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16th October | Current Affairs | MB Books


1. 16 अक्टूबर : विश्व खाद्य दिवस

16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य व कृषि संगठन (FAO) की स्थापना की याद में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे मुख्य कारण खाद्य सुरक्षा तथा विश्वभर में कुपोषण से पीड़ित लोगों की स्थिति के बारे में जागरूकता फैलाना है। यह दिवस विश्व खाद्य संगठन के सभी सदस्य देशों में मनाया जाता है, इस अवसर पर विभिन्न इवेंट आयोजित किये जाते हैं।

थीम : “Grow, Nourish, Sustain. Together”

पृष्ठभूमि

विश्व खाद्य दिवस की स्थापना नवम्बर, 1979 में FAO के सदस्य देशों के 20वें आम सम्मेलन में की गयी थी। इस दिवस को मनाने में हंगरी के खाद्य व कृषि मंत्री डॉ. पॉल रोमनी की भूमिका काफी महत्वपूर्ण थी। इस दिवस को विश्वभर के 150 से अधिक देशों में मनाया जाता है। इसके द्वारा खाद्य सुरक्षा, भूख व निर्धनता इत्यादि विषयों तथा उनके कारणों के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है।

खाद्य व कृषि संगठन (FAO)

यह एक संयुक्त राष्ट्र की संस्था है, यह संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामजिक परिषद् के अधीन कार्य करती है। इसकी स्थापना 16 अक्टूबर, 1945 को की गयी थी। इसका मुख्यालय इटली के रोम में स्थित है। वर्तमान में इसके कुल 194 सदस्य हैं।


2. भारत और फ्रांस को आईएसए में फिर से चुना गया

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने घोषणा की है कि भारत को अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया है। भारत के साथ, फ्रांस को भी आईएसए की तीसरी सभा में गठबंधन के सह-अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया है। दोनों देशों का कार्यकाल दो साल का होगा।

मुख्य बिंदु

आईएसए की तीसरी सभा में 34 आईएसए सदस्य मंत्रियों, 53 सदस्य देशों के अलावा 5 हस्ताक्षरकर्ता और भावी सदस्य देशों ने भाग लिया।

इस सभा में, भारत के 10 सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों ने 1 मिलियन अमरीकी डालर के चेक प्रस्तुत किए।

सौर पुरस्कार उन देशों के लिए पहली बार वितरित किए गए थे जहां पर संस्थान और क्षेत्र सौर ऊर्जा के लिए काम कर रहे हैं।

आईएसए के नए उपाध्यक्ष

इस असेंबली में, चार क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने के लिए चार नए उपाध्यक्ष चुने गए:

फिजी और नाउरू के प्रतिनिधि – एशिया प्रशांत क्षेत्र के लिए चुने गए।

नाइजर और मॉरीशस के प्रतिनिधि – अफ्रीका क्षेत्र के लिए चुने गए।

यूनाइटेड किंगडम और नीदरलैंड के प्रतिनिधि – यूरोप और अन्य क्षेत्रों के लिए चुने गए।

क्यूबा और गुयाना के प्रतिनिधि – लैटिन अमेरिका और कैरिबियन क्षेत्र के लिए चुने गए।

ISA सभा के अध्यक्ष

भारत की तरफ से, आर.के. सिंह आईएसए का प्रतिनिधित्व करेंगे। असेंबली के संबोधन में, उन्होंने स्वीकार किया कि सौर ऊर्जा पिछले पांच वर्षों में बड़े पैमाने पर बढ़ी है और यह वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाला ऊर्जा स्रोत है। उन्होंने कहा कि, वैश्विक ऊर्जा में सौर ऊर्जा का योगदान 2.8% है।

आईएसए सभा के सह-अध्यक्ष

बारबरा पोम्पिली, फ्रांस के पारिस्थितिक संक्रमण मंत्री, ने सभा में फ्रांस का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कहा, कि 2022 तक फ्रांस ने आईएसए सदस्य देश में सौर परियोजनाओं के लिए 1.5 बिलियन यूरो का वित्तपोषण किया है।


3. एक्जिम बैंक ने मालदीव को दिया 400 मिलियन के सॉफ्ट लोन का विस्तार

भारत सरकार की ओर से एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) ने मालदीव में 400 मिलियन अमरीकी डालर (लगभग 2,932 करोड़ रुपये) की लाइन ऑफ क्रेडिट (LoC) का विस्तार किया है।

