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16th December | Current Affairs | MB Books


1. बोरिस जॉनसन होंगे गणतंत्र दिवस 2021 के मुख्य अतिथि

यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 2021 में भारत के गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि होंगे। बोरिस जॉनसन ने भारत का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इसका खुलासा भारत की यात्रा पर आये यूके के विदेश सचिव डोमिनिक राब ने की। डोमिनिक राब ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की और उनके साथ द्विपक्षीय महत्व के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

मुख्य बिंदु

गौरतलब है कि बोरिस जॉनसन भारत की स्वतंत्रता के बाद भारत के गणतंत्र दिवस में शामिल होने वाले दूसरे ब्रिटिश नेता हैं। इससे पहले जॉन मेजर 1993 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए थे।

डोमिनिक राब अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भी मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे भारत-यूके संबंधों के10 वर्षीय रोडमैप पर चर्चा करेंगे। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने G7 देशों की बैठक के लिए 3 अन्य देशों को आमंत्रित किया है, इसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया शामिल हैं। इससे पहले यूके ने D-10 समूह का प्रस्ताव रखा था, इसमें G7 देशों के अलावा भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को भी शामिल किया जायेगा। परन्तु यह प्रस्ताव अभी अपनी शुरूआती अवस्था में है, इसमें फिलहाल कोई विशेष प्रगति नही हुई है।

बोरिस जॉनसन

बोरिस जॉनसन का जन्म 9 जून, 1964 को हुआ था, वे 2008 से 2016 तक लन्दन के मेयर रहे। वे 2016 से 2018 तक विदेश सचिव भी रहे हैं। वे वर्तमान में यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री हैं।


2. ओला तमिलनाडु में स्थापित करेगा दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर कारखाना

सॉफ्टबैंक समर्थित मोबिलिटी प्लेटफ़ॉर्म, ओला ने तमिलनाडु में 2,400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला कारखाना स्थापित करने के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

एक इसके पूरा हो जाने पर यह तमिलनाडु में ओला फैक्ट्री दुनिया में सबसे बड़ी स्कूटर विनिर्माण फैक्ट्री होगी। शुरुआत में, कारखाने की वार्षिक विनिर्माण क्षमता 2 मिलियन यूनिट होगी।

यह कारखाना प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है और भारत को दो-पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक विनिर्माण केंद्र बना देगा।

यह नया कारखाना इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर भारत की निर्भरता को कम करेगा, स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देगा, रोजगार पैदा करने के साथ-साथ देश में तकनीकी विशेषज्ञता में सुधार भी करेगा।


3. ‘विजय दिवस’ पर PM मोदी ने प्रज्वलित की स्‍वर्णिम विजय मशाल, भारत-पाक युद्ध के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 1971 के भारत-पाक युद्ध (1971 India-Pakistan War) के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस मौके पर उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) मौजूद थे। रक्षा मंत्री ने ही नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) पर उनकी अगवानी की। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख भी वहां मौजूद थे। सभी ने 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरा होने के अवसर पर बुधवार को राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की अमर ज्योति पर ‘‘स्‍वर्णिम विजय मशाल'' प्रज्‍वलित भी की।

रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्‍ट्रीय युद्ध-स्‍मारक पर लगातार जलती रहने वाली ज्‍योति से प्रज्वलित इन चार विजय मशालों को 1971 के युद्ध के परमवीर चक्र और महावीर चक्र विजेताओं के गांवों सहित देश के विभिन्‍न भागों में ले जाया जाएगा

बयान के मुताबिक, ‘‘इन विजेताओं के गांवों के साथ-साथ 1971 के युद्ध स्‍थलों की मिट्टी को नई दिल्‍ली के राष्‍ट्रीय युद्ध स्‍मारक में लाया जाएगा।'' मालूम हो कि 16 दिसंबर भारत में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन पाकिस्तान के खिलाफ 1971 में भारत को जीत मिली थी और एक देश के रूप में बांग्लादेश अस्तित्व में आया था


4. ओडिशा करेगा वर्ष 2023 के FIH मेन्स हॉकी विश्व कप की मेजबानी

अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (International Hockey Federation-FIH) ने वर्ष 2023 FIH पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी लगातार दूसरी बार ओडिशा को सौंपे जाने की घोषणा की है।

यह टूर्नामेंट दो स्थानों, भुवनेश्वर और राउरकेला में आयोजित किया जाएगा।

साल 2018 का पुरुषों का हॉकी विश्व कप भी ओडिशा द्वारा आयोजित किया गया था।

वर्ष 2023 टूर्नामेंट पुरुषों के FIH हॉकी विश्व कप का 15 वां संस्करण होगा।

यह भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम और राउरकेला के बीजू पटनायक हॉकी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। FIH हॉकी विश्व कप प्रत्येक चार साल के बाद आयोजित किया जाता है।


