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11th July |Current Affairs|MB Books


1. डोनाल्ड ट्रंप ने खारिज की चीन के साथ दूसरे चरण के व्यापार सौदे की संभावना

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन के साथ दूसरे चरण के व्यापार सौदे से फिलहाल के लिए इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस (Coronavirus) प्रकोप से निपटने के बीजिंग के तरीके के चलते दोनों देशों के बीच संबंधों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है। ट्रंप ने व्यापार समझौते के बारे में पूछे जाने पर एयर फोर्स वन से शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया, ‘‘चीन के साथ संबंध बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मैं अभी इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं।”

साल की शुरुआत में, ट्रंप प्रशासन ने चीन के साथ गहन बातचीत के बाद पहले चरण का बड़ा व्यापार सौदा किया था। लेकिन, कोरोनावायरस के प्रकोप के बाद से वाशिंगटन और बीजिंग के बीच संबंधों में लगातार खटास आती गई। राष्ट्रपति ट्रंप कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के एशियाई महाशक्ति के तरीके पर सवाल उठाते रहे हैं।

चीन द्वारा हांगकांग में नये राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू करने, अमेरिकी पत्रकारों पर प्रतिबंध, उइगर मुस्लिमों के साथ बर्ताव और तिब्बत में सुरक्षा उपायों को लेकर भी दोनों देशों में विवाद रहा। ट्रंप ने कहा, “चीन के साथ संबंध बहुत अधिक खराब हो चुके हैं। वे महामारी को रोक सकते थे लेकिन उन्होंने इसे रोका नहीं। उन्होंने इसे वुहान प्रांत से चीन के अन्य हिस्सों में फैलने से रोका। वे चाहते तो इस महामारी को और जगह जाने से भी रोक सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।”

सबसे पहले चीन के वुहान शहर में उभरे कोरोनावायरस से अमेरिका में 1,30,000 से अधिक लोगों की जान गई और 31 लाख लोग इससे संक्रमित हुए। चीन में संक्रमण के 85,000 मामले सामने आए और यहां मृतकों की संख्या 4,641 है।


2. डोनाल्ड ट्रंप मेरिट आधारित इमिग्रेशन सिस्टम स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं: व्हाइट हाउस

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) मेरिट पर आधारित इमिग्रेशन सिस्टम (Merit-Based US Immigration System) बनाने की तैयारी कर रहे हैं। व्हाइट हाउस द्वारा एक बयान जारी करके यह जानकारी दी गई। यह बयान डोनाल्ड ट्रंप के न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू के बाद आया है, जहां ट्रंप (Donald trump) ने मेरिट पर आधारित इमिग्रेशन सिस्टम बनाने की बात कही थी। डोनाल्ड ट्रंप ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि ‘डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल्स' (DACA) कार्यक्रम के प्राप्तकर्ताओं को नागरिकता देने की रुपरेखा शामिल होगी। एक सवाल के जवाब में अमेरिका के राष्ट्रपति ने कि DACA पर उनकी कार्रवाई इमिग्रेशन पर एक बहुत बड़े विधेयक का हिस्सा बनने जा रही है।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह एक बहुत बड़ा बिल है और बहुत अच्छा बिल है। खास बात ये है कि यह मेरिट आधारित होगा और इसमें DACA भी शामिल होगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि लोगों को इसके बारे में जानने के बाद खुशी होगी। बता दें कि DACA एक प्रकार की प्रशासनिक छूट है। इसके तहत उन योग्य प्रवासियों की प्रत्यर्पण से सुरक्षा होती है जो जब अमेरिका आए थे तब बच्चे थे।

डोनाल्ड ट्रंप के इस कदम की आहट से ही अमेरिका में राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। सीनेटर टेड क्रूज़ ने इस कदम को एक गलती करार दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारे पास नागरिकता का एक रास्ता होगा और नए बिल में DACA के पहलुओं को रखा जाएगा।


3. Coronavirus पर WHO का बयान- कोरोना पर कर सकते हैं काबू, मुंबई के धारावी का दिया उदाहरण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने शुक्रवार को कहा कि अभी भी संभव है कि कोरोनावायरस (Coronavirus) को काबू में लाया जा सकता है। पिछले 6 हफ्तों में कोरोना के मामले दोगुने होने के बावजूद इसपर काबू किया जा सकता है। WHO प्रमुख टेडरोस अधानोम घेब्रेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि इटली, स्पेन, साउथ कोरिया और भारत के सबसे बड़े स्लम ने दिखाया कि यह वायरस कितना खतरनाक था लेकिन कड़े एक्शन के साथ इसपर काबू किया जा सकता है।

