1. भारत ने सीरिया को 2000 मीट्रिक टन चावल भेंट किए
भारत सरकार ने मध्य पूर्व के देशों के साथ खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सीरिया को 2000 मीट्रिक टन चावल उपहार में दिए है।
मुख्य बिंदु : विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि 1000 मीट्रिक टन चावल की पहली खेप सीरिया को सौंप दी गई है।
यह खेप हिफज़ुर रहमान ने सौंपी, वे सीरिया में भारत के राजदूत हैं।
सीरिया की ओर से, यह खेप हुसैन मखलौफ कोने प्राप्त की. जो स्थानीय प्रशासन मंत्री और सुप्रीम रिलीफ कमेटी के प्रमुख हैं।
मंत्रालय ने आगे कहा कि, शेष में 1000 मीट्रिक टन की खेप 18 फरवरी को सीरिया पहुंच जाएगी।
सीरिया की सरकार से आपातकालीन मानवीय सहायता के अनुरोध के बाद भारत सीरिया को सहायता प्रदान कर रहा है।
भारत-सीरिया संबंध : विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत हमेशा सीरिया के लोगों के साथ एकजुटता में खड़ा रहा है। सीरिया में विकास और क्षमता निर्माण परियोजना के माध्यम से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध जारी हैं। भारत ने हाल के दिनों में सीरिया को निम्नलिखित अनुदान प्रदान किया है:
भारत ने जुलाई 2020 में सीरिया को COVID सहायता के रूप में 10 मीट्रिक टन दवाएँ भेंट कीं।
भारत ने जनवरी 2020 में दमिश्क में कृत्रिम अंग फिटमेंट कैंप का आयोजन किया था। इस शिविर में 500 से अधिक सीरियाई लोगों को फायदा हुआ था।इस शिविर का आयोजन विदेश मंत्रालय ने भगवान महावीर विकलांग सहयोग समिति के साथ मिलकर किया था।
‘स्टडी इन इंडिया’ पहल: शैक्षणिक वर्ष 2018-2019 और 2019-2020 के दौरान, भारतीय विश्वविद्यालयों में स्नातक, परास्नातक और पोस्ट-डॉक्टरल कार्यक्रमों में पढ़ाई के लिए लगभग 1000 सीरियाई छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी।
भारत दमिश्क में सूचना प्रौद्योगिकी के लिए नेक्स्टजेन सेंटर भी स्थापित कर रहा है।इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है।
2. पाकिस्तान सेना ने किया बाबर क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण
पाकिस्तान सेना ने 11 फरवरी, 2021 को कम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'बाबर’ का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण पिछले तीन हफ्तों में किया गया तीसरा मिसाइल परीक्षण था।
बाबर क्रूज मिसाइल IA को मल्टी ट्यूब मिसाइल लॉन्च व्हीकल से लॉन्च किया गया था।
यह मिसाइल 450 किलोमीटर दूर तक "उच्च परिशुद्धता" के साथ जमीन और समुद्री लक्ष्यों को मारने में सक्षम है।
इससे पहले, पाकिस्तान की सेना ने जनवरी 2021 में सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन- III का सफल परीक्षण किया, इसके बाद फरवरी 2021 में परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल गजनवी का 'प्रशिक्षण लॉन्च’ किया।
3. 15 फरवरी से लागू हुआ फास्टैग (FASTag)
15 फरवरी से फास्टैग अनिवार्य रूप से लागू हो गया है। इससे पहले केंद्र सरकार ने फास्टैग (FASTag) की डेडलाइन को 15 फरवरी, 2021 तक बढ़ा दिया था। अब लोगों को टोल अदा करने के लिए टोल प्लाजा पर रुकने की ज़रुरत नही पड़ेगी, फास्टैग के द्वारा टोल अपने आप ही कट जायेगा।
FASTag क्या है? : FASTag इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रहण प्रणाली है, इसका संचालन राष्ट्रीय उच्चमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा किया जा रहा है। FASTag के द्वारा टोल प्लाजा में रुके बिना ही व्यक्ति के खाते से टोल चार्ज अपने आप कट जायेगा, अब टोल कर अदा करने के लिए गाड़ी रोकने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी।