5. अपतटीय गश्ती पोत सक्षम को लांच किया गया

हाल ही में गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने पांचवें और अंतिम अपतटीय गश्ती पोत ICGS (इंडियन कोस्ट गार्ड शिप) सक्षम को लांच किया। इसे अक्टूबर 2021 तक कमीशन किया जायेगा।

मुख्य बिंदु

ये पैट्रोल वेसल 30-एमएम गन से लैस हैं। इनका वजन 2,350 टन है। इन जहाजों के पतवार को उच्च ईंधन दक्षता और चालक दल के आराम प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह आपात स्थितियों को संभालने के लिए सुसज्जित हैं।

इस ओपीवी को एंटी-पायरेसी और बचाव कार्यों के लिए क्विक रिस्पांस बोट्स से लैस किया जायेगा। ICGS सक्षम का निर्माण स्वदेशी अपतटीय गश्ती परियोजना के तहत किया गया था।

स्वदेशी ऑफ शोर गश्ती परियोजना

इस परियोजना को 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। इस परियोजना के तहत, पांच भारतीय तटरक्षक जहाजों को लॉन्च किया जायेगा। दो ऑफशोर पैट्रोल वेसल्स आईसीजीएस सचेत और आईसीजीएस सुजीत को पहले ही कमीशन किया जा चुका है। इन ओपीवी को विशेष आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात किया जायेगा।

अगस्त 2020 में, भारतीय तटरक्षक जहाज सार्थक को लॉन्च किया गया था। यह श्रृंखला में चौथा जहाज़ था। इस श्रृंखला के तीसरे पोत ICGS सजग को नवंबर 2019 में लॉन्च किया गया था।

ये सभी पांच ओपीवी समर्थ वर्ग के हैं। अन्य समर्थ वर्ग के ओपीवी में आईसीजीएस शूर, आईसीजीएस सारथी, आईसीजीएस शौर्य, आईसीजीएस सुजय, आईसीजीएस शौनक और आईसीजीएस समर्थ हैं।

विक्रम क्लास के कोस्ट गार्ड शिप

विक्रम श्रेणी के अपतटीय गश्ती पोत एल एंड टी द्वारा काटुपल्ली शिपयार्ड में बनाए जा रहे हैं। वे लंबी दूरी के जहाज हैं। उन्हें तटीय और अपतटीय गश्त के लिए तैनात किया जायेगा। फिलहाल सात अपतटीय गश्ती जहाज बनाए जा रहे हैं। इसमें ICGS विक्रम, ICGS वीरा, ICGS वराह, ICGS विग्रह, ICGS वज्र, ICGS विजय शामिल हैं।

विक्रम क्लास के पोत को 30-मिमी नेवल गन, 12.7 मिमी की भारी मशीन गन से लैस किया जायेगा।


6. अमीष त्रिपाठी द्वारा लिखी गई 'धर्म' नामक बुक

लेखक अमीश त्रिपाठी द्वारा "Dharma: Decoding the Epics for A Meaningful Life" टाइटल दूसरी नॉन-फिक्शन बुक तैयार की गई है।

यह पुस्तक प्राचीन हिंदू महाकाव्यों से व्यावहारिक, दार्शनिक सबक प्रदान करती है।

यह उनकी बहन भावना रॉय द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई है।

इसे वेस्टलैंड द्वारा प्रकाशित किया जाना है। उनकी आखिरी नॉन-फिक्शन किताब 'Immortals India' 2017 में जारी की गई थी।


7. जीआरएसई कोलकाता ने प्रोजेक्ट 17 A के पहले जहाज 'हिमगिरी' का किया लॉन्च

कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) द्वारा निर्माण किए जा रहे तीन प्रोजेक्ट 17 A जहाजों में से पहले हिमगिरी का जलावतरण किया गया है।

हिमगिरी का लॉन्च भारतीय नौसेना के लिए P17A के तीन अत्याधुनिक युद्धपोतों के निर्माण के प्रति जीआरएसई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

प्रोजेक्ट 17 A कार्यक्रम के तहत, कुल सात जहाजो का निर्माण किए जाना है, जिनमें से चार मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) और जीआरएसई में तीन जहाज अत्याधुनिक स्टील्थ सुविधाओं, उन्नत स्वदेशी हथियार और सेंसर के साथ-साथ कई अन्य सुधारों के साथ बनाए जा रहे हैं।

P17A जहाज जीआरएसई में निर्मित पहला गैस टरबाइन संचालक शक्ति और अब तक का सबसे बड़ा लड़ाकू पोत है। अपनी स्थापना के बाद से, प्रोजेक्ट 17A ने भारत की आत्मानिभर भारत दृष्टिकोण को बरकरार रखा है।


