23rd September | Current Affairs | MB Books

1. 23 सितम्बर : अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस
23 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य सांकेतिक भाषा के सन्दर्भ में जागरूकता फैलाना है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा की थीम “सभी के लिए सांकेतिक भाषा का अधिकार ” है।
पृष्ठभूमि
अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस को मनाये जाने के प्रस्ताव विश्व बधिर संघ द्वारा रखा गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने A/RES/72/161 के द्वारा दिसम्बर, 2017 में अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस की स्थापना की। 23 सितम्बर, 1951 को विश्व बधिर संघ की स्थापना की गयी थी। सितम्बर, 1958 में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय बधिर सप्ताह मनाया गया था। विश्व बधिर संघ के अनुसार विश्व भर में लगभग 72 मिलियन बधिर लोग हैं, जो सुन नहीं सकते। इनमे से 80% लोग विकासशील देशों में रहते हैं। वे 300 से अधिक सांकेतिक भाषाओँ का उपयोग करते हैं।
भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोष
इस शब्दकोष को भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसन्धान व प्रशिक्षण केंद्र द्वारा तैयार किया गया है, यह केंद्र सामाजिक न्याय व सशक्तिकरण मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
इस शब्दकोष में शैक्षणिक, कानूनी, मेडिकल, तकनीकी तथा दैनिक उपयोग के लगभग 6000 शब्द शामिल हैं। इस शब्दकोष के पहले संस्करण में केवल 3000 शब्द ही थे।
यह डिक्शनरी भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसन्धान व प्रशिक्षण केंद्र (ISLRTC) के यूट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध है।
यह शब्दकोष सांकेतिक भाषा अध्यापकों, छात्रों तथा मूक-बधिर बच्चों के माता-पिता के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध होगी।
इस शब्दकोष को मूक-बधिर लोगों के सहयोग से तैयार किया गया है।
इस शब्दकोष को तैयार करने के लिए मूक-बधिर लोगों के सुझाव तथा प्रतिक्रिया प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय वर्कशॉप का आयोजन भी किया गया था।
2. जम्मू-कश्मीर में नेशनल जेनेरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम का हुआ लॉन्च
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश के लिए नेशनल जेनरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम लॉन्च किया।
इस सिस्टम को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा विभिन्न प्रकारों और विविधताओं को संबोधित करने के लिए विकसित किया गया था, जो राज्यों में स्वरूपों, भाषाओं, प्रक्रियाओं और सूत्रों के आधार पर प्रबल होती है।
सॉफ्टवेयर प्रवर्तन एजेंसियों और आम आदमी दोनों के लिए सूचना और डेटा तक "कहीं भी पहुंच" को सक्षम बनाएगा।
यह प्रणाली अब तक तीन राज्यों पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र में अपनाई जा चुकी है।
साथ ही छह और राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जैसे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा, बिहार, मणिपुर, झारखंड और मिजोरम प्रणाली अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं।
नेशनल जेनरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम को डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्ड्स आधुनिकीकरण कार्यक्रम के तहत विकसित किया गया था।
3. लोकसभा ने जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा विधेयक को मंजूरी दी
लोकसभा ने 22 सितम्बर 2020 को जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा विधेयक-2020 को मंजूरी दे दी है। इसमें पांच भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, कश्मीरी और डोगरी को केंद्र शासित प्रदेश की आधिकारिक भाषा का दर्जा देने का प्रावधान है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस विधेयक के पारित होने पर खुशी व्यक्त की है।
गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि इस विधेयक के माध्यम से कश्मीरी, डोंगरी, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं को जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा के तौर पर घोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग कश्मीरी, डोगरी और हिंदी को बड़ी संख्या में बोलते हैं और समझते हैं।
मुख्य बिंदु
• गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि साल 2011 की जनगणना के अनुसार देश में जितने लोग कश्मीरी बोलने वाले हैं, उनमें से 53.26 प्रतिशत जम्मू कश्मीर में हैं।
• लोकसभा ने ध्वनिमत से जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा विधेयक-2020 को मंजूरी प्रदान कर दी। गृह राज्य मंत्री ने कहा कि 70 साल से उर्दू जम्मू कश्मीर की आधिकारिक भाषा है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में उर्दू भाषा बोलने वाले 0.16 प्रतिशत ही हैं।
• गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि उर्दू और अंग्रेजी दोनों को आधिकारिक भाषा के तौर पर जारी रखा जाएगा। डोगरी वहां दूसरे सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
• इस विधेयक में उपराज्यपाल को गोजरी, पहाड़ी तथा पंजाबी भाषा के विकास एवं उसे सशक्त बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अधिकार दिया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह का ट्वीट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्वागत करते हुए जम्मू एवं कश्मीर आधिकारिक भाषा (संशोधन) विधेयक पारित किए जाने को केंद्र शासित प्रदेश की जनता के लिए यादगार दिवस करार दिया। गृह मंत्री ने ट्वीट करके कहा कि इस अभूतपूर्व विधेयक के माध्यम से ‘गोजरी’, ‘पहाड़ी’ और ‘पंजाबी’ जैसी प्रमुख क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए विशेष प्रयास किया जाना भी प्रस्तावित है।
4. बैंकिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2020
बैंकिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2020 जो कि बैंकिंग विनियम अधिनियम 1949 में संशोधन है, संसद में पारित किया गया है। यह विधेयक बैंकिंग नियमन (संशोधन) अध्यादेश, 2020 की जगह लेगा जिसे 26 जून, 2020 को प्रख्यापित किया गया था।
विधेयक के प्रमुख प्रावधान
यह विधेयक आरबीआई को शक्ति प्रदान करता है कि बिना किसी स्थगन के पुनर्निर्माण या समामेलन के लिए योजना शुरू की जा सके।
विधेयक यह प्रावधान करता है कि किसी भी व्यक्ति के पास सहकारी बैंक द्वारा जारी किए गए शेयरों के समर्पण के लिए भुगतान की मांग करने की शक्ति नहीं होगी।
इस विधेयक के अनुसार, एक सहकारी बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा निर्दिष्ट किए जाने तक अपनी शेयर पूंजी को वापस लेने या घटाने का हकदार नहीं होगा।
इस विधेयक में कहा गया है कि, सहकारी बैंक उस व्यक्ति को अध्यक्ष के रूप में नियुक्त नहीं कर सकते हैं, जो दिवालिया हो या नैतिक अपराध में शामिल अपराध के लिए दोषी ठहराया गया हो।
इस विधेयक के अनुसार, RBI एक सहकारी बैंक या सहकारी बैंकों के एक वर्ग को अधिसूचना के माध्यम से अधिनियम के कुछ प्रावधानों से छूट दे सकता है।
विधेयक के तहत प्रतिबंध
जिन पर यह विधेयक लागू नहीं होगा :
प्राथमिक कृषि साख समितियां और
सहकारी समितियां जिनका प्राथमिक व्यवसाय कृषि विकास के लिए दीर्घकालिक वित्तपोषण है।
सहकारी समितियाँ अपने नाम में ‘बैंक’, ‘बैंकर’ या ‘बैंकिंग’ शब्दों का उपयोग नहीं कर सकती हैं।
बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949
बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 भारत में सभी बैंकिंग फर्मों को विनियमित करने वाला एक कानून है। यह 1949 में पारित किया गया था और 16 मार्च 1949 से लागू हुआ था। यह उस रूपरेखा को निर्धारित करता है जिसके तहत भारत में वाणिज्यिक बैंकिंग की देखरेख और विनियमन किया जाता है। यह कंपनी अधिनियम, 1956 का पूरक है। यह अधिनियम RBI को बैंकों को लाइसेंस देने, संचालन को विनियमित करने और बोर्डों और प्रबंधन की नियुक्ति का पर्यवेक्षण करने का अधिकार देता है।