इस सॉफ्ट लोन का उपयोग मालदीव में ग्रेटर मेल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट (GMCP) के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा, जो द्वीप राष्ट्र में एकल-सबसे बड़ी कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचा परियोजना है।

LoCs या सॉफ्ट लोन रियायती ऋण होते हैं जो सस्ते दरों पर दिए जाते हैं।

मालदीव को मिलने वाले सॉफ्ट लोन में कनेक्टिविटी, पानी, सीवरेज प्रोजेक्ट, अडू डेवलपमेंट प्रोजेक्ट, एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, गुलहिफालु बंदरगाह, हनीमाधू एयरपोर्ट और सड़क निर्माण कार्य शामिल हैं।


4. SCALE India एंड्राइड एप्प को LSSC द्वारा लॉन्च किया गया

चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद (LSSC) ने हाल ही में अपनी सभी सेवाओं में गुणवत्ता आश्वासन को एकीकृत करने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए Skill Certification Assessment for Leather Employees (SCALE) India एंड्राइड एप्प लांच की है।

SCALE इंडिया एंड्रॉइड ऐप

यह प्लेटफार्म एक जगह पर कौशल और रोजगार पारिस्थितिकी तंत्र के सभी हितधारकों की आवश्यकता को देखता है।इसमें उम्मीदवार या प्रशिक्षु, नियोक्ता, कर्मचारी, प्रशिक्षक और मूल्यांकनकर्ता और प्रशिक्षक शामिल हैं।

इस सिस्टम की सेवाओं को वेब और एंड्रॉइड एप्लिकेशन के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।यह किसी भी स्मार्ट हैंडहेल्ड डिवाइस, लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या फैबलेट पर काम करता है।

यह एप्लिकेशन प्रशिक्षण, मूल्यांकन, और प्रमाणन सेवाओं के दौरान गुणवत्ता आश्वासन प्रदान करेगा।

यह अन्य हितधारकों के साथ नियोक्ताओं को भी आसानी से संलग्न करेगा।

यह एप्प चमड़ा उद्योग के लिए मानव पूंजी के लिए एक मार्केटप्लेस प्रदान करेगा।

यह एप्प चिन्हित किए गए कौशल अंतराल को पाटने के लिए माइक्रो-लर्निंग मॉड्यूल तक पहुंच को सक्षम करेगा।

चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद (LSSC)

यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत में चमड़ा उद्योग में कुशल कर्मचारियों की मांग को पूरा करता है। इसकी स्थापना 2012 में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा अनुमोदन प्राप्त करने के बाद की गई थी। यह चमड़ा उद्योग में उप-क्षेत्रों के प्रशिक्षण और रोजगार की जरूरतों को पूरा करता है जिसमें तैयार चमड़ा, जूते, वस्त्र, चमड़े के सामान और सहायक उपकरण आदि शामिल हैं।


5. भारत म्यांमार को जल्द सौंपेगा पहला पनडुब्बी सिंधुवीर

भारत ने पड़ोसी म्यांमार को अपनी एक पनडुब्बी देने का फैसला किया है। भारत ने रक्षा सहयोग के सहारे मजबूत करने के कड़ी में भारतीय नौसैनिक बेड़े से आईएनएस सिंधुवीर को लीज पर देने का फैसला होगा। पूर्वी एशिया के पड़ोसी देशों के साथ प्राचीन पारंपरिक रिश्ते को मजबूत करने के साथ इस क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को थामने के लिए मोदी सरकार बीते कुछ सालों से एक्ट ईस्ट नीति पर जोर दे रही है।

म्यांमार के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के तहत ही भारत म्यांमार की नौसेना को यह पनडुब्बी इस साल के अंत तक सौंप देगा। भारत म्यांमार की नेवी को जो आईएनएस सिंधुवीर पनडुब्बी देने जा रहा है, वह उसके बेड़े की पहली पनडुब्बी होगी। दरअसल, इलाके में चीन ने जिस तरह से अपना दबदबा कायम करने की कोशिश की है, उसके बाद भारत भी हिंद महासागर से लेकर दक्षिण चीन सागर तक में अपनी चौकसी बढ़ा चुका है।