8. दिल्ली में वाहनों के लिए उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट हुई जरुरी, दिल्ली परिवहन विभाग ने दिया निर्देश

दिल्ली के परिवहन विभाग ने राज्य के सभी वाहन मालिकों को निर्देश दिया है कि वे अपने वाहनों में उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट (HSRP) लगवाएं। राज्य विभाग के नोटिस के अनुसार, नागरिकों को ’बिना किसी देरी के’ अपने स्वामित्व वाले वाहनों पर HSRP प्राप्त करना चाहिए’, और ऐसा न करने पर, केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम के तहत उन्हें जुर्माना देना होगा।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, 1 अप्रैल, 2019 से पहले देश में बेचे गये सभी वाहनों को HSRP और रंग-कोडित स्टिकर हासिल करना होगा।

उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट का विवरण

इन प्लेटों को एल्यूमीनियम से बनाया जाएगा और दुबारा इस्तेमाल न किये जा सकने वाले कम से कम दो स्नैप-ऑन लॉक्स का उपयोग करके वाहन पर चिपका दिया जाएगा। इन उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट (हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स) में अशोक चक्र के हॉट-स्टैम्प्ड क्रोमियम आधारित 20 मिमी x 20 मिमी होलोग्राम शामिल होंगे जो नीले रंग के होंगे। यह होलोग्राम प्लेट के ऊपरी बाएं कोने पर होगा।

इस प्लेट के निचले बायें कोने में एक 10-अंकीय स्थायी पहचान संख्या (पिन) होगी जो रिफ्लेक्टिव शीट पर लेजर ब्रांडेड होगी। इसमें 45 डिग्री के कोण पर ‘इंडिया’ खुदा होगा और एक हॉट-स्टैम्प्ड फिल्म भी होगी, जो अंकों पर लगाई जाएगी।

जब एक बार इस नंबर प्लेट को कार में चिपका दिया जाएगा, तो विशिष्ट HSRP स्वचालित तौर पर उस कार से जुड़ जाएगा।

अपने वाहन के लिए HSRP कैसे प्राप्त करें?

परिवहन मंत्रालय के नए नियम के अनुसार, वाहन निर्माताओं के लिए वाहन के साथ ही HSRP वाहन डीलरों को प्रदान किया जाना है। इसके अलावा, ये उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट्स पांच साल की गारंटी के साथ आती हैं, अगर यह प्लेट 5 साल से पहले ही क्षतिग्रस्त हो जाती है या नंबरों का रंग फेड हो जाता है, तो इस प्लेट को फिट करने वाले डीलर को इसे बिना किसी लागत के बदलना होगा।

क्या HSRP के लिए अतिरिक्त मूल्य देना होगा?

अप्रैल, 2019 के बाद से भारत में बेचे जाने वाले सभी वाहन पहले से ही डीलर की तरफ़ से HSRP के साथ आ रहे हैं और इसकी लागत के साथ-साथ इसे वाहन पर फिक्स करने की लागत पहले से ही वाहन की कीमत में शामिल होती है।

हालांकि, ऐसे वाहन, जो अप्रैल 2019 से पहले बेचे जा चुके हैं, वाहन मालिकों को सरकार या ऑटोमोबाइल डीलरशिप द्वारा अधिकृत HSRP विक्रेताओं से संपर्क करना होगा और यह नंबर प्लेट प्राप्त करने के लिए निर्धारित मामूली राशि का भुगतान करना होगा।

उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेटों का क्या महत्व है?

वाहनों पर परंपरागत रूप से उपयोग की जाने वाली प्लेटों के साथ छेड़छाड़ करना आसान होता है और इसे बहुत आसानी से बदला भी जा सकता है जिससे वाहन चोरी होने की स्थिति में संबद्ध वाहन को ट्रैक करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

ये नंबर प्लेट्स निजी विक्रेताओं और ऑटोमोबाइल डीलरों द्वारा वाहनों पर फिक्स की जाती हैं जिन्हें राज्य अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किया जाता है। इसके अलावा, वाहन मालिक द्वारा चेसिस नंबर, इंजन नंबर आदि जैसे विवरण प्रदान करने के बाद HSRP जारी किया जाएगा। यह HSRP की जालसाजी को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

HSRP के माध्यम से, वाहन का विवरण जैसे चेसिस नंबर, इंजन नंबर एक उपयुक्त केंद्रीकृत डेटाबेस में संग्रहीत किया जाएगा। इस नंबर प्लेट में 10-अंकों के पिन के साथ ये विवरण चोरी हुए वाहनों की पहचान करने में अधिकारियों की मदद करेंगे।

