पूरे उद्योग में नकारात्मक वृद्धि देखी जा रही है, वहीं जियो की ब्रांड वैल्यू 4.8 बिलियन डॉलर हो गई है। 2016 में जियो ने भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री की थी। 40 करोड़ से अधिक ग्राहकों के साथ आज रिलायंस जियो भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर बन चुका है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो ने भारतीय बाजारों में करोड़ों उपभोक्ताओं तक किफायती 4जी नेटवर्क को पहुंचाया। जियो ने भारतीयों की डेटा इस्तेमाल करने की आदत को पूरी तरह बदल डाला। भारतीय ग्राहकों की डेटा खपत में आए क्रांतिकारी बदलाव को 'जियो इफेक्ट' कहा जाता है।

विचारों का सटीक रूपांतरण, ब्रांड प्रतिष्ठा, ब्रांड की सिफारिश, नवाचार, ग्राहक सेवा और किफायत जैसे सभी मानदंडो पर जियो ने अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में बेहतरीन अंक हासिल किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस जियो ब्रांड में कोई कमी या कमजोरी नही दिखाई देती। जियो ने वैश्विक स्तर पर कई परिपाटियों को तोड़ा है और उसे अपने ग्राहकों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।

ब्रांड फाइनेंस द्वारा घोषित सबसे मजबूत ब्रांड WeChat है जिसने 100 में से 95.4 का ब्रांड स्ट्रेंथ इंडेक्स (BSI) स्कोर हासिल किया है। ऑटो दिग्गज फेरारी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया, रूसी बैंक Sber और कोका-कोला दुनिया में तीसरे और चौथे सबसे मजबूत ब्रांड है।


10. IMF ने FY21 में भारत के विकास का अनुमान -8% तक संशोधित किया

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 26 जनवरी 2021 को जारी की गई अपनी नवीनतम विश्व आर्थिक आउटलुक में चालू वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 8 प्रतिशत तक संकुचन का अनुमान लगया है।

IMF को उम्मीद है कि अगले वित्तीय वर्ष अर्थात् 2021-22 में भारत की जीडीपी में 11.5 % तक की वृद्धि होगी।

इसके अलावा, IMF ने 2020 में वैश्विक विकास के 3.5 प्रतिशत तक संकुचन का अनुमान लगाया।

IMF के अनुसार, 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5.5 प्रतिशत और 2022 में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।


11. ESIC लाभार्थियों को 1 अप्रैल से सभी जिलों में मिलेंगी स्वास्थ्य सेवाएं

कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के बीमित व्यक्तियों (आईपी) को 1 अप्रैल से सभी 735 जिलों में ईएसआई योजना के तहत स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।फिलहाल ईएसआईसी के आईपी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं 387 जिलों में पूर्ण रूप से और 187 जिलों में आंशिक रूप से उपलब्ध हैं। 161 जिलें ऐसे हैं, जहां ये सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं।

ईएसआईसी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबीपीएमजेएवाई) के तहत पैनल में आने वाले अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के जरिए स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराता है। इस बारे में करार पर कुछ महीने पहले हुआ था।

ईएसआईसी की स्थायी समिति के सदस्य एसपी तिवारी ने कहा कि स्थायी समिति की बुधवार को हुई बैठक में एक व्यवस्था के क्रियान्वयन के लिए बजट प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इसके तहत एबीपीएमजेएकवाई के पैनल में आने वाले अस्पताल आईपी को 1 अप्रैल 2021 से देश के सभी जिलों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएंगे।


12. जर्मनवॉच के ग्लोबल क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2021 में भारत 7 वें स्थान पर

बॉन स्थित पर्यावरण थिंक टैंक जर्मनवॉच द्वारा प्रकाशित ग्लोबल क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2021 में भारत को जलवायु परिवर्तन से 10 सबसे अधिक प्रभावित देशों में रखा गया है। 2019 में जलवायु परिवर्तन के मामले में भारत सातवें सबसे प्रभावित देश के रूप में स्थान दिया गया।

ग्लोबल क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2021 वार्षिक रिपोर्ट का 16 वां संस्करण है और इसमें 2019 और 2000 से 2019 तक उपलब्ध आंकड़ों को ध्यान में रखा गया है।

सूचकांक जलवायु-संबंधी भयानक जलवायु घटनाओं (तूफान, बाढ़, हीटवेव आदि) के प्रभाव से किस हद तक देशों और क्षेत्रों को प्रभावित करता है, इसका विश्लेषण कर रैंक करता है।

शीर्ष 3 देश: मोज़ाम्बिक, जिम्बाब्वे और बहामा 2019 में क्रमशः शीर्ष तीन सबसे प्रभावित देश थे।

पिछले 20 वर्षों में सबसे अधिक प्रभावित शीर्ष 3 देश: 2000-2019 के बीच, प्यूर्टो रिको, म्यांमार और हैती ऐसे जलवायु घटनाओं के प्रभावों से सबसे अधिक प्रभावित देश थे।


13. 51 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का समापन

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) का 51 वां संस्करण 16 जनवरी से 24 जनवरी 2021 तक गोवा के पणजी के पास श्यामाप्रसाद स्टेडियम में आयोजित किया गया था।

COVID-19 महामारी के कारण, यह महोत्सव हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था, विभिन्न श्रेणियों में 224 फिल्मों में से 50 फिल्मों की भौतिक और वर्चुअल स्क्रीनिंग की गई थी।

इस बार के 'कंट्री ऑफ़ फोकस' खंड के तौर पर बांग्लादेश को चुना गया। बांग्लादेश की चार फिल्मों को 'कंट्री ऑफ़ फोकस'खंड में शामिल किया गया था।