जेनेवा में हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में WHO प्रमुख ने कहा कि पिछले 6 हफ्तों में कोरोना के मामले दोगुने से ज्यादा हुए हैं। कई उदाहरण ऐसे भी हैं जिनमें देखा गया कि भले ही यह वायरस तेजी से फैला हो लेकिन फिर भी इसपर काबू पाया जा सकता है। यह उदाहरण हैं- इटली, स्पेन, साउथ कोरिया और भारत में धारावी। मुंबई का धारावी काफी आबादी वाला इलाका है। वहां टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन और इलाज के दम पर कोरोनावायरस की चेन ब्रेक करने में कामयाबी मिली।

गौरतलब है कि भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोरोनावायरस (Coronavirus) का खौफ देखने को मिल रहा है। अभी तक 1.22 करोड़ से ज्यादा लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। COVID-19 5.5 लाख से ज्यादा मरीजों की जिंदगी छीन चुका है। भारत में भी लगभग हर रोज कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बीते दिन जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 7,93,802 हो गई है। पिछले 24 घंटों में (गुरुवार सुबह 8 बजे से लेकर शुक्रवार सुबह 8 बजे तक) कोरोना के 26,506 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन में सामने आने वाले कोरोना मरीजों की यह अभी तक की सबसे बड़ी संख्या है।

इतना ही नहीं, इस दौरान देश में 475 संक्रमितों की मौत भी हुई है। देश में एक दिन में कोरोना से मौतों का भी यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। देश में 4,95,513 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं और 21,604 लोगों की मौत हुई है। रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़त के बाद 62.42 प्रतिशत पर पहुंच गया है। देश के सभी राज्यों से कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं। कई राज्य ऐसे भी हैं, जो इस महामारी से मुक्त हो चुके थे लेकिन प्रवासियों के राज्य में दाखिल होने से वह फिर से इस संक्रमण की जद में आ गए।


4. जानिए क्या है संयुक्त अरब अमीरात का महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम 'अल-अमल'

इसी माह अरब देशों का मंगल ग्रह पर पहला अभियान शुरू होने वाला है। यह संयुक्त अरब अमीरात के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम का अगला चरण होगा। मिशन का उद्देश्य है मंगल ग्रह के वातावरण के मौसम के रहस्यों को सुलझाना।

यूएई के नौ सैटेलाइट पहले से अंतरिक्ष में हैं और उसकी योजना है कि आने वाले वर्षों में आठ और सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे जाएं। लगभग एक बड़ी गाड़ी के आकार के जैसे 1,350 किलोग्राम के इस प्रोब का प्रक्षेपण जापान के तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से 15 जुलाई को होगा, लेकिन मौसम और अन्य कारणों को देखते हुए प्रक्षेपण की अवधि को अगस्त की शुरुआत तक रखा गया है।

मानवरहित प्रोब का नाम 'अल-अमल'

इसी मानवरहित प्रोब का नाम 'अल-अमल' है। ये अरबी शब्द है, इसका मतलब होता है 'उम्मीद'। 'अल-अमल' को पृथ्वी से मंगल तक की 49.3 करोड़ किलोमीटर की दूरी तय करने में सात महीने लग जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि 'अल-अमल' की रूप-रेखा ही इस उद्देश्य से बनाई गई है कि इससे इलाके के युवा प्रेरित हों और वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण खोजों का मार्ग प्रशस्त हो।

कक्षा में पहुंच जाने के बाद, 1,21,000 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत रफ्तार से प्रोब को एक चक्कर लगाने में 55 घंटे लगेंगे। यूएई कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से संपर्क सप्ताह में दो बार छह से आठ घंटों के लिए सीमित रहेगा। प्रोब कक्षा में मंगल ग्रह के पूरे एक साल की अवधि के बराबर तक रहेगा। 'अल-अमल' का प्रक्षेपण इस कार्यक्रम का अगला मील का पत्थर है।