भारत एवं म्यांमार के बीच रक्षा साझेदारी

भारत और म्यांमार के बीच यह रक्षा साझेदारी इस लिहाज से बेहद मायने रखती है कि चीन अपने आर्थिक और सामरिक संसाधनों के सहारे पड़ोसी देशों की अर्थव्यवस्था से लेकर रणनीतिक मोर्चो पर अपना प्रभुत्व चाहता है। म्यामांर भी चीन के इस एजेंडे का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। म्यांमार ने कुछ अर्सा पहले अपनी नौसेना का विंग बनाने की घोषणा की थी तब भारत ने इसमें उसकी मदद का वादा किया था।

भारत सुरक्षा और विकास के प्रति प्रतिबद्व

भारत ने म्यांमार नौसेना को उसके प्रशिक्षण के लिए पहला पनडुब्बी सिंधुवीर देने की घोषणा की है। सागर के अपने दृष्टिकोण के तहत भारत इस पूरे क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास के प्रति प्रतिबद्व है। इस दिशा में आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ भारत अपने पड़ोसी देशों की क्षमता निर्माण और आत्मनिर्भरता के लिए भी प्रतिबद्व है।

आईएएनएस सिंधुवीर: एक नजर में

आईएएनएस सिंधुवीर एक डीज़ल इलेक्ट्रिक किलो क्लास सबमरीन है और यह म्यांमार सेना के बेड़े का हिस्सा बनने वाली पहली पनडुब्बी होगी। इतना ही नहीं भारत के किसी दूसरे देश को पनडुब्बी देने का भी यह पहला अवसर होगा।

भारत-म्यांमार संबंध

म्यांमार के साथ भारत की 1600 किलोमीटर से ज़्यादा लंबी साझा ज़मीनी और समुद्री सीमा है। म्यांमार के साथ भारत के विकास संबंधी सहयोग की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। भारत और म्यांमार दोनों पड़ोसी हैं। इनके संबंध अत्यन्त प्राचीन और गहरे हैं और आधुनिक इतिहास के तो कई अध्याय बिना एक-दूसरे के उल्लेख के पूरे ही नहीं हो सकते। भारत की राष्‍ट्रीय सुरक्षा के लिए भी म्‍यांमार बहुत महत्‍वपूर्ण है। दोनों देशों ने सीमा क्षेत्र से बाहर प्रचालन करने वाले भारतीय विद्रोहियों से लड़ने के लिए वास्‍तविक समयानुसार आसूचना को साझा करने के लिए संधि की है।


6. न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेट ऑलराउंडर जॉन रिचर्ड रीड का निधन

न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेट ऑलराउंडर, जॉन रिचर्ड रीड का निधन हो गया है। वह वर्तमान के न्यूजीलैंड के सबसे वृद्ध टेस्ट प्लेयर भी थे। वह न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट जीत में लीड करने वाले पहले क्रिकेटर थे।

Rरीड ने 58 टेस्ट मैचों में 33.28 के औसत के साथ 3428 रन बनाए, जिसमें 16 साल से अधिक समय के करियर में 22 अर्धशतक और छह शतक शामिल हैं। उनका पहला टेस्ट शतक 135 के स्कोर पर 1954 में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ था।


7. मलयालम कवि अक्कितम का निधन हुआ

हाल ही में प्रसिद्ध मलयालम कवि अक्कितम का 94 वर्ष की आयु में निधन हुआ। उन्होंने 55वां ज्ञानपीठ पुरस्कार जीता था। अक्कितम अचुथन नम्बूदरी का जन्म 1926 में हुआ था, उन्हें अक्कितम नाम से जाना जाता है। अक्कितम ने अब तक 55 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं। उनकी कुछ एक प्रमुख रचनाएं हैं : खंड काव्य, कथा काव्य, चरित काव्य इत्यादि।

अक्कितम अचुथन नम्बूदरी

अक्कितम अचुथन नम्बूदरी का जन्म 18 मार्च, 1926 को पलक्कड़ में हुआ था। वे एक कवि व निबंधकार हैं। उन्हें उनकी रचनाओं के लिए विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार, ओड़ाकुझल अवार्ड, केंद्र साहित्य अकादमी अवार्ड, आसन पुरस्कार, ललिताम्बिका साहित्य अवार्ड, एझुथाचन अवार्ड,पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।