5. पीएम मोदी दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों में, टाइम की सूची में आयुष्मान खुराना का भी नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका की मशहूर पत्रिका टाइम ने दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ शामिल किया गया है।
टाइम मैगजीन ने पीएम मोदी के बारे में लिखा, 'लोकतंत्र के लिए सबसे जरूरी स्वतंत्र चुनाव नहीं है। इसमें केवल यह पता चलता है कि किसे सबसे अधिक वोट मिला है। भारत 7 दशकों से अधिक समय से दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र रहा है। भारत की 1.3 अरब की आबादी में ईसाई, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, जैन और अन्य धर्मों के लोग शामिल हैं।'
इस सूची में शामिल बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, प्रोफेसर रविंदर गुप्ता और शाहीन बाग धरने में शामिल बिल्किस का नाम भी है। ये दिग्गज भी सूची में शामिल : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा टाइम की इस लिस्ट में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन, कमला हैरिस, जो बाइडन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल समेत दुनियाभर के कई नेता शामिल हैं।
6. भारत ने मालदीव के साथ मिलकर शुरू की पहली सीधी कार्गो फेरी सेवा
भारत और मालदीव द्वारा दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए पहली बार सीधी कार्गो फेरी सेवा की शुरूआत की गई है।
मालवाहक नौका सेवा मालदीव के कुलधुहुफुशी और माले बंदरगाहों को भारत के तूतीकोरिन और कोचीन बंदरगाहों के साथ जोड़ेगी।
यह पहल लागतों में कटौती करने और दोनों देशों के बीच माल परिवहन में लगने वाले समय को कम करने में मददगार होगी।
भारत और मालदीव के बंदरगाहों को जोड़ने के लिए शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SCI) द्वारा संचालित कार्गो फेरी वेसेल MCP लिंज़ का उपयोग किया जाएगा।
7. Reliance Industries ने 5,550 करोड़ के निवेश के लिए US की कंपनी KKR को बेची 1.28% हिस्सेदारी
Reliance Industries US में स्थित निवेश कंपनी KKR को अपनी 1.28 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। केकेआर हिस्सेदारी के लिए रिलायंस रिटेल वेंचर्स (Reliance Retail Ventures) में 5,550 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बुधवार को स्टॉक मार्केट खुलने से पहले यह जानकारी दी। इस डील में रिलायंस रिटेल का मूल्य 4.21 लाख करोड़ रुपए आंका गया है। तेल से लेकर टेलीकॉम सेक्टर तक में दखल रखने वाली कॉन्गलोमरेट रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की पहुंच इस डील के बाद रिटेल के घरेलू बाजार में मजबूत होने की संभावना है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर जारी एक बयान में बताया गया है कि यह केकेआर का रिलायंस इंडस्ट्रीज की किसी सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है। इससे पहले उसने इसी साल जियो प्लेटफार्म में 11,367 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने इस बयान में कहा, 'मैं रिलायंस रिटेल वेंचर्स में केकेआर का एक निवेशक के तौर पर स्वागत करते हुए काफी खुश हूं। हम सभी भारतीयों के हितों के लिए भारतीय रिटेल इकोसिस्टम को बदलने और आगे बढ़ाने की राह पर हैं।' उन्होंने कहा कि 'हम अपनी डिजिटल सेवाओं और खुदरा कारोबार में केकेआर के वैश्विक मंच, कारोबार की जानकारी और परिचालन विशेषज्ञता के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।'
कंपनी ने बताया कि केकेआर यह ट्रांजैक्शन अपने एशिया प्राइवेट इक्विटी फंड से करेगा। ये लेन-देन नियामक और संबंधित संस्थाओं की अनुमति के तहत होगा। डील के लिए अभी नियामक मंजूरियां ली जानी बाकी हैं। रिलायंस रिटेल वेंचर्स की सहायक इकाई रिलायंस रिटेल भारत के सबसे बड़े और तेजी से बढ़े खुदरा कारोबार का संचालन करती है और देश भर में इसके लगभग 12,000 स्टोर में 64 करोड़ लोग जाते हैं। केकेआर के सह-संस्थापक और सह-सीईओ हेनरी क्राविस ने कहा कि अधिक से अधिक भारतीयों के ऑनलाइन खरीदारी करने के साथ ही रिलायंस रिटेल का नया वाणिज्यिक मंच ग्राहकों और छोटे कारोबारियों की जरूरतों को पूरा करेगा।
