1. ड्रग कंट्रोल ऑपरेशन पर भारत और म्यांमार के बीच द्विपक्षीय बैठक आयोजित की गयी
ड्रग कंट्रोल ऑपरेशन पर पांचवीं भारत-म्यांमार द्विपक्षीय बैठक हाल ही में आयोजित की गई। इस बैठक के दौरान, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ऑफ इंडिया और म्यांमार की सेंट्रल कमिटी ऑन ड्रग एब्यूज कंट्रोल ने नए साइकोट्रोपिक पदार्थों, ड्रग बरामदगी पर जांच का संचालन करने के लिए समय पर सूचना का आदान-प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की।
पृष्ठभूमि
हाल ही में जारी स्मगलिंग इन इंडिया रिपोर्ट, 2020 के अनुसार, मिजोरम म्यांमार से मादक पदार्थों की तस्करी के प्रमुख मार्गों में से एक के रूप में उभरा है। म्यांमार से उत्तर पूर्व में सिंथेटिक ड्रग्स और याबा टेबलेट की तस्करी की जा रही है। यह मुख्य रूप से स्वर्ण त्रिभुज क्षेत्र के कारण होता है, जहाँ थाईलैंड, म्यांमार और लाओस की सीमा के क्षेत्र में मेथ का उत्पादन किया जा रह है। मेथ को थाईलैंड में “याबा” और बांग्लादेश में “बाबा” कहा जाता है।
भारत-म्यांमार
भारत और म्यांमार एक त्रिपक्षीय राजमार्ग और कलादान मल्टी-मोडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट का निर्माण कर रहे हैं। यह मल्टीमॉडल प्रोजेक्ट कोलकाता को सिटवे बंदरगाह से जोड़ेगा। और यह परियोजना, म्यांमार की कलादान नदी को भारत के उत्तर पूर्व से जोड़ेगी।
भारत म्यांमार में शरण ले रहे उत्तर पूर्वी क्षेत्र के उग्रवादी समूहों से चिंतित है। वे नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट हैं। मई 2020 में, म्यांमार ने भारतीय विद्रोही समूहों के 22 कैडरों को सौंप दिया था।
भारत और म्यांमार ने हाल ही में ऊर्जा, संचार, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे जैसे विभिन्न क्षेत्रों में दस समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों के बीच मौजूदा द्विपक्षीय व्यापार 1.7 बिलियन अमरीकी डॉलर है। भारत म्यांमार का पांचवा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
भारत के लिए म्यांमार क्यों महत्वपूर्ण है?
म्यांमार भारत की सीमा पर एकमात्र आसियान देश है। भारत के अनुसार, म्यांमार दक्षिण पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार है। भारत ने अपनी एक्ट ईस्ट पॉलिसी और नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी के तहत म्यांमार के साथ सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है।
2. America ने रूसी मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए Turkey पर लगाए प्रतिबंध
अमेरिका ने एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने को लेकर तुर्की पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका ने इसके साथ ही भारत समेन उन देशों को भी आगाह किया है, जो एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के इच्छुक हैं।
अमेरिका ने रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए तुर्की के रक्षा उद्योगों और उसके अध्यक्ष समेत तीन अन्य अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया है। अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर यह जानकारी साझा किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने क्या कहा?
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बताया कि रूसी एस-400 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाए हैं। उन्होंने आगे कहा कि तुर्की ने नियमों को तोड़ा है, जिसकी वजह से हम प्रतिबंध लगाने को मजबूर हैं।
प्रतिबंध क्यों लगाया गया?