8. प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना, शोभा नायडू का निधन

प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना, शोभा नायडू का निधन हो गया है।

उनकी प्रमुख उपलब्धियों में बेलेट्स विप्रनारायण, कल्याण श्रीनिवासम और कई अन्य कोरियोग्राफी और प्रस्तुति शामिल है, जिसमें वे मुख्य भूमिका में थी और उन्होंने सत्यभामा, देवदेवी, पद्मावती, मोहिनी, साईं बाबा, और देवी पार्वती जैसी विभिन्न भूमिकाओं को चित्रित किया, जिससे उन्हें बड़ी प्रशंसा मिली।

उनके द्वारा जीते गए कुछ प्रसिद्ध पुरस्कारों में 2001 में पद्म श्री, 1991 में संगीत नाटक अकादमी शामिल हैं।


9. ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे पर उत्तर प्रदेश के सीएम ने लांच की ‘हाथ धोना, रोके कोरोना’ पहल

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 अक्टूबर, 2020 को “हाथ धोना, रोके कोरोना” अभियान का शुभारंभ किया। यह अभियान ग्लोबल हैंडवाशिंग डे के अवसर पर स्वच्छता प्रथाओं पर जोर देते हुए शुरू किया गया था।

मुख्य बिंदु

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि हाथ धोने सहित व्यक्तिगत स्वच्छता की सामान्य आदतें कोरोनावायरस संक्रमण से बचा सकती हैं।

व्यक्तिगत स्वच्छता लोगों को स्वस्थ और रोगमुक्त जीवन जीने में मदद करती है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से, सभी लोग जुड़ सकते हैं और व्यक्तिगत स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं।

यह कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने में भी मदद करेगा।

इस दिवस को चिह्नित करने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में विशेष हैंडवाशिंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं ने आगरा में ताजमहल पर विभिन्न प्रकार के प्रदर्शनों को प्रदर्शित किया। ये छात्र सुलभ इंटरनेशनल के स्वच्छता क्लब का हिस्सा हैं।

सुलभ स्वच्छता आन्दोलन

यह 1970 के दशक के दौरान बिंदेश्वर पाठक द्वारा स्थापित किया गया था। तब से, इस आंदोलन ने बीमारी के संचरण को कम करने के सबसे अच्छे तरीके के रूप में साबुन से हाथ धोने के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाई है।

ग्लोबल हैंडवाशिंग डे

प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को यह दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को जागरूकता बढ़ाने और हाथ धोने के महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिवस इस बात पर जोर देता है कि हाथ धोना रोग निवारण का एक प्रभावी साधन है। ग्लोबल हैंडवाशिंग डे 2020 का विषय ‘हैंड हाइजीन फॉर ऑल’ है।


10. FAO की 75वीं वर्षगांठ, पीएम मोदी ने जारी किया 75 रुपए का सिक्का

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुक्रवार को 75 रुपए का स्मारक सिक्का जारी किया। साथ ही उन्होंने हाल ही में विकसित की गई 8 फसलों की 17 जैव संवर्धित किस्मों को भी राष्ट्र को समर्पित किया।

वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत के किसान, कृषि वैज्ञानिक, आंगनबाड़ी-आशा कार्यकर्ता, कुपोषण के खिलाफ आंदोलन का आधार हैं। इन्होंने अपने परिश्रम से जहां भारत का अन्न भंडार भर रखा है, वहीं दूर-सुदूर, गरीब से गरीब तक पहुंचने में ये सरकार की मदद भी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इन सभी के प्रयासों से ही भारत, कोरोना के इस संकटकाल में भी कुपोषण के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) को 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजे जाने का जिक्र करते हुए इसमें भारत के योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने इसमें भारत के प्रशासनिक सेवा अधिकारी बिनय रंजन सेन की भूमिका से सबको अवगत कराया।

सेन ने एफओए के महानिदेशक के रूप में 1956 से 1967 तक काम किया था। सेन के कार्यकाल के दौरान ही विश्व खाद्य कार्यक्रम की स्थापना की गई थी।