IFFI पुरस्कार के विजेताओं की सूची हैं:

  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए गोल्डन पीकॉक अवार्ड: इन्टू द डार्कनेस

  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए सिल्वर पीकॉक अवार्ड: त्ज़ू-चुआन लिउ, द साइलेंट फ़ॉरेस्ट

  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए सिल्वर पीकॉक अवार्ड: ज़ोफ़िया स्टैफ़िएज, आई नेवर क्राई

  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए सिल्वर पीकॉक अवार्ड: चेन-निएन को, द साइलेंट फॉरेस्ट

  • सर्वश्रेष्ठ डेब्यू निर्देशक पुरस्कार: कैसियो पेरेरा डॉस सैंटोस, वेलेंटीना

  • विशेष उल्लेख पुरस्कार: कृपाल कलिता, ब्रिज

  • स्पेशल जूरी अवार्ड: कामिन कालेव, फरवरी

  • ICFT यूनेस्को गांधी अवार्ड: अमीन नायफेह के 200 मीटर

  • इंडियन पर्सनालिटी ऑफ द ईयर अवार्ड: बिस्वजीत चटर्जी

  • लाइफटाइम अचीवमेंट: वीट्टोरिओ स्टोरारो (इतालवी छायाकार)


14. राजेंद्र कुमार भंडारी ने जीता सुभाष बोस आपदा प्रबन्धन पुरस्कार 2021

डॉ. राजेंद्र कुमार भंडारी को व्यक्तिगत श्रेणी में और सतत पर्यावरण और पारिस्थितिक विकास सोसाइटी (SEEDS) को संस्थागत श्रेणी में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है।

पुरस्कार में एक संस्थान के लिए 51 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाणपत्र है तथा एक व्यक्तिगत के लिए 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाणपत्र है।

भारत सरकार, आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारत में व्यक्तियों और संस्थाओं द्वारा प्रदान किए गए अमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवा को सम्मानित करने के लिए, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, 23 जनवरी को प्रतिवर्ष पुरस्कार की घोषणा करती है।


15. कोलकाता की पहली ‘यंग रीडर्स बोट लाइब्रेरी’ लांच की गयी

पश्चिम बंगाल परिवहन निगम ने पहली यंग रीडर्स बोट लाइब्रेरी लॉन्च की है। इस लाइब्रेरी को एक हेरिटेज बुक स्टोर के सहयोग से लॉन्च किया गया है। इसे एक नाव पर लॉन्च किया गया है जो इस तरह की प्रथम पहल है।

बोट लाइब्रेरी :

  • यह बोट लाइब्रेरी हुगली नदी पर यात्रा करेगी।

  • यह लाइब्रेरी बच्चों को अंग्रेजी और बंगाली में 500 किताबों में से चुनने के लिए विकल्प प्रदान करेगी।

  • यह बोट लाइब्रेरी लोगों को तीन घंटे की लंबी यात्रा प्रदान करेगी।

  • इस लाइब्रेरी की यात्रा मिलेनियम पार्क में शुरू होगी।

  • यह बेलूर मठ जेट्टी की यात्रा करेगी और वापस लौटेगी।

  • यह नाव सप्ताह में तीन यात्राएं प्रदान करेगी।

  • इसमें फ्री वाईफाई की सुविधा भी है।

  • इस सवारी की कीमत वयस्कों के लिए 100 रुपये और बच्चों के लिए 50 रुपये होगी।

मिलेनियम पार्क : यह कोलकाता में एक निजी पार्क है जो हुगली नदी के पूर्वी किनारे पर स्ट्रैंड रोड के साथ स्थित है। यह फॉर्ली घाट के पास 2.5 किमी तक फैला है। इस पार्क में प्राकृतिक उद्यान और बच्चों के मनोरंजन की सवारी भी शामिल है। इस पार्क का उद्घाटन दिसंबर 1999 में किया गया था।

हुगली नदी : इसे भागीरथी-हुगली, गंगा और कटि-गंगा भी कहा जाता है। पश्चिम बंगाल में गंगा नदी के वितरण के रूप में यह नदी लगभग 260 किलोमीटर तक यात्रा करती है। यह गिरिया, मुर्शिदाबाद के पास पद्मा और हुगली में विभाजित होती है। इस नदी के ऊपर एक और मानव निर्मित द्विभाजन फरक्का में स्थित है। पद्मा नदी पूर्व में बांग्लादेश में बहती है जबकि हुगली दक्षिण में पश्चिम बंगाल से होकर बहती है।


16. 2 एक्सप्रेसवे पर हवाई पट्टी वाला देश का पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर कुरीभर के पास एक नई 3,300 मीटर लंबी हवाई पट्टी का निर्माण किया गया है।

इस नई हवाई पट्टी के साथ, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे पर दो हवाई पट्टी वाला भारत का पहला राज्य बन गया है।

उत्तर प्रदेश में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर भी एक हवाई पट्टी है। एक्सप्रेसवे पर हवाई पट्टी आपातकालीन लैंडिंग और लड़ाकू विमानों के टेक-ऑफ की सुविधा के लिए डिज़ाइन की गई हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार देश के पूरे उत्तरी भाग को एक्सप्रेसवे से जोड़ने का प्रयास कर रही है।

भारतीय वायु सेना के हिंडन और आगरा एयरबेस, जरूरत पड़ने पर तीनों एक्सप्रेसवे के रनवे का उपयोग कर सकेंगे।

साथ ही, उत्तर प्रदेश के ये हवाई पट्टी किसी भी युद्ध के मामले में चीन और पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिक्रिया देने के लिए वायु सेना की सेवा कर सकते हैं।



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