अमेरिका ने कहा है कि रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को खरीदकर तुर्की ने नियमों को तोड़ा है। इसके बाद तुर्की पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया। अमेरिका के इन प्रतिबंधों से तुर्की के डिफेंस इंडस्ट्री को भारी नुकसान होने वाला है। अमेरिका ने तुर्की द्वारा रूसी मिसाइल प्रणाली खरीदने को लेकर यह कार्रवाई की है। तुर्की ने रूस से S-400 मिसाइल सिस्टम की खरीद 2019 में की थी।
3. पीएम मोदी ने फिक्की की 93 वीं वार्षिक आम बैठक के उद्घाटन सत्र को किया संबोधित
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फिक्की की 93 वीं वार्षिक आम बैठक (Annual General Meeting) और वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा 11 से 14 दिसंबर, 2020 तक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
फिक्की 93 वें एजीएम का विषय ‘Inspired India’ है। साथ ही प्रधानमंत्री ने वर्चुअली फिक्की एनुअल एक्सपो 2020 का भी उद्घाटन किया, जो 11 दिसंबर 2020 से शुरू होकर एक साल तक जारी रहेगा।
फिक्की एजीएम वार्षिक उच्च अधिकार प्राप्त व्यक्तियों वाला एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसमें कैबिनेट मंत्री, भारत सरकार के सचिव, वैश्विक उद्योग कैप्टेन, राजनयिक, राजनीतिक दल के नेता और अन्य विचारक नेता भाग लेते हैं।
इस मेगा इवेंट में दुनिया भर से लगभग 10000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।
4. ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के तहत 10 लाख टेलीकंसल्टेशन रिकॉर्ड किए गए
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ई-संजीवनी पहल के तहत 10 लाख टेलीकंसल्टेशन दर्ज किये गये। गौरतलब है कि देश के 550 जिलों में लोगों द्वारा इस सेवा का लाभ उठाया जा रहा है। ई-संजीवनी का लाभ उठाने वाले 10% लोग 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के हैं। लगभग एक चौथाई लोगों ने ई-संजीवनी का उपयोग बार-बार किया है। इससे स्पष्ट होता है कि लोग अस्पताल जाने की बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता दे रहे हैं। ई-संजीवनी ने स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है।
ई-संजीवनी ओपीडी
13 अप्रैल, 2020 को इस पहल को शुरू किया गया था। यह देश भर में लॉकडाउन के चलते ओपीडी बंद होने के दौरान शुरू किया गया था। eSanjeevani ओपीडी की सीधे सेवाओं का लाभ सीधे घर से उठाया जा सकता है। टेली ओपीडी को रोगियों और डॉक्टरों दोनों द्वारा समान रूप से स्वीकार किया गया है। लगभग 100 टेलीमेडिसिन चिकित्सकों ने पहले ही लगभग 1,000 टेलीकॉन्लेशन किए हैं।
eSanjeevani AB-HWC
यह टेलीमेडिसिन सेवा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लांच की गई थी। आयुष्मान भारत हेल्थ वेलनेस सेंटर (AB-HWC) के तहत नवंबर 2019 में यह सेवा शुरू की गई थी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत मेडिकल कॉलेजों के सहयोग से 1,50,000 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में यह सेवा शुरू और लागू करने की योजना है।
5. भारत और उज्बेकिस्तान ने रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए 9 समझौतों पर किए हस्ताक्षर
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्ज़ियोएव (Shavkat Mirziyoyev) ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने के लिए वर्चुली आयोजित शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की।