बता दें कि इसके पहले अमेरिका स्थित दूसरी प्राइवेट इक्विटी फर्म Silver Lake ने भी इसी महीने रिलायंस रिटेल वेंचर्स में 7,500 करोड़ के निवेश पर कंपनी में 1.75 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। गूगल और फेसबुक ने भी हाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के सहायक वेंचर्स के साथ डील किया था।
8. कृषि मंत्रालय ने 2020-21 में 10.23 करोड़ टन चावल उत्पादन का अनुमान जताया
देश में कृषि बिल को लेकर जारी आंदोलन के बीच सरकार ने देश में मौजूदा फसल वर्ष 2020-21 की खरीफ फसल में 10.23 करोड़ टन चावल उत्पादन का अनुमान जताया है। कृषि मंत्रालय (Ministry of Agriculture) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मानसून अच्छा रहने से धान की पैदावार अच्छी रहने की उम्मीद है। इससे पिछले वर्ष 2019-20 की खरीफ फसल के दौरान 10.19 करोड़ टन चावल का उत्पादन हुआ था। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को 2020- 21 की प्रमुख खरीफ फसलों का पहला अग्रिम उत्पादन का अनुमान जारी किया। इसके मुताबिक चालू खरीफ सत्र में कुल खाद्यान्न पैदावार 14.45 करोड़ टन रहने का अनुमान है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि देश में रिकॉर्ड 144.52 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान है।
जबकि पिछले साल इसी मौसम में 14.33 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन हुआ था। हालांकि, इस दौरान मोटे अनाजों का उत्पादन पिछले साल के 3.37 करोड़ टन के मुकाबले 3.28 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया गया है। वहीं दलहन उत्पादन पिछले फसल वर्ष में खरीफ के दौरान हुये 77.20 लाख टन के मुकाबले इस साल खरीफ में बढ़कर 93.10 लाख टन रहने का अनुमान है। तिलहन उत्पादन खरीफ सत्र में 2.57 करोड़ टन रहने का अनुमान है। पिछले साल यह 2.23 करोड़ टन रहा था। वहीं गन्ने का उत्पादन बढ़कर 39.98 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
9. पूर्व कनाडाई पीएम जॉन टर्नर का निधन
कनाडा के पूर्व प्रधान मंत्री जॉन टर्नर (John Turner) का निधन। उन्होंने 1984 में केवल 79 दिनों के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था, जो कनाडा के इतिहास में प्रधानमंत्री के रूप में दूसरा सबसे छोटा कार्यकाल है।
उनका जन्म 7 जून 1929 को रिचमंड, इंग्लैंड में हुआ था।
जॉन टर्नर ने 1968 से 1972 तक प्रधान मंत्री पियरे ट्रूडो की कैबिनेट में न्याय मंत्री के रूप में सेवा की, जिसके दौरान उन्होंने संघीय अदालत का निर्माण किया, तथा 1960 के दशक में समलैंगिकता के अपराधीकरण और अन्य सुधारों में गर्भपात के खिलाफ बचाव किया।
उन्हें 1994 में ऑर्डर ऑफ कनाडा दिया गया था।
10. नेपाल के महान पर्वतारोही आंग रीता शेरपा का निधन
माउंट एवरेस्ट पर 10 बार चढ़ने वाले पहले व्यक्ति नेपाल के आंग रीता शेरपा (Ang Rita Sherpa) का निधन।
उन्होंने 1983 से 1996 के बीच दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत पर कई बार फतेह की है और बिना ऑक्सीजन सिलेंडर भी।
इसलिए उन्हें अपने चढ़ाई कौशल के लिए “snow leopard” के नाम से भी जाना जाता था।
दिग्ग्गज पर्वतारोहण को बिना ऑक्सीजन का उपयोग किए 8,848 मीटर ऊचे माउंट एवरेस्ट पर सबसे सफल आरोही के लिए एक प्रतिष्ठित गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया था।
इसके अलावा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने उन्हें दिसंबर 1987 में बिना ऑक्सीजन का उपयोग किए सर्दियों में एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले व्यक्ति के रूप में भी मान्यता दी है।
11. असम म्यूजिशियन बिभुरंजन चौधरी का निधन
असम के जाने-माने संगीतकार बिभुरंजन चौधरी का निधन। संगीत निर्देशक के रूप में उनकी पहली फिल्म 1987 में ''Sutrapat'' और 2017 में आखिरी फिल्म ''Aei Maatite'' थी।
उन्होंने कई दशकों तक अपने करियर में कई टीवी धारावाहिकों, मंच नाटकों और रेडियो प्रस्तुतियों के लिए संगीत भी दिया था।