प्रोब पर लगे तीन उपकरण देंगे तस्वीर

प्रोब पर लगे तीन उपकरण मंगल के वातावरण की पूरी तस्वीर देंगे। पहला एक इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर है वातावरण के निचले भाग को मापने और तापमान की संरचना का विश्लेषण करने के लिए, दूसरा हाई रेजॉल्यूशन इमेजर है जो वहां मौजूद ओजोन के स्तर की जानकारी देगा। तीसरा एक अल्ट्रावॉयलेट स्पेक्ट्रोमीटर है जो सतह से 43,000 किलोमीटर की दूरी से ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के स्तर को मापेगा।

दूसरे ग्रहों के वातावरण को समझने में मिलेगी मदद

अधिकारियों का कहना है कि दूसरे ग्रहों के वातावरण को समझने से पृथ्वी के जलवायु को भी बेहतर समझने में मदद मिलेगी। सितंबर में यूएई ने पहली बार अंतरिक्ष में अमीराती एस्ट्रोनॉट भी भेजा। हज्जा अल-मंसौरी अंतरिक्ष में जाने वाले पहले अमीराती बने। कजाखस्तान से भेजे हुए एक सोयुज रॉकेट में अल-मंसौरी दो और साथियों के साथ अंतरिक्ष में पहुंचे और आठ दिनों के मिशन को पूरा कर वापस लौट आए। इस मिशन के दौरान वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने वाले पहले अरब नागरिक बने।

यूएई 2117 तक मंगल पर बसाएगा मानव बस्ती

यूएई की महत्वाकांक्षाएं कहीं ज्यादा बड़ी हैं। यूएई का लक्ष्य है 2117 तक मंगल पर एक मानव-बस्ती को बसाने का लक्ष्य है। उससे पहले यूएई की योजना है दुबई के बाहर स्थित रेगिस्तान में सफेद गुम्बद वाले एक "साइंस सिटी" की रचना करना, जिसमें मंगल ग्रह के जैसे हालात की पूरी नकल की जाएगी और उस ग्रह पर बस्तियां बसाने के लिए आवश्यक तकनीक विकसित की जाएगी।

पृथ्वी के बाहर खनन परियोजनाओं और अंतरिक्ष पर्यटन की भी योजना

पिछले साल सार्वजनिक की गई एक राष्ट्रीय अंतरिक्ष रणनीति के तहत, यूएई पृथ्वी के बाहर खनन परियोजनाओं और अंतरिक्ष पर्यटन की भी योजना बना रहा है। इसके लिए उसने रिचर्ड ब्रैंसन की अंतरिक्ष पर्यटन कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं।

परियोजना का एक उद्देश्य अक्सर कई तरह के उथल-पुथल में फंसे इस इलाके को प्रेरित करना और मध्य युग में इलाके की वैज्ञानिक उपलब्धियों के बारे में फिर से याद कराना भी है। मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर ओमरान शरफ ने बताया कि यूएई अरब देशों के युवाओं को एक मजबूत संदेश देना चाहता है कि जमीन के अलावा एक दूसरी दुनिया भी है। वहां का माहौल और हालात किस तरह से हमारे यहां से अलग है।

5. अमेरिका: रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उद्यमी रिक मेहता ने जीता प्राइमरी चुनाव

उद्यमी रीक मेहता अमेरिकी राज्य न्यू जर्सी से सीनेट सीट के लिए रिपब्लिकन प्राथमिक जीतने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं। वह नवंबर के चुनावों में डेमोक्रेटिक अवलंबी सीनेटर कोरी बुकर का सामना करेंगे।

अमेरिका के पूर्व खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के एक अधिकारी, मेहता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी हीर सिंह को हराया, साथ ही एक भारतीय-अमेरिकी, रिपब्लिकन में GOP (ग्रैंड ओल्ड पार्टी) के रूप में भी जाना जाता है। नवंबर में होने वाले चुनावों में उनका मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी के मौजूदा सांसद कोरी बुकर से होगा।

प्रारंभिक नतीजों के अनुसार अमेरिका के पूर्व खाद्य एवं औषधि प्रशासन अधिकारी मेहता ने सात जुलाई को हुए प्राइमरी चुनाव में रिपबल्किन पार्टी में अपने प्रतिद्वंद्वी भारतीय-अमेरिकी हर्ष सिंह को करीब 13,743 मतों से हराया है। जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जब न्यूजर्सी से सीनेट के लिए दोनों पार्टियों के उम्मीदवार अश्वेत होंगे। वहींं दूसरी तरफ डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार बुकर अफ्रीकी-अमेरिकी हैं।