FASTag एक प्रीपेड अकाउंट से जुड़े हुए होते हैं, इसके द्वारा टोल प्लाजा से गुजरते हुए व्यक्ति के खाते से टोल अपने आप ही कट जायेगा। FASTag के लिए रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है।
FASTag की विशेषताएं :
FASTag को ग्राहक अपनी पसंद के बैंक खाते से लिंक कर सकते हैं।
इससे ग्राहकों को काफी सुविधा होगी।
FASTag एप्प की सहायता से किसी भी FASTag को रिचार्ज किया जा सकता है।
बाद में FASTag का उपयोग पेट्रोल पंप पर इंधन को खरीदने के लिए भी किया जा सकता है।
रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी (RFID)
रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड का उपयोग करती है, यह उन टैग्स को डिटेक्ट करती है जिनमे इलेक्ट्रानिकली सूचना स्टोर की जाती है।
एक द्वि-मार्गीय रेडियो ट्रांसमीटर-रिसीवर टैग के लिए सिग्नल भेजता है तथा उसकी प्रतिक्रिया का अध्ययन करता है। RFID रीडर टैग के लिए एक एनकोडेड रेडियो सिग्नल भेजता है। टैग इस सिग्नल को रिसीव करता है तथा अपनी पहचान के साथ कुछ और सूचना को वापस भेजता है।
4. पश्चिम बंगाल में किया गया ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव’ का उद्घाटन
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखर ने 14 फरवरी, 2021 को ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव’ का उद्घाटन किया।
मुख्य बिंदु : इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य संस्कृति और पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की उपस्थिति में किया गया।
पश्चिम बंगाल के कूच बिहार पैलेस में इसका उद्घाटन किया गया था।
नवंबर, 2015 में त्योहार शुरू होने के बाद से इस त्योहार के दस संस्करण सफलतापूर्वक आयोजित किए गए हैं।
ये 10 संस्करण दिल्ली, बेंगलुरु, वाराणसी, तवांग, कर्नाटक, गुजरात, टिहरी और मध्य प्रदेश में आयोजित किए गए थे।
राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव :
यह संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय का एक प्रमुख त्योहार है।
यह आयोजन 2015 से आयोजित किया जा रहा है।
इसमें सात क्षेत्रीय संस्कृति केंद्रों की सक्रिय भागीदारी दर्ज की जाती है।
ये जोनल केंद्र भारत की जीवंत संस्कृति को जन-जन तक ले जाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
यह त्योहार अन्य राज्यों में एक राज्य की लोक और जनजातीय कला, संगीत, नृत्य, व्यंजन और संस्कृति को प्रदर्शित करता है।
इस प्रकार, यह “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के लक्ष्य को मजबूत करने में मदद करता है।
इसने कलाकारों और कारीगरों को अपनी आजीविका के लिए एक प्रभावी मंच भी प्रदान किया।
11वां संस्करण : वर्ष 2021 में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के 11वें संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। यह महोत्सव 14 फरवरी से 28 फरवरी, 2021 के बीच में आयोजित किया जा रहा है। यह कूच बिहार, दार्जीलिंग, मुर्शिदाबाद में आयोजित किया जायेगा। इस आयोजन के माध्यम से संस्कृति मंत्रालय द्वारा कलाकारों को सहायता भी प्रदान की जाएगी।
5. ने छत्तीसगढ़ के साथ $100 मिलियन की परियोजना पर किए हस्ताक्षर
भारतीय सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार ने विश्व बैंक के साथ चिराग (CHIRAAG) (छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास) परियोजना के लिए $100 मिलियन पर हस्ताक्षर किए हैं।
मुख्य उद्देश्य सतत उत्पादन प्रणाली विकसित करना है, जो छत्तीसगढ़ के दूरदराज के क्षेत्रों में आदिवासी परिवारों को विविध और पौष्टिक भोजन के दौर के उत्पादन का अभ्यास करने की अनुमति देता है।
परियोजना को राज्य के दक्षिणी आदिवासी बहुल क्षेत्र में लागू किया जाएगा, जहां एक बड़ी आबादी कुपोषित और गरीब है. इस परियोजना से छत्तीसगढ़ के आठ जिलों के लगभग 1,000 गाँवों के 180,000 से अधिक परिवार लाभान्वित होंगे।