भारत सरकार ने उज्बेकिस्तान में सड़क निर्माण, सीवरेज ट्रीटमेंट और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चार विकासात्मक परियोजनाओं के लिए 448 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट को भी मंजूरी दी।
6. 15 दिसम्बर : सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि
आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की 70वीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर उन्हें देश भर में श्रद्धांजली दी गयी। वे देश के पहले उप-प्रधानमंत्री व गृह मंत्री थे। उन्हें भारत के लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को हुआ था, वे भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री थे। वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। स्वतंत्रता के बाद देशी रियासतों के एकीकरण में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। हैदराबाद को भारत में शामिल करने में उनकी भूमिका काफी अहम थी। वे 15 अगस्त, 1947 से लेकर 15 दिसम्बर, 1950 तक देश के पहले गृह मंत्री तथा उप-प्रधानमंत्री रहे। उनकी मृत्यु 15 दिसम्बर, 1950 को हुई थी।
राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए सरदार पटेल पुरस्कार
यह पुरस्कार राष्ट्रीय एकीकरण के लिए योगदान देने वाले लोगों को प्रदान किया जायेगा। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपना पूर्ण जीवन देश के एकीकरण में समर्पित कर दिया था। उनके प्रयासों के उपरांत ही भारत का वर्तमान स्वरुप संभव हो सका है। उनके नाम पर राष्ट्रीय एकीकरण पुरस्कार रखना उनके प्रति देश की ओर से एक श्रद्धांजली है, इससे लोगों को भारत की एकता को बनाये रखने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
7. BSE ने लांच किया ई-एग्रीकल्चरल स्पॉट मार्केट प्लेटफार्म ‘BEAM’
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) लिमिटेड ने अपनी सहायक कंपनी बीएसई इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के माध्यम से कृषि वस्तुओं के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक स्पॉट प्लेटफॉर्म, "बीएसई ई-एग्रीकल्चर मार्केट्स लिमिटेड (बीईएएम)"/ "BSE E-Agricultural Markets Ltd (BEAM)" लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य भारतीय कृषि बाजार की प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, वित्तीय बाजारों, बाजार प्रौद्योगिकी और इसके जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र में बीएसई की ताकत बढ़ाना है।
BEAM एक एकल बाजार बनाने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप एक राष्ट्रीय स्तर, संस्थागत, इलेक्ट्रॉनिक, पारदर्शी कमोडिटी स्पॉट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा।
BEAM की मदद से, एक राज्य में किसान दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंच सकेंगे और अपनी उपज की नीलामी कर सकेंगे।
8. रूस ने लांच किया अंगारा A5 रॉकेट
हाल ही में रूस ने अंगारा A5 हैवी-लिफ्ट रॉकेट को लॉन्च किया। गौरतलब है कि इसे पहली परीक्षण उड़ान के छह साल बाद इसे लॉन्च किया गया है।
मुख्य बिंदु
इस रॉकेट को 14 दिसंबर को उत्तरी रूस के प्लेसेट्सक कोस्मोड्रोम से लॉन्च किया गया। इस रॉकेट में ब्रीज-एम अप्पर स्टेज और एक मॉक स्पेसक्राफ्ट शामिल है। लिफ्टऑफ के 12 मिनट और 28 सेकंड के बाद दोनों को लॉन्च व्हीकल से सफलतापूर्वक अलग किया गया।
अंगारा A5
अंगारा रॉकेट आक्रामक और विषाक्त प्रणोदक का उपयोग नहीं करता है। इस प्रकार, इस राकेट से रॉकेट लांच काम्प्लेक्स के आसपास के क्षेत्र में पर्यावरण को ज्यादा नुकसान नही होगा।