यह पहली बार होगा कि न्यूजर्सी से सीनेट का प्रतिनिधि बनने की दौड़ में दोनों दलों ने अश्वेत उम्मीदवार उतारे हैं। अभी इस सीट पर काबिज डेमोक्रेट सीनेटर कोरी ब्रूकर अफ्रीकी मूल के अमेरिकी हैं और वह प्राइमरी चुनाव में 89 फीसद वोट हासिल करने में कामयाब रहे हैं। वैसे तो न्यूजर्सी एक अकेला प्रांत हैं, जहां पर भारतीय मूल के अमेरिकियों की सबसे अधिक तादाद है, लेकिन पिछले 48 वर्षो से यहां रिपब्लिकन पार्टी का एक भी सीनेटर नहीं जीता है। प्रांत से सीनेट के लिए चुने जाने वाले दोनों सदस्य डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं। मेहता ने रुटगर्स यूनिवसटी से फार्मेसी में बीएस और अरकांसस यूनिवर्सिटी से मेडिकल साइंसेज में फार्म डी किया है।

गौरतलब है कि न्यूजर्सी भारतीय-अमेरिकी मूल के नागरिकों की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों में से एक हैं। ऐसा माना जाता है कि ये डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ है। राज्य की दोनों सीटों पर डेमोक्रेटिक पार्टी का कब्जा है। एक सीट से रॉबर्ट मेनेंडेज तो दूसरी सीट से बुकर सांसद हैं। दोनों ही डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैं।


6. सिंगापुर की सत्तारूढ़ पीएपी ने आम चुनावों में जीत दर्ज की

सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग की पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) फिर सत्ता में लौट आई है। उसने शुक्रवार को हुए आम चुनावों में 93 में से 83 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की जबकि विपक्ष को मामूली बढ़त मिली। ली (68) आंग मो कियो के अपने ग्रुप रिप्रेसेंटेशन कॉन्स्टीट्यूएंसी (जीआरसी) से पुन: निर्वाचित हुए। उपप्रधानमंत्री और वित्तमंत्री हेंग स्वी कीट भी दोबारा निर्वाचित हुए।

भारतीय मूल के नेता प्रीतम सिंह के नेतृत्व वाली विपक्षी वर्कर्स पार्टी ने सेंगकांग की जीआरसी समेत 10 सीटों पर जीत दर्ज की। सेंगकांग जीआरसी में उसने प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री एन ची मेंग के नेतृत्व वाली पीएपी टीम को हराया। वर्कर्स पार्टी को 2015 के आम चुनावों में 6 सीटें मिली थीं।storiespace

करीब 26.5 लाख सिंगापुरवासियों ने चेहरे पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहने हुए मतदान किया। संसद की 93 सीटों के लिए 192 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। पीएपी ने आजादी के बाद से ही पूर्ण बहुमत के साथ सिंगापुर में शासन किया है। कोविड-19 की अभूतपूर्व चुनौती के बीच पीएपी समेत 11 राजनीतिक दलों ने 9 दिनों तक प्रचार किया।

वैश्विक महामारी के कारण मतदान को सुरक्षित बनाने की कवायद में मतदान केंद्रों की संख्या 880 से बढ़ाकर 1,100 कर दी गई। प्रधानमंत्री ली ने पिछले महीने तय समय से 10 महीने पहले आम चुनाव कराने का आह्वान किया था।

ली की पीएपी 1950 के बाद से हर चुनाव जीती है। सत्तारूढ़ पीएपी एकमात्र पार्टी है जिसने सभी 93 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। सितंबर 2015 के आखिरी चुनावों में पीएपी ने 89 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से 83 पर जीत दर्ज की। देश के तीसरे प्रधानमंत्री ली ने 2004 के बाद से सरकार का नेतृत्व किया है। उनके पिता ली कुआन एव सिंगापुर के पहले प्रधानमंत्री थे।


11 जुलाई को पूरे विश्व में लोगों के बीच जनसँख्या से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के उदेश्य से विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिवस के बहुआयामी उद्देश्यों में लिंग भेद, लिंग समानता, परिवार नियोजन आदि के साथ महिलाओं के गर्भधारण सम्बन्धी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लोगों को जागरूक करना भी शामिल है।