6. पीएम मोदी ने तमिलनाडु और केरल में परियोजनाओं का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी, 2021 को तमिलनाडु और केरल में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
मुख्य परियोजाएं :
प्रधानमंत्री मोदी दोनों राज्यों में निम्नलिखित परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया :
तमिलनाडु में 9 किलोमीटर लंबे चेन्नई मेट्रो रेल चरण-I एक्सटेंशन का उद्घाटन किया। गया इसे 3,770 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है। यह नॉर्थ चेन्नई को एयरपोर्ट और सेंट्रल रेलवे स्टेशन से जोड़ेगा।
चेन्नई बीच और एटिपट्टू के बीच 1 किमी की चौथी रेलवे लाइन का उद्घाटन किया गया। इसपरियोजना की लागत 293 करोड़ रुपये से अधिक है।
विल्लुपुरम, कुड्डलोर, मयिलादुथुराई, तंजावुर और मइलादुथुरई के बीच 228 किमी मार्ग के सिंगल लाइन सेक्शन के रेलवे विद्युतीकरण का उद्घाटन किया गया।
ग्रांड एनीकट नहर प्रणाली के आधुनिकीकरण, विस्तार, नवीनीकरण का शिलान्यास किया गया, यह कार्य 2,640 करोड़ रुपये की लागत से पूरा होगा।
1000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ चेन्नई के पास थाईयूर में बनने वाले IIT मद्रास के डिस्कवरी कैंपस की आधारशिला रखी गयी।
केरल में BPCL के प्रोपलीन डेरिवेटिव पेट्रोकेमिकल परियोजना (PDPP) का उद्घाटन किया गया। यह ऐक्रेलिक एसिड, एक्रिलेट्स और ऑक्सो-अल्कोहल का उत्पादन करेगा।
विलिंग्डन द्वीप, कोचीन में रो-रो वेसल्स का उद्घाटन किया गया।
कोचीन बंदरगाह पर अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल ‘सागरिका’ का उद्घाटन किया गया।
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में मरीन इंजीनियरिंग प्रशिक्षण संस्थान, विज्ञान सागर का उद्घाटन किया गया।
कोचीन बंदरगाह पर साउथ कोल एक्सप्रेस की पुनर्निर्माण के लिए आधारशिला रखी गयी।
अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक (MK-1A) : इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई में सेना को अर्जुन मेन बैटल टैंक (MK-1A) सौंपा। MK-1A टैंक को स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है, जो CVRDE, DRDO द्वारा 15 शैक्षणिक संस्थानों, आठ प्रयोगशालाओं और कुछ MSMEs के साथ मिलकर बनाया गया है।
7. राजनाथ सिंह मध्य प्रदेश में किया ‘जलाभिषेकम’ अभियान का उद्घाटन
मध्य प्रदेश की राज्य सरकार ने 'जलाभिषेकम' नामक एक जल संरक्षण अभियान शुरू किया है, जिसके तहत 57,000 से अधिक जल संरचनाओं का निर्माण किया गया है। इस अभियान का उद्घाटन केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअली किया था।
जल संरक्षण का काम जन भागीदारी से किया जा रहा है और यह आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगा।
यह अभियान 'प्रत्येक खेत के लिए पानी और हर हाथ के लिए काम' के लक्ष्य को भी पूरा करेगा।
जल संरचनाओं को मनरेगा योजना के साथ जोड़कर COVID युग के दौरान बनाया गया था।
इन जल संरचनाओं की लगत 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है और एक इंच भूमि को डूबे बिना 2.50 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करेगा।
8. ओडिशा सरकार ‘COVID-19 वारियर मेमोरियल’ की स्थापना करेगी
ओडिशा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने हाल ही में भुवनेश्वर में एक COVID-19 वारियर मेमोरियल स्थापित करने की घोषणा की है।
मुख्य बिंदु :
COVID-19 योद्धाओं के बलिदान और सेवाओं को सम्मानित करने के लिए इस स्मारक को स्थापित किया जाएगा।
राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह स्मारक भुवनेश्वर के बीजू पटनायक पार्क में स्थापित किया जाएगा।
इस स्मारक का उद्घाटन 15 अगस्त 2021 को किया जायेगा।