इसमें एक यूनिवर्सल रॉकेट मॉड्यूल (URM) -1 कोर और चार URM-1 बूस्टर शामिल हैं। इसमें 3.6m URM-2 दूसरा चरण और एक ऊपरी चरण है। 200 किमी x 60° की कक्षा में इसकी पेलोड क्षमता 24.5 टन है। 23 दिसंबर 2014 को अंगारा A5 ने पहली परीक्षण उड़ान भरी गई थी।
अंगारा राकेट रूस को भूस्थिर-परिक्रमा उपग्रहों को लांच करने में सक्षम बनाएगा। यह रॉकेट पर्यावरण के अनुकूल ईंधन का उपयोग करता है।
अंगारा रॉकेट परिवार
यह स्पेस लॉन्च व्हीकल का परिवार है। इसका निर्माण मॉस्को में ख्रूनीचेव स्टेट रिसर्च एंड प्रोडक्शन स्पेस सेंटर द्वारा किया गया है। यह रॉकेट 3,800 से 24,500 किलोग्राम के उपग्रहों को निम्न पृथ्वी कक्षा में स्थापित करेगा। अंगारा 1.2 सबसे छोटा अंगारा है, अभी यह राकेट निर्माणाधीन है। अब तक, तीन इसके वेरिएंट विकसित किए गए हैं। अन्य प्रस्तावित वेरिएंट्स में शामिल हैं- अंगारा 1.1, अंगारा A3, अंगारा A5P आदि।
9. अशरफ पटेल को मिला सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवार्ड - इंडिया 2020
Pravah and ComMutiny–The Youth Collective (CYC) की संस्थापक सदस्य और बोर्ड मेंबर अशरफ पटेल को सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर (SEOY) अवार्ड - इंडिया 2020 से सम्मानित किया गया है।
उन्हें यह पुरस्कार केंद्रीय मंत्री महिला और बाल विकास और कपड़ा मंत्रालय स्मृति जुबिन ईरानी द्वारा प्रदान किया गया।
SEOY अवार्ड “उन उद्यमियों को सम्मानित करता है जो भारत की सोशल समस्याओं को हल करने के लिए नए, स्थायी और स्केलेबल समाधानों को लागू करते हैं।
यह 2010 में श्वाब फाउंडेशन और जुबिलेंट भारतीय फाउंडेशन द्वारा स्थापित वार्षिक पुरस्कार का 11 वां संस्करण है।
10. तमिलनाडु ने लांच की अम्मा मिनी-क्लिनिक
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी ने अम्मा मिनी कोविड-19 क्लीनिक का उद्घाटन किया है। गौरतलब है कि राज्य भर में 2000 क्लीनिक लांच किए गए हैं। तमिलनाडु भारत में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित चौथा राज्य है।
अम्मा क्लिनिक
इन अम्मा क्लीनिक का नाम तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के नाम पर रखा गया है। क्लीनिक में एक डॉक्टर, एक नर्स और एक सहायक होगा। यह क्लिनिक सार्वजनिक परामर्श और बुनियादी जांच में मदद करेंगे। राज्य सरकार द्वारा अनुमान लगाया गया है कि प्रति दिन लगभग 100 रोगी इन क्लीनिकों का दौरा करेंगे।
ये फैसिलिटीज तमिलनाडु की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को मजबूत करेंगी।
कोविड-19 के लिए तमिलनाडु के प्रयास
तमिलनाडु राज्य द्वारा इस बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किए गए प्रयासों को केंद्र द्वारा बहुत सराहा गया है। कोविड-19 मामलों के प्रसार का पता लगाने के लिए राज्य ने घर-घर अभियान चलाया था।
अन्य राज्य में इसी तरह के क्लीनिक
दिल्ली सरकार भी इसी तरह के क्लीनिक चला रही है। इसका नाम ‘आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक (AAMC)’ या मोहल्ला क्लीनिक रखा गया है। ये राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। ये क्लिनिक आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं का एक मूल पैकेज प्रदान करते है जिसमें दवाइयां, निदान और परामर्श शामिल हैं।
11. यूनेस्को ने "Creative Economy" पर शुरू किया बंगबंधु पुरस्कार