चौधरी, जिन्होंने गुवाहाटी दूरदर्शन के पहले धारावाहिक ''जिबोनर बटोट'' का संगीत तैयार किया, वे असम राज्य फिल्म (वित्त और विकास) निगम के अधीक्षक के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
12. इटैलियन ओपन: नोवाक जोकोविच ने डिएगो श्वार्टज़मैन को हराकर जीती पुरुष एकल प्रतियोगिता
टेनिस में, दुनिया के नंबर वन नोवाक जोकोविच ने 21 सितंबर, 2020 को रोम में डिएगो श्वार्ट्जमैन को हराकर, इटैलियन ओपन का रिकॉर्ड 36 वां मास्टर्स खिताब जीत लिया है।
सितंबर, 2020 में यूएस ओपन से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद ये सर्बियाई टेनिस खिलाड़ी अपना पहला टूर्नामेंट खेल रहे थे। जोकोविच ने इटैलियन ओपन के फाइनल में 7-5, 6-3 से अपनी जीत दर्ज की, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे अगले सप्ताह के फ्रेंच ओपन में सुगमता से प्रवेश पा सकते हैं।
नोवाक जोकोविच ने अपने पश्चिमी और दक्षिणी ओपन खिताब जीतने के साथ ही मास्टर्स विजेता की सूची में अगस्त, 2020 में राफेल नडाल के साथ अपना स्तर बराबर कर लिया, लेकिन अब स्थिति स्पष्ट है।
फ्रेंच ओपन 27 सितंबर, 2020 से शुरू होने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है, जहां पेरिस में नडाल रिकॉर्ड 13 वें पुरुष एकल खिताब को जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
इस इटैलियन ओपन की जीत के साथ, नोवाक जोकोविच ने अपने बचपन के आदर्श, पीट सम्प्रास को भी पीछे छोड़ दिया है और अब वे 287 सप्ताह से नंबर 1 स्थान पर कायम हैं। वे अब केवल फेडरर के 310 सप्ताह तक शीर्ष स्थान पर बने रहने के रिकॉर्ड से ही कुछ पीछे हैं।
इन खिलाड़ियों को मिले हैं सबसे अधिक मास्टर 1000 टाइटल
नोवाक जोकोविच 36
राफेल नडाल 35
रोजर फेडरर 28
आंद्रे अगासी 17
एंडी मरे 14
महिला एकल - इटैलियन ओपन
रोमानिया की शीर्ष वरीयता प्राप्त सिमोना हालेप ने अपना पहला इटैलियन ओपन खिताब तब जीत लिया, जब फाइनल में चेक की पूर्व चैंपियन कैरोलिना प्लिसकोवा ने चोट के कारण बीच में ही खेलना छोड़ दिया।
सिमोना हालेप 6-0, 2-1 से आगे चल रही थीं, जब चेक खिलाड़ी ने खेल के 31 मिनट के बाद खेलना बंद कर दिया।
13. DRDO ने स्वदेशी हाई-स्पीड ड्रोन 'ABHYAS' का किया सफल परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 22 सितम्बर 2020 को स्वदेशी हाई-स्पीड टार्गेट ड्रोन अभ्यास (ABHYAS) का सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ की तरफ से अभ्यास का फ्लाइट टेस्ट किया गया। इस दौरान इसे विभिन्न प्रकार के रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिक सिस्टम से ट्रैक किया गया।
अभ्यास हाई-स्पीड ड्रोन है जिसे हथियार प्रणालियों के अभ्यास के दौरान मिसाइलों द्वारा टार्गेट किया जा सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डीआरडीओ ने ओडिशा के बालासोर में इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) से अभ्यास- हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट के सफल उड़ान परीक्षण किया, जो मील का पत्थर हासिल होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को इस सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि इसका उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन के लिए एक लक्ष्य के रूप में किया जा सकता है।
मुख्य बिंदु
• यह परीक्षण ओडिशा के बालासोर टेस्ट रेंज में किया गया। परीक्षण में विभिन्न रडारों और इलेक्ट्रो ऑप्टिक प्रणाली के जरिये इसकी निगरानी की गई।
• अभ्यास के टेस्ट को कई रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिक सिस्टम की मदद से चेक किया गया।
• अभ्यास एक छोटे गैस टरबाइन इंजन पर काम करता है और यह एमईएमएस नेविगेशन सिस्टम पर काम करता है।
• डीआरडीओ के अनुसार यह एक बेहतरीन एयरक्राफ्ट है,जो नवीन तकनीक का उदाहरण है और देश की रक्षा प्रणाली को मजबूती देगा।
• इसका उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन के लिए एक लक्ष्य के रूप में किया जा सकता है।
• परीक्षण के दौरान यान ने पांच किलोमीटर उड़ान ऊंचाई, 0.05 मैक की गति आदि जरूरतों को सफलतापूर्वक हासिल किया।
अभ्यास कैसे काम करता है?