उन्होंने कहा कि एफएओ के विश्व खाद्य कार्यक्रम को इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार मिलना भी एक बड़ी उपलब्धि है और भारत को खुशी है कि इसमें भी हमारी साझेदारी और हमारा जुड़ाव ऐतिहासिक रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुपोषण से निपटने के लिए एक और महत्वपूर्ण दिशा में काम हो रहा है। देश में ऐसी फसलों को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसमें पौष्टिक पदार्थ- जैसे प्रोटीन, आयरन, जिंक इत्यादि ज्यादा होते हैं।

यह कार्यक्रम सरकार द्वारा कृषि और पोषण क्षेत्र को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता को समर्पित है और साथ ही भूख, अल्पपोषण और कुपोषण को पूरी तरह से खत्म करने के सरकार के संकल्प को परिलक्षित करता है। इस कार्यक्रम में देश भर के आंगनवाड़ी, कृषि विज्ञान केंद्र और जैविक व बागवानी अभियान से जुड़े लोग भी शामिल हुए।

उल्लेखनीय है कि एफएओ का लक्ष्य लोगों को पर्याप्‍त मात्रा में अच्छी गुणवत्‍ता वाला भोजन नियमित रूप से सुनिश्चित करना है ताकि वे सक्रिय और स्‍वस्‍थ रहें। एफएओ का कार्य पोषण का स्‍तर उठाना, ग्रामीण जनसंख्‍या का जीवन बेहतर करना और विश्‍व अर्थव्‍यवस्‍था की वृद्धि में योगदान करना है।

11. "बैंक ऑफ घाना" ने जीता सेंट्रल बैंक ऑफ द ईयर अवार्ड 2020

"बैंक ऑफ घाना" ने सेंट्रल बैंक ऑफ द ईयर अवार्ड 2020 जीता है।

इसके अलावा, मार्क कार्नी (बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर) ने सेंट्रल बैंक ऑफ़ द ईयर अवार्ड 2020 में गवर्नर ऑफ़ द ईयर जीता है।

सेंट्रल बैंकिंग अवार्ड्स केंद्रीय बैंकिंग समुदाय में उत्कृष्टता को पहचानने के लिए प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।

यह पुरस्कार का 7 वां संस्करण था और समारोह को वर्चुअली आयोजित किया गया था।


12. फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी को भारत ने दिए 1 मिलियन अमरीकी डॉलर

भारत सरकार ने 14 अक्टूबर, 2020 को निकट पूर्व में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी को 1 मिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान दिया है।

भारत सरकार ने फिलिस्तीन में अपने प्रतिनिधि, सुनील कुमार के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को यह चेक सौंप दिया था। UNRWA - निकट पूर्व में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी ने भारत को समय पर मदद प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया है।

फिलिस्तीनी शरणार्थियों की बढ़ती संख्या के कारण UNRWA ने किया बढ़ी मांग का सामना

अधिकारियों के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी (UNRWA) को, गरीबी रेखा के नीचे रह रहे 5.6 मिलियन फिलिस्तीनी शरणार्थियों की बहुसंख्या के साथ, भारी बजटीय घाटे का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा कोविड -19 महामारी ने उन क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की रीढ़ तोड़ दी है, जहां वे रहते हैं।

फिलिस्तीनी शरणार्थियों को भारत की मदद: मुख्य विशेषताएं

UNRWA में संचार निदेशक, सामी मशाशा ने यह स्वीकार किया है कि, दशकों से भारत फिलिस्तीनी शरणार्थियों का लगातार समर्थक रहा है और ऐसे समय पर भारत द्वारा यह योगदान काफी महत्वपूर्ण है।

23 जून, 2020 को UNRWA के लिए एक असाधारण मंत्रिस्तरीय प्रतिज्ञा सम्मेलन के दौरान, जिसे वस्तुतः वी. मुरलीधरन ने आयोजित किया था, विदेश राज्य मंत्री ने यह घोषणा की थी कि, भारत अगले 2 वर्षों में UNRWA को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान देगा।

भारत ने मई, 2020 में UNRWA को 2 मिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान दिया था जिसके साथ ही इस वर्ष के लिए कुल योगदान 3 मिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया है।

भारत ने कोविड -19 से निपटने के लिए फिलिस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकरण को दवाएं और अन्य आवश्यक आपूर्तियां भी भेजी हैं।

भारत-फिलिस्तीन विकास साझेदारी

इस साझेदारी के तहत, भारत वर्तमान में मौजूदा 8 विकासात्मक परियोजनाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है, जोकि 59 मिलियन अमरीकी डॉलर के बराबर हैं। इसमें बेथलेहम में एक सूचना प्रौद्योगिकी पार्क, 215 बेड सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, राष्ट्रीय प्रिंटिंग प्रेस, तुराती-महिला सशक्तीकरण परियोजना, फिलिस्तीनी क्षेत्रों में विभिन्न गवर्नरों में तीन स्कूलों और राजनयिक प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण शामिल है।

UNRWA क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?