मुख्य बिंदु

वर्ष 1989 में संयुक्त राष्ट्र ने सबसे पहले 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी। वर्तमान समय में सम्पूर्ण विश्व की जनसंख्या 720 करोड़ तक पहुंच चुकी है, जो कि हर दिन तेजी से बढ़ती जा रही है। बढ़ती आबादी से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने के उदेश्य से ही प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ के रूप में आयोजित किया जाता है। विश्व की 720 करोड़ की आबादी में से लगभग 132.4 करोड़ व्यक्ति भारत में ही निवास करते है। विश्व की जनसँख्या में प्रतिवर्ष 83 मिलियन की वृद्धि हो रही है।

विश्व बैंक में कार्यरत डॉ के सी ज़कारिया ने सम्पूर्ण विश्व की आबादी पांच अरब होने की स्थिति में यह दिवस मनाने का सुझाव भी दिया था। इस दिवस की स्थापना 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग कौंसिल द्वारा की गयी थी।


कजाखस्तान में चीनी दूतावास से चीनी नागरिकों के लिए 9 जुलाई, 2020 को स्वास्थ्य एडवाइजरी चेतावनी जारी की गई है।

स्वास्थ्य एडवाइजरी चेतावनी के अनुसार, कजाखस्तान में नॉवेल कोरोनावायरस की तुलना में अधिक मृत्यु दर के साथ एक नया घातक ‘अज्ञात निमोनिया’ बताया गया है।

अज्ञात निमोनिया

कजाखस्तान के मीडिया हाउस और सरकार की ओर से अभी तक कुछ भी खतरनाक नहीं बताया गया है। चीनी दूतावास ने इसे ‘अज्ञात’ करार दिया है लेकिन कजाखस्तान के अधिकारियों ने इस तरह के दावों को खारिज कर दिया है और इसे सामान्य ‘निमोनिया’ करार दिया है।

चीनी दूतावास ने जिस न्यूमोनिया को अज्ञात करार दिया है, उससे कजाखस्तान में वर्ष 2020 में 1,772 मौतें हुई हैं, 1,772 में से 628 में से सबसे ज्यादा मौतें जून 2020 में हुई थीं।

कजाखस्तान की राजधानी नूर सुल्तान की सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख ने जून 2020 के अंतिम सप्ताह में कहा था कि हर दिन अस्पतालों COVID -19 और निमोनिया से संक्रमित रोगियों के 450 के बीच 350 मामलों आ रहे हैं, लेकिन 12 जून से एक सप्ताह के भीतर निमोनिया के मामलों की संख्या 80 से बढ़कर 600 हो गई है।


‘SMARTgirl चैटलाइन’ नाम की एक व्हाट्सएप चैटलाइन को कंबोडियन एनजीओ- KHANA सेंटर फॉर पॉपुलेशन हेल्थ रिसर्च की एक रिसर्च टीम ने लागू किया था। ‘स्मार्टगर्ल चैटलाइन’ ने कंबोडिया में महिला मनोरंजन कार्यकर्ताओं को लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 24 घंटे प्रतिक्रिया और समर्थन की पेशकश की।

विश्व बैंक समूह और SVRI द्वारा ‘स्मार्ट गर्ल चैटलाइन’ के कार्यान्वयन के लिए गैर-सरकारी संगठन KHANA सेंटर फॉर पॉपुलेशन हेल्थ एंड रिसर्च को वर्ल्ड बैंक समूह और एसवीआरआई द्वारा 100,000 डॉलर का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।

डेवलपमेंट मार्केटप्लेस अवार्ड

डेवलपमेंट मार्केटप्लेस अवार्ड एक वार्षिक वैश्विक प्रतियोगिता है जिसके तहत शोधकर्ताओं को लिंग आधारित हिंसा से व्यक्तियों और समुदायों के लिए अभिनव समाधान खोजने के लिए नकद इनाम प्रदान किया जाता है।

डेवलपमेंट मार्केटप्लेस अवार्ड प्रतियोगिता विश्व बैंक समूह और एसवीआरआई द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित और वित्त पोषित है।

पिछले 4 वर्षों में, डेवलपमेंट मार्केटप्लेस अवार्ड के तहत, दुनिया भर में 32 से अधिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों में अनुसंधान कार्यक्रमों के लिए 5 मिलियन डॉलर प्रदान किये गये हैं।