ओडिशा सरकार के निर्माण विभाग को स्मारक की संरचना और डिजाइन को अंतिम रूप देने का काम सौंपा गया है।
इसके बाद, सक्षम प्राधिकारी से अंतिम अनुमोदन लिया जाएगा।
इस स्मारक का निर्माण क्यों किया जा रहा है? : लोगों की स्मृति में इस स्वास्थ्य संकट को याद बनाए रखने के लिए और फ्रंटलाइन श्रमिकों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं को सम्मानित करने के लिए इस कोविड-19 योद्धा स्मारक का निर्माण किया जाएगा। यह स्मारक उन अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं द्वारा किए गए बलिदानों का भी सम्मान करेगा, जिन्होंने महामारी से लड़ते हुए अपनी जान गंवाई थी। ओडिशा में, महामारी के बीच लगभग 60 कोविड-19 योद्धा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मृत्यु हो चुकी है।
पृष्ठभूमि : COVID-19 युद्ध स्मारक का निर्माण ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा 2020 में की गई घोषणा की पृष्ठभूमि में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020 में घोषणा की थी कि जिन स्वास्थ्य कर्मचारियों और सहायक सेवा कर्मचारियों की मौत कोरोनावायरस महामारी के कारण हुई है, उन्हें को शहीद का दर्जा दिया जाएगा।
9. अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जोनस ने जारी किया 'अनफिनिश्ड' नामक संस्मरण
अभिनेत्री-निर्माता प्रियंका चोपड़ा जोनस ने आधिकारिक तौर पर अपनी पहली पुस्तक, "अनफिनिश्ड: ए मेमॉयर" की रिलीज के साथ लेखक बन गई, जिसे उन्होंने "ईमानदार, नैसर्गिक और अतिसंवेदनशील" बताया। अंतिम परिणाम माइकल जोसेफ इंप्रिंट द्वारा प्रकाशित एक पुस्तक है, जो एक अभिनेता और निर्माता के रूप में उनके दोहरे कॉन्टिनेंट के 20 वर्षीय करियर को कवर करती है और एक यूनिसेफ गुडविल एम्बेसडर के रूप में उनका काम है।
संस्मरण में प्रियंका के भारत में बिताए बचपन, अमेरिका में किशोरी के तौर पर बिताए समय के बारे में एवं कई अनकही और अनसुनी बातों पर प्रकाश डालेगी। उनके भारत लौटने के बाद तमाम बाधाओं के खिलाफ, राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं- मिस इंडिया और मिस वर्ल्ड - को जीता, जिससे अपने वैश्विक अभिनय करियर का शुभारंभ किया।
10. भारतीय मूल की छात्रा बनी ऑक्सफोर्ड यूनियन प्रेसिडेंट
भारतीय मूल की छात्रा रश्मि सामंत ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट यूनियन (Indian woman Oxford Union President) का चुनाव जीत कर इतिहास रच दिया है। वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला हैं। कर्नाटक की मनिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की पूर्व छात्रा रश्मि सामंत (Rashmi Samant) के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार वह सस्टेनेबल एनर्जी यानी (अक्षय़ ऊर्ज)पर फोकस कर रही हैं।
दुनिया की खराब होती जलवायु को सुधारने के लिए वह प्रभावी नीति निर्माण और सब तक ऊर्जा की पहुंच सुनिश्चित करने में जुटी हैं। रश्मि ने ऑक्सफोर्ड यूनियन के अध्यक्ष पद का चुनाव रिकॉर्ड वोटों से जीता है। रश्मि सामंत ने 1996 वोटों से जीत हासिल की जो उनके प्रतिद्वंद्वियों को मिले कुल वोटों से ज्यादा रहे। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर यह जानकारी साझा की।
11. सरकारी क्षेत्र की बीमा कंपनियों को मार्च तक 3000 करोड़ रुपये की पूंजी मिलेगी
वित्त मंत्रालय सरकारी क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों को 3000 करोड़ रुपए की पूंजी प्रदान करेगा ताकि उनकी माली हालत में सुधार हो सके। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल सार्वजनिक बीमा कंपनियों नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस को पूंजीगत सहायता देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