9. CRISIL ने चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी संकुचन दर को कम कर किया -7.7%

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भारत की जीडीपी की संकुचन दर को कम कर दिया है और अब CRISIL ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सितंबर 2020 में जारी अपने पूर्वानुमान 9% को दूसरी तिमाही में हुई उम्मीद से अधिक रिकवरी होने के चलते संशोधित कर भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.7% नेगेटिव रहने की उम्मीद जताई है।

साथ ही CRISIL वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से उभरकर को 10% तक की ग्रोथ की संभावना जताई है।


10. ओला तमिलनाडु में लगाएगी दुनिया की सबसे बड़ी ई-स्कूटर फैक्ट्री

ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2,400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई-स्कूटर कारखाना (Ola scooter factory) लगाएगी। कंपनी ने 14 दिसंबर 2020 को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ समझौता किया है।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर लगभग 10,000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी।

स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन

बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अहम कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में सहायता मिलेगी।

भारत ई-वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र

ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशल, श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई-वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोप, एशिया, लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा।

ई-स्कूटरों की पहली श्रृंखला पेश करने की तैयारी

कंपनी अपने ई-स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।

इलेक्ट्रिक स्कूटरों की पहली रेंज लॉन्च

ओला कंपनी द्वारा आने वाले महीनों में अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटरों की पहली रेंज लॉन्च करने के मद्देनजर यह घोषणा की गई है। तमिलनाडु का यह बड़ा कारखाना न सिर्फ भारत में बल्कि यूरोप, एशिया, लैटिन अमरीका और दुनियाभर के बाजारों में ग्राहकों को उत्पाद मुहैया कराएगा।

2,000 से अधिक लोगों को नियुक्त करने की योजना

ओला ने इस साल की शुरुआत में अपने इलेक्ट्रिक व्यवसाय के लिए 2,000 से अधिक लोगों को नियुक्त करने की योजना की घोषणा की थी क्योंकि यह तेजी से दुनिया भर के उपभोक्ताओं के लिए इलेक्ट्रिक और स्मार्ट शहरी गतिशीलता समाधान का एक सूट बनाना चाहता है।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

ओला की तरफ से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजरिये के अनुसार ये ई-स्‍कूटर मैन्‍युफैक्‍चरिंग फैक्‍ट्री आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के अहम क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्‍स के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय मैन्‍युफैक्‍चरिंग को प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं, देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में सहायता मिलेगी।


11. म्यांमार के पॉल सीन ट्वा ने जीता गोल्डमैन पर्यावरणीय पुरस्कार 2020

इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) एशिया क्षेत्रीय कार्यालय ने पॉल सीन ट्वा को एशिया के लिए गोल्डमैन पर्यावरणीय पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया है।

यह पुरस्कार उन्हें उनके प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में करेन लोगों के आत्मनिर्णय को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए दिया गया है।

पॉल 2001 में स्थापित करेन एनवायरनमेंट एंड सोशल एक्शन नेटवर्क (KESAN) के सह-संस्थापक हैं।

KESAN में पॉल और उनकी टीम ने म्यांमार में और थाईलैंड की सीमा पर साल्वेन पीस पार्क की स्थापना में करेन स्वदेशी समुदायों का सहयोग किया।

द पीस पार्क एशिया के जैव विविधता वाले हॉटस्पॉटों में से एक में संरक्षण के लिए एक अद्वितीय समुदाय-आधारित दृष्टिकोण को दर्शाता है।

साल्विन बेसिन सागौन जंगलों के विशाल खंडो का घर है, जहां बाघ, सूरज भालू और घिरे तेंदुए हैं।


12. एस्वातिनी के प्रधानमंत्री एम्ब्रोस डलामिनी का निधन

दक्षिणी अफ्रीका के एक देश एस्वातिनी के प्रधानमंत्री एम्ब्रोस डलामिनी (Ambrose Dlamini) का कोरोनवायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया है।

उन्हें अक्टूबर 2018 में देश के दसवें प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।


13. 'हिंद केसरी' विजेता पहलवान श्रीपति खानचनेले का निधन

वर्ष 1959 में प्रतिष्ठित 'हिंद केसरी' खिताब जीतने प्रसिद्ध भारतीय पहलवान श्रीपति खानचानले का निधन।

साल 1959 में, खानचेनले ने दिल्ली के न्यू रेलवे स्टेडियम में पहलवान रुस्तम-ए-पंजाब बटासिंह को हराकर 'हिंद केसरी' का खिताब जीता था।

प्रतिष्ठित 'हिंद केसरी' खिताब भारतीय कुश्ती का दुनिया में सर्वोच्च सम्मान है।

वह महाराष्ट्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले शिव छत्रपति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता भी थे।



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