यूनेस्को ने बांग्लादेश के प्रस्ताव को अपनाते बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के नाम पर एक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की है।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के कार्यकारी बोर्ड ने सर्वसम्मति से अपने 210 वें सत्र में "Creative Economy" के लिए यूनेस्को-बांग्लादेश बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार पर प्रस्ताव को अपनाया।
यह पहला मौका है जब संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने बंगबंधु के नाम पर कोई पुरस्कार शुरू किया।
12. भारत और बांग्लादेश के बीच ‘स्वाधीनता सड़क’ का 26 मार्च, 2021 को होगा शुभारंभ
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. ए.के. अब्दुल मोमन ने यह सूचित किया है कि, बांग्लादेश और भारत के बीच 'स्वाधीनता सड़क' का शुभारंभ 26 मार्च, 2021 को किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि, यह सड़क भारत में संचालित है, जबकि यह मेहरपुर, मुजीबनगर जिले से होकर बांग्लादेश में जाएगी।
इस ‘स्वाधीनता सड़क’ के बारे में सूचित करते हुए, विदेश मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि, इन दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध थे और ये संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। उन्होंने भारत और बांग्लादेश के बीच के इस वर्तमान अध्याय को 'स्वर्णिम अध्याय' भी कहा है।
डॉ. मोमन ने आगे यह भी कहा कि, दोनों देश विचार-विमर्श और संवादों के माध्यम से अपनी समुद्री सीमाओं और भूमि सीमा समझौते (LBA) जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दों को हल करके एक उदाहरण स्थापित करने में सफल रहे हैं।
आगामी भारत-बांग्लादेश शिखर सम्मेलन का एजेंडा: महत्त्वपूर्ण विवरण
प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच 17 दिसंबर, 2020 को आभासी तौर पर आयोजित होने वाले आगामी शिखर सम्मेलन के दौरान एजेंडे के बारे में विवरण देते हुए, बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने यह बताया कि, अन्य प्रमुख मुद्दों के बीच, दोनों पड़ोसी देशों के दो नेताओं के बीच जीत के महीने पर भी चर्चा की जायेगी क्योंकि, बांग्लादेश मुक्ति अभियान बांग्लादेश के साथ-साथ भारत के लिए भी एक महान जीत थी।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने आगे जानकारी देते हुए यह भी कहा कि, 17 दिसंबर को भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्रियों के बीच आभासी शिखर सम्मेलन के दौरान चिल्हाटी-हल्दीरबारी रेल लिंक का भी उद्घाटन किया जाएगा। यह रेल लिंक इससे पहले वर्ष, 1965 तक सक्रिय था।
13. मैक्स वेरस्टैपेन ने जीती अबू धाबी ग्रैंड प्रिक्स 2020
मैक्स वेरस्टैपेन (रेड बुल - नीदरलैंड्स) ने संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में आयोजित अबू धाबी ग्रैंड प्रिक्स 2020 का आखिरी सीजन जीत लिया है।
इस सीजन की उनकी यह दूसरी और करियर की 10 वीं जीत थी। यह साल 2020 फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैम्पियनशिप की 17 वीं और अंतिम रेस थी।
इस रेस में वाल्टेरी बोटास (मर्सिडीज-फिनलैंड) दूसरे स्थान पर ररहे, जबकि विश्व चैंपियन लुईस हैमिल्टन (मर्सिडीज-ग्रेट ब्रिटेन) तीसरे स्थान पर रहे।
14. ICC ने 2022 महिला विश्व कप के लिए कार्यक्रम की घोषणा की
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने साल 2022 में खेले जाने वाले महिला विश्व कप का कार्यक्रम जारी कर दिया है। आईसीसी ने 15 दिसंबर 2020 को न्यूजीलैंड में खेले जाने वाले वनडे विश्व कप का पूरा कार्यक्रम जारी किया।