10. रेपो रेट में 250 बेसिस प्वाइंट की होगी कुल कटौती: RBI गवर्नर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 11 जुलाई 2020 को कहा कि कोविड-19 पिछले 100 साल का सबसे बड़ा स्वास्थ्य एवं आर्थिक संकट है। उन्होंने यह बात सातवें एसबीआई बैंकिंग एंड इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव' को संबोधित करते हुए कही। आरबीआई के गवर्नर ने स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक संकट पर भी बात की, जिसने नौकरियों को बुरी तरह प्रभावित किया है।

उन्होंने बैंकिंग और अर्थशास्त्र कॉन्क्लेव में कहा कि महामारी शायद अब तक हमारी आर्थिक और वित्तीय प्रणाली की मजबूती और लचीलापन की सबसे बड़ी परीक्षा ले रहा है। उन्होंने कहा कि आरबीआई ने वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा, वर्तमान संकट में अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करने के लिए कई बड़े उपाय किए हैं।

पिछले 100 साल का सबसे बड़ा आर्थिक संकट

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोविड-19 पिछले 100 साल का सबसे बड़ा आर्थिक एवं स्वास्थ्य से जुड़ा संकट है। कोरोना की वजह से उत्पादन, नौकरियों एवं स्वास्थ्य पर अभूतपूर्व नकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। इस संकट ने मौजूद वैश्विक व्यवस्था, वैश्विक वैल्यू चेन और विश्वभर में लेबर एंड कैपिटल मुवमेंट को प्रभावित किया है।

रेपो रेट में 135 आधार अंकों की कटौती

केंद्रीय बैंक ने कोरोना वायरस संकट से पहले सितंबर 2019 से रेपो रेट में 135 आधार अंकों की कटौती की थी। ये कदम उस समय में आर्थिक वृद्धि दर में आई सुस्ती से निपटने हेतु उठाए गए थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक आर्थिक वृद्धि आरबीआई की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसके बाद एमपीसी ने रेपो रेट में 115 आधार अंकों की और कमी की. इस तरह रेपो रेट में कुल 250 आधार अंकों की कटौती हुई।

लॉकडाउन के प्रतिबंध हटने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि लॉकडाउन के प्रतिबंध हटने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के वापस सामान्य स्थिति की ओर लौटने के संकेत दिखने शुरू हो गये हैं। पांच मध्यावधि के लिए आरबीआई के नीतिगत कदमों में इस बात का सावधानीपूर्वक आकलन करना होगा कि संकट क्या रूप लेता है। संकट के समय में भारतीय कंपनियों और उद्योगों ने बेहतर काम किया है।

आरबीआई की तरफ से उठाए जा रहे कई कदम

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ओर से आयोजित 'कोविड-19 का कारोबार और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव' वर्चुअल कॉन्क्लेव में बोलते हुए दास ने कहा कि कोविड-19 के कारण पैदा हुए मौजूदा संकट से वित्तीय सिस्टम को बचाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। अर्थव्यवस्था में रिकवरी के लिए मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि ग्रोथ आरबीआई की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। वित्तीय स्थिरता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।


11. Coronavirus: 24 घंटे में इन 5 राज्यों में सामने आए सबसे ज्यादा कोरोना के मामले

देश में कोरोनावायरस (Coronavirus India Report) के मामले हर रोज बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज (शनिवार) सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 27,114 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन में सामने आने वाले कोरोना (COVID-19) मरीजों की यह अभी तक की सबसे बड़ी संख्या है। इस दौरान 519 संक्रमितों की मौत हुई है। 24 घंटों में जिन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं, वह हैं- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और तेलंगाना।

बीते 24 घंटों में महाराष्ट्र (Maharashtra Coronavirus) में कोरोनावायरस के 7862 मामले, तमिलनाडु (Tamil Nadu Coronavirus) में 3680 मामले, कर्नाटक (Karnataka Coronavirus) में 2313 केस, दिल्ली (Delhi Coronavirus) में 2089 केस और तेलंगाना (Telangana Coronavirus) में 1278 मामले सामने आए हैं। इस दौरान महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 226 लोगों की मौत हुई है। तमिलनाडु में 64, कर्नाटक में 57, दिल्ली में 42 और उत्तर प्रदेश (UP Coronavirus) में 27 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है।

दुनिया में

1,24,93,451 मामले

50,58,620 सक्रिय

68,74,690 ठीक हुए

5,60,141 मौत

कोरोनावायरस अब तक 188 देशों में फैल चुका है। July 11, 2020 9:47 am बजे तक दुनियाभर में कुल 1,24,93,451 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 5,60,141 की मौत हो चुकी है. 50,58,620 मरीज़ों का उपचार जारी है और 68,74,690 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। .