मंत्रिमंडल ने नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड की अधिकृत पूंजी बढ़ाकर 7500 करोड़ रुपए करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी थी। इसके साथ ही यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड दोनों की अधिकृत पूंजी भी बढ़ा कर 5000-5000 करोड़ रुपये करने का निर्णय किया गया था।
28 हजार करोड़ रुपए के सकल अतिरिक्त खर्च : सरकार ने चालू वित्त वर्ष में छह लाख 28 हजार करोड़ रुपए के सकल अतिरिक्त खर्च के लिए अनुदान मांगों की दूसरी और अंतिम सूची प्रस्तुत की। इसमें 3000 करोड़ रुपए इन बीमा बीमा कंपनियों के पुनर्पूंजीकरण के लिए है। कंपनियों को यह पैसा अनुपूरक अनुदान मांगों को संसद वर्तमान सत्र में पारित किए जाने के बाद मिलेगा।
यह सत्र 8 मार्च को शुरू : यह सत्र मध्य अवकाश के बाद 8 मार्च को शुरू होने वाला है। अतिरिक्त पूंजी मिलने से इन तीनों राष्ट्रीयकृत साधारण बीमा कंपनियों की वित्तीय हालत सुधरेगी। उनकी ऋण-शोधन क्षमता मजबूत होगी और वे अर्थव्यवस्था में बीमा की जरूरतों को अच्छे ढंग से पूरा कर सकेंगी।
पृष्ठभूमि : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस माह के शुरू में वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए अगले वित्त वर्ष के दौरान दो सार्वजनिक बैंकों और एक बीमा कंपनी के निजीकरण का प्रस्ताव किया है।
12. प्रधानमंत्री मोदी ने आर्मी को सौंपा अर्जुन टैंक M-1A
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी 2021 को तमिलनाडु का दौरान किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई में अर्जुन टैंक को सेना को सौंपा है। उन्होंने अर्जुन मार्क 1A टैंक ने सेना को सौंप दिया। यह टैंक अत्याधुनिक क्षमता से लैस पूर्णतः स्वदेशी है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की युद्धक वाहन अनुसंधान एवं विकास इकाई (CVRDE) ने अर्जुन टैंक मार्क 1A को बनाया है। सेना को अर्जुन टैंक सौंपने के साथ ही देश ने आत्मनिर्भर भारत की तरफ एक और कदम बढ़ा दिया है। यह टैंक भारत में ही डिजाइन हुए हैं और बनाए गए हैं।
इस टैंक का विकास : इस टैंक का निर्माण और विकास पूरी तरह से डीआरडीओ ने किया है और ये भारतीय सेना की हर जरूरतों को पूरा करने वाला है। अर्जुन टैंक को डीआरडीओ कंबैट वीकल्स रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट इस्टेबलिस्टमेंट में डिजाइन किया गया है।
118 टैंक सेना के पहले बैच में शामिल : यह टैंक पूरी तरह भारत में बनाया गया है। ये 118 टैंक सेना के पहले बैच में शामिल होंगे। अर्जुन टैंक के सेना में शामिल किए जाने के बाद एक और रेजिमेंट बनाया जाएगा। इससे पहले भी 124 टैंक सेना में शामिल किए जाने के बाद रेजिमेंट बनाई गई थी। अब रेजिमेंट गठित करने के लिए छह टैंकों की संख्या कम की गई है। रक्षा मंत्रालय ने सभी 118 अर्जुन टैंक को सेना में शामिल करने की मंजूरी दी है।
अर्जुन मार्क 1A टैंक की खासियतें: एक नजर में अर्जुन टैंक में 71 बड़े अपडेट करके मार्क 1A वर्जन तैयार किया गया है। यह टैंक साधारण अर्जुन टैंक से काफी ज्यादा ताकतवर है और यह तेजी से लक्ष्य का पीछा भी कर सकता है।
इस टैंक में मुख्य हथियार और सहायक हथियार, दोनों की भूमिका निभाने की क्षमता है। टैंक में रात हो या दिन, हर समय, हर मौसम में अपने लक्ष्य पर अचूक और तेज गति से हमला करने की क्षमता है।
इसमें उच्च क्वॉलिटी का रनिंग गियर लगा है जो धमाके के समय भारी झटके को सीमित कर देता है। यह हंटर किलर है, यानी अपने लक्ष्य को ढूंढकर वार कर सकता है।
अर्जुन मार्क 1A टैंक में स्पेशल सेंसर लगाए गए हैं जो रसायनिक हमले से इसकी रक्षा कर सकता है। इस टैंक पर ग्रेनेड और मिसाइल के हमले से कोई असर नहीं पड़ता।
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