भारतीय टीम को पहला मुकाबला 6 मार्च को क्वालीफायर टीम के साथ खेलना है। टूर्नामेंट में टीम इंडिया कुल सात लीग मैच खेलेगी. इस टूर्नामेंट में कुल 31 मैच होने हैं। पहला मैच 04 मार्च 2022 को वेलिंगटन के बेसिन रिज़र्व और इसका फाइनल 03 अप्रैल 2022 को न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च के हेगली ओवल ग्राउंड पर खेला जाएगा।
टूर्नामेंट का आयोजन न्यूजीलैंड
आईसीसी ने 2022 में होने वाले महिला विश्व कप के कार्यक्रम की घोषणा की। 4 मार्च से 3 अप्रैल के बीच खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट का आयोजन न्यूजीलैंड में होगा। पहले यह विश्वकप इसी साल होने वाला था फिर कोरोना वायरस की वजह से इसे 2022 तक के लिए बढ़ा दिया गया था।
आठ महिला क्रिकेट टीमें हिस्सा लेंगी
इस टूर्नामेंट में कुल आठ महिला क्रिकेट टीमें हिस्सा लेंगी। कोरोनावायरस के बाद यह पहला महिला क्रिकेट इवेंट हो रहा है। इसके पहले मार्च 2020 में ऑस्ट्रेलिया में Women's T20 World Cup हुआ था। सेमीफाइनल 30 और 31 मार्च को होने हैं, वहीं, फाइनल 03 अप्रैल 0222 यानी रविवार को खेला जाएगा।
महिला विश्व कप का 12वां संस्करण
यह महिला विश्व कप का 12वां संस्करण होगा। इंग्लैंड ने साल 1973 में पहली बार अपनी मेजबानी में टूर्नामेंट जीता था। तब से लेकर अब तक इंग्लैंड टीम चार बार खिताब अपने नाम कर चुकी है। ऑस्ट्रेलिया ने सर्वाधिक छह फाइनल जीता है। न्यूजीलैंड को एक बार सफलता हाथ लगी। दो फाइनल खेल चुकी भारतीय महिलाएं टीम इस बार अपने पहले विश्व कप के लिए पूरी ताकत लगा देगी।
भारतीय टीम का पूरा कार्यक्रम
भारतीय टीम पहला मैच 6 मार्च को क्वालीफायर टीम के साथ खेलेगी। इसके बाद 10 मार्च को टीम का सामना मेजबान न्यूजीलैंड से होगा। भारतीय टीम 12 मार्च को तीसरे लीग मैच में एक और क्वालीफायर टीम से खेलेगी। भारत का सामना 16 मार्च को इंग्लैंड के साथ होगा जबकि 19 मार्च को भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने उतरेगी। भारत का मुकाबला 22 मार्च को क्वालीफायर टीम के साथ होगा। टीम इंडिया आखिरी लीग मैच में साउथ अफ्रीका के साथ 27 मार्च को खेलेगी।
15. भारतीय टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना ने दुबई में जीता ITF डबल खिताब
भारतीय टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना ने दुबई में अपने जॉर्जियाई साथी एकातेरिन गोर्गोडेज़ के साथ संयुक्त रूप से 2020 अल हब्तूर टेनिस चैलेंज जीतकर सीजन का तीसरा युगल खिताब जीता हैं।
इंडो-जॉर्जियाई जोड़ी ने स्पेन के एलियोना बोल्सोवा ज़ादोइनोव और स्लोवाकिया काजा जुवान की जोड़ी को 6-4 3-6 10-6 से हराकर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर का खिताब जीता।
अल हैबटूर टेनिस चैलेंज एक पेशेवर महिला टेनिस टूर्नामेंट के साथ-सैट 1998 से दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में सालाना आयोजित होने वाले ITF महिला विश्व टेनिस टूर का हिस्सा है।
16. अंकिता रैना ने दुबई में जीता आईटीएफ युगल खिताब
भारत की अंकिता रैना ने हाल ही में जॉर्जिया की अपनी जोड़ीदार कैटरीन गोर्गोद्जे के साथ मिलकर 1 लाख डॉलर की इनामी राशि वाला अल हबटूर महिला डबल्स का खिताब अपने नाम कर लिया है। यह साल अंकिता के लिए शानदार रहा है।
कोविड- 19 के इस मुश्किल दौर में यह उनका तीसरा डबल्स खिताब है। भारत और जॉर्जिया की इस गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी ने 12 दिसंबर 2020 को हार्ड कोर्ट टूर्नामेंट के फाइनल में स्पेन की अलियोना बोलसोवा जादोइनोव और स्लोवाकिया की काजा जुवान की जोड़ी पर 6-4, 3-6, 10-6 से हराकर यह खिताब अपने नाम किया।
अंकिता ने जीत के बाद क्या कहा?