अभ्यास को उड़ान भरने के लिए किसी बाहरी चीज के मदद की आवश्यकता नहीं होती है। इस प्रणाली को सिमुलेशन के अनुसार प्रदर्शित किया गया है और लागत को ध्यान में रखते हुए मिशन की जरूरत को पूरा करने के लिए अभ्यास की क्षमता को दिखाया गया है। अभ्यास ड्रोन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह ऑटोपायलट की मदद से अपने टारगेट पर आसानी से निशाना लगा सकता है।
14. 50% प्रभावकारिता के साथ COVID-19 टीके की अनुमति देगा ICMR
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ने COVID-19 टीकों को 50-100% प्रभावकारिता के साथ अनुमोदित करने का निर्णय लिया है। ICMR के अनुसार, किसी भी श्वसन टीके में 100% प्रभावकारिता नहीं होती है।
मुख्य बिंदु
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एक वैक्सीन में तीन चीजें होनी चाहिए : सुरक्षा, प्रभावकारिता और प्रतिरक्षात्मकता।
दिशा-निर्देश
सेंट्रल ड्रग्स एंड स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने हाल ही में COVID-19 वैक्सीन पर ड्राफ्ट गाइडेंस जारी की हैं। इन दिशानिर्देशों के अनुसार, चरण III नैदानिक परीक्षणों में कम से कम 50% प्रतिभागियों को प्रतिरक्षा प्रदान करने वाले COVID-19 टीके को मंजूरी दी जाएगी। CDSCO द्वारा तैयार किए गए दिशानिर्देश USFDA और WHO के अनुरूप हैं।
भारत में टीके
भारत में तीन टीके हैं जो मानव परीक्षणों से गुजर रहे हैं। वे COVAXIN, ऑक्सफोर्ड वैक्सीन और SPUTNIK-V (रूसी वैक्सीन) हैं
COVAX
वर्तमान में, दुनिया भर में मानव परीक्षण के तहत 169 से अधिक टीके हैं। टीकों के अंतिम चरण के मानव परीक्षण पूरा होने से पहले ही देश पूर्व-खरीद समझौतों में प्रवेश कर रहे हैं। इसने “वैक्सीन राष्ट्रवाद” को जन्म दिया है। वैक्सीन राष्ट्रवाद विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा गढ़ा गया एक शब्द है। यह शब्द कहता है कि देश अपने नागरिकों के लिए टीके की खुराक हासिल कर रहे हैं और अपने घरेलू बाजारों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
WHV द्वारा GAVI और CEPI के साथ COVAX का लांच “वैक्सीन राष्ट्रवाद” को रोकने के लिए किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सभी देशों के लिए प्रभावी टीकों की खोज में तेजी लाना है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य 2021 के अंत तक कम से कम 2 बिलियन खुराक वितरित करना है।
ACT एक्सेलरेटर
यह डब्ल्यूएचओ द्वारा शुरू किया गया एक और कार्यक्रम है। इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम में शामिल होने वाले अन्य प्रतिभागी फ्रांस, यूरोपीय संघ और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन थे। ACT एक्सेलरेटर का अर्थ Accelerator is Access to COVID-19 Tools Accelerator है। इसका उद्देश्य COVID-19 टीकों, परीक्षणों, उपचारों और टीकों को समान पहुंच प्रदान करना है।