यह संयुक्त राष्ट्रसंघ की एक एजेंसी है जिसे वर्ष 1949 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्थापित किया गया था। इस एजेंसी के लिए लगभग 5.6 मिलियन फिलिस्तीन शरणार्थियों को संरक्षण और सहायता प्रदान करना आवश्यक कार्य है, जोकि इस एजेंसी के संचालन के 5 क्षेत्रों में UNRWA के साथ पंजीकृत हैं।

UNRWA का मिशन लेबनान, जॉर्डन, सीरिया, वेस्ट बैंक में फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद करना है, जिसमें गाजा पट्टी और पूर्वी यरुशलम शामिल हैं, ताकि वे लोग अपनी पूर्ण मानव विकास क्षमता हासिल कर सकें।

UNRWA की सेवाओं में स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, शिविर के बुनियादी ढांचे, राहत और सामाजिक सेवाओं, और फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए सुरक्षा, सुधार और माइक्रोफाइनेंस की व्यवस्था करना शामिल हैं।


13. गुजरात में बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड जिंक स्मेल्टर

गुजरात सरकार ने राज्य में एक ग्रीनफील्ड जिंक स्मेल्टर स्थापित करने के लिए वेदांत समूह की फर्म हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस सुविधा के लिए 5000- 10,000 करोड़ रुपये के निवेश की चरणों में आवश्यकता होगी, जिससे 5,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे और 2022 तक चालू हो जाएंगे।

प्रस्तावित 300 (किलो टन प्रति वर्ष) उत्पादन क्षमता परियोजना से स्थानीय आदिवासी क्षेत्र में युवाओं को बड़े रोजगार के अवसर प्रदान करेगी।


14. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 63371 नए मामले, 895 की COVID-19 से मौत

भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोरोनावायरस (Coronavirus) का खौफ देखने को मिल रहा है। अभी तक 3.89 करोड़ से ज्यादा लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। यह वायरस 10.98 लाख से ज्यादा संक्रमितों की जिंदगी छीन चुका है। भारत (Coronavirus India Report) में भी हर रोज COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं। संक्रमितों की संख्या 73 लाख पार हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 73,70,468 हो गई है। पिछले 24 घंटों में (गुरुवार सुबह 8 बजे से लेकर शुक्रवार सुबह 8 बजे तक) कोरोना के 63,371 नए मामले सामने आए हैं।

बीते 24 घंटों में 70,338 मरीज ठीक हुए हैं। इस दौरान 895 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। अब तक कुल 64,53,779 मरीज ठीक हो चुके हैं1,12,161 लोगों की जान गई है8,04,528 एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस की संख्या 2 सितंबर के बाद सबसे कम है। रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़ोतरी के बाद 87.56 प्रतिशत पर पहुंच गया है। पॉजिटिविटी रेट 6.16 फीसदी है। डेथ रेट 1.52 प्रतिशत है15 अक्टूबर को 10,28,622 कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए। अभी तक कुल 9,22,54,927 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं

बता दें कि दुनिया में अमेरिका (Coronavirus in US) के बाद भारत दूसरा सबसे ज्यादा टेस्ट करने वाला देश है, हालांकि भारत की आबादी को देखते हुए प्रति 10 लाख टेस्ट के हिसाब से टेस्ट की संख्या अभी भी बहुत कम है। भारत दुनिया में ऐसा सिर्फ दूसरा देश है, जहां 70 लाख से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। अब तक सबसे ज्यादा कोरोना मामले अमेरिका में सामने आए हैं। भारत और अमेरिका में अब करीब 6 लाख से कम मामलों का अंतर बचा है

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