अंकिता ने जीत के बाद कहा कि एकल (सिंगल) सर्किट की सफलता की तुलना नहीं की जा सकती लेकिन युगल (डबल्स) ड्रॉ की अहमियत भी कम नहीं है।
अंकिता का इस सीजन का चौथा डबल्स फाइनल
अंकिता का यह इस सीजन का चौथा डबल्स फाइनल था लेकिन यह कैलेंडर की सबसे बड़ी ट्रॉफी थी क्योंकि इससे पहले उन्होंने जो दो खिताब जीते थे वे 25,000 डॉलर स्तर के थे। उन्होंने इस साल फरवरी में 3 फाइनल में प्रवेश किया, जिसमें से उन्होंने बिबियाने शूफ्स के साथ थाईलैंड के नोंथाबुरी में लगातार खिताब जीते थे और जोधपुर में हमवतन स्नेहल माने के साथ उप विजेता रही थीं।
अंकिता रैना: एक नजर में
अंकिता रैना भारतीय टेनिस खिलाड़ी और महिला एकल में वर्तमान भारतीय नंबर 1 हैं। उन्होंने आईटीएफ महिला सर्किट में 8 एकल और 14 युगल खिताब जीते हैं। उन्होंने अप्रैल 2018 में, एकल रैंकिंग के शीर्ष 200 में प्रवेश किया। वे यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल पाँचवीं खिलाड़ी बन गई।
वे 28 अगस्त 2017 को युगल रैंकिंग में दुनिया की नंबर 159 पर पहुँच गई। अंकिता ने साल 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में महिला एकल और मिश्रित युगल मुकाबलों में भी स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने 2012 में नई दिल्ली में अपना पहला पेशेवर एकल खिताब जीता और युगल में तीन और खिताब जीते।
अंकिता ने अगस्त 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में एशियाई खेलों में एकल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। अंकिता रैना और सानिया मिर्ज़ा भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने एशियाई खेलों में एकल पदक जीता है।
अंकिता ने फरवरी 2019 में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैकिंग हासिल की। वे सिंगल्स रैकिंग में 165वीं पर पहुँची जबकि डबल्स रकिंग में वे 164वें स्थान पर रही। अंकिता रैना फरवरी 2019 में ही फेड कप में अपना पहला मुकाबला थाईलैंड से जीती।
17. साउंड बैरियर को तोड़कर विमान उड़ाने वाले दुनिया के सबसे पहले पायलट चक येजर का निधन
अमेरिकी वायु सेना के अधिकारी और टेस्ट पायलट चक येजर, जो 1947 में इतिहास के पहले पायलट बने, उनका निधन हो गया है।
येज़र 14 अक्टूबर, 1947 को साउंड बैरियर को तोड़कर आवाज से भी ज्यादा गति में विमान उड़ाने वाले दुनिया के सबसे पहले टेस्ट पायलट बने, जब उन्होंने मच 1 (ध्वनि की गति) में प्रायोगिक Bell X-1 एयरक्राफ्ट को 45,000 फीट (13,700 मीटर) की ऊंचाई पर उड़ाया।
आपको बता दें कि Level flight का मतलब निरंतर ऊंचाई पर उड़ना होता है, ऊपर और नीचे उड़ते रहना नहीं।
18. प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक आर नरसिम्हा का निधन
प्रख्यात अंतरिक्ष वैज्ञानिक तथा पद्म विभूषण से सम्मानित रोड्डम नरसिम्हा का सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे कर्नाटक के बेंगलुरु में निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नरसिम्हा निधन पर शोक प्रकट किया और कहा कि उन्होंने ज्ञान और अनुसंधान की भारतीय परम्परा की श्रेष्ठता को साकार किया।
मोदी ने ट्वीट किया, 'रोड्डम नरसिम्हा ने ज्ञान और अनुसंधान की भारतीय परम्परा की श्रेष्ठता को साकार किया। वह एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक थे और भारत की प्रगति के लिए विज्ञान और नवाचार की ताकत का लाभ उठाने को लेकर गंभीर थे। उनके निधन से दु:खी हूं। उनके परिजनों और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।'
प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञान संस्थान (IIS) में सेवाएं देने वाले नरसिम्हा हृदय संबंधी बीमारी से ग्रस्त थे और 2018 में उन्हें मस्तिष्काघात हुआ था।
अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2013 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
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