भारत में

8,20,916 27114 मामले

2,83,407 6722 सक्रिय

5,15,386 19873 ठीक हुए

22,123 519 मौत

भारत में, 8,20,916 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 22,123 मौत शामिल हैं। July 11, 2020 8:00 am बजे तक भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 2,83,407 है और 5,15,386 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।

राज्यवार व जिलावार विवरण

राज्य मामले सक्रिय ठीक हुए मौत

Maharashtra 238461 7862 95943 2270 132625 5366 9893 226

Andhra Pradesh 25422 1608 11936 553 13194 1040 292 15

Karnataka 33418 2313 19039 1253 13836 1003 543 57

Goa 2251 100 895 26 1347 74 9

Tamil Nadu 130261 3680 46108 82324 4163 1829 64

Kerala 6950 416 3103 3 3820 112 27

Chhattisgarh 3767 92 722 3028 125 17 2

Telangana 32224 1278 12680 257 19205 1013 339 8

Odisha 11956 755 3928 186 7972 565 56 4

Madhya Pradesh16657 316 3538 63 12481 249 638 4

Gujarat 40069 875 9900 432 28147 429 2022 14

Rajasthan 23174 611 5057 55 17620 550 497 6

Haryana 19934 565 4740 168 14904 394 290 3

Uttar Pradesh 33700 1338 11024 651 21787 660 889 27

Delhi 109140 2089 21146 84694 2468 3300 42

Assam 14600 568 5426 142 9147 421 27 5

भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में COVID-19 का खौफ देखने को मिल रहा है। अभी तक 1.22 करोड़ से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। 5.54 लाख से ज्यादा संक्रमित अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत में भी लगभग हर रोज कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 8,20,916 हो गई है. पिछले 24 घंटों में (शुक्रवार सुबह 8 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक) कोरोना के 27,114 नए मामले सामने आए हैं. एक दिन में सामने आने वाले कोरोना संक्रमितों की यह अभी तक की सबसे बड़ी संख्या है।

इस दौरान देश में 519 कोरोना मरीजों की मौत भी हुई है। 5,15,386 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं और कुल 22,123 लोगों की मौत हुई है। रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़त के बाद 62.78 प्रतिशत पर पहुंच गया है। पॉजिटिविटी रेट 9.59 प्रतिशत है। देश के सभी राज्यों से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। कई राज्य ऐसे भी हैं, जो इस वैश्विक महामारी से मुक्त हो चुके थे लेकिन प्रवासियों के राज्य में दाखिल होने से वह फिर से इस संक्रमण की जद में आ गए।

गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेडरोस अधानोम घेब्रेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने शुक्रवार को कहा कि अभी भी संभव है कि कोरोनावायरस को काबू में किया जा सकता है। पिछले 6 हफ्तों में कोरोना के मामले दोगुने होने के बावजूद इसपर काबू किया जा सकता है। उन्होंने इटली, स्पेन, साउथ कोरिया और भारत के सबसे बड़े स्लम धारावी का उदाहरण देते हुए कहा कि इन इलाकों ने दिखाया कि कोरोनावायरस कितना खतरनाक था लेकिन कड़े एक्शन के साथ इसपर काबू किया जा सकता है।


12. भारत में तय सीमा से पहले दोगुनी हुई बाघों की संख्या, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में शामिल

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि पिछले चार सालों में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई है। इसके लिए किए गए सर्व को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिल गई है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में बाघों की संख्या तय समय सीमा से पहले ही दोगुनी हुई है। दा ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन द्वारा बाघों पर किए गए सर्व को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज किया गया है और यह सर्वे दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे है।

4 साल पहले संकल्प किया पूरा

उन्होंने बताया कि बाघों की हमारी जनगणना ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्रवेश किया। क्योंकि हमने अन्य देशों की तुलना में उनकी निगरानी के लिए अधिक कैमरे लगाए हैं। अभी बाधों की संख्या 70 फीसद है और यह तय समय-सीमा से चार साल पहले उन्होंने यह संकल्प पूरा कर लिया है।

आत्मनिर्भर भारत का है उदाहरण- जावड़ेकर

भारत ने "संकल्प से सिद्धि" के माध्यम से यह लक्ष्य प्राप्त किया है। ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन का सबसे बडा कैमरा ट्रैप अब गिनीज वर्ल्ड बुक में शामिल हुआ। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि वन्यजीव सर्वेक्षण के लिए वास्तव में यह एक महान क्षण और आत्मनिर्भर भारत का एक उत्कृष्ट उदाहरण है ।

9 साल पहले तय किया रखा था लक्ष्य

गौरतलब है कि करीब 9 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंट पीटर्सबर्ग में बाघों की संख्या 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य तय किया था, लेकिन अच्छी खबर ये है कि सरकार ने 4 साल पहले ही इस लक्ष्य को पूरा कर लिया है।

बता दें कि देश इस वक्त कोरोना संकट से जूझ रहा है। ऐसे समय में यह अच्छी खबर सामने आई है। देश में भारत में प्रत्येक दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ता जा रही है। अब देश में संक्रमितों की संख्या 8 लाख 21 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं वहीं मरनेवालों की संख्या 22 हजार के पार पहुंच चुकी है। बता दें कि प्रत्येक दिन तेजी से देश में आंकड़े बढ़ रहे हैं।


13. Indian Railways : 44 वंदे भारत ट्रेनों के लिए छह बोली लगाने वालों में एक चीन की कंपनी भी शामिल

रेलवे की महत्वाकांक्षी सेमी हाईस्पीड स्वदेशी ट्रेन-18 परियोजना की वैश्विक निविदा में चीन की सरकारी कंपनी सीआरआरसी कॉरपोरेशन एकमात्र विदेशी कंपनी के रूप में सामने आई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

44 वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन-18 के लिए प्रोपल्शन सिस्टम्स या इलेक्टि्रक ट्रैक्शन किट की खरीद के लिए छह बोली लगाने वालों में सीआरआसी इलेक्टि्रक (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है जो गुरुग्राम स्थित एक कंपनी के साथ चीनी कंपनी सीआरआरसी कॉरपोरेशन का संयुक्त उपक्रम है। अन्य बोली लगाने वालों में भारत हैवी इलेक्ट्रि‍कल्स, हैदराबाद स्थित मेधा ग्रुप, इलेक्ट्रोवेव्स इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड और मुंबई स्थित पावरनेटिक्स इक्विपमेंट प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल शुरू हुई पहली ट्रेन-18 पर 100 करोड़ रुपये की लागत आई थी जिसमें से 35 करोड़ रुपये सिर्फ प्रोपल्शन सिस्टम पर खर्च किए गए थे। 44 ऐसी किटों के लिए वर्तमान निविदा 1,500 करोड़ रुपयों से ज्यादा की होगी।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया, 'ट्रेन सेट की निविदा के लिए हमें छह कंपनियों से बोलियां मिली हैं।' वर्तमान निविदा पिछले साल 22 दिसंबर को चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने जारी की थी और इसे शुक्रवार को खोला गया। इन ट्रेनों के लिए यह तीसरी ऐसी निविदा थी। पहली निविदा 43 ट्रेन सेट्स के लिए थी। लेकिन ऑर्डर सिर्फ तीन के लिए दिया गया जिनमें स्पेनिश कंपनी सीएएफ और मेधा ग्रुप शामिल थीं। मेधा ग्रुप ने ही पहली ट्रेन के लिए आपूर्ति की थी। दूसरी निविदा 37 ट्रेन-18 प्रोपल्शन सिस्टम्स के लिए जारी की गई थी, लेकिन उसे निरस्त कर दिया गया था। आश्चर्यजनक रूप से बॉम्बार्डियर, एल्सटॉम, सीमेंस, सीएएफ, टैल्गो और मित्सुबिशी ने निविदा में हिस्सा नहीं लिया।

भारत-चीन के बीच तनाव के मद्देनजर इन ट्रेन सेट्स के लिए चीनी कंपनी के सामने आने को स्वदेशी उत्पाद के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है। बता दें कि चीनी सेना के साथ झड़प के बाद रेलवे ने 417 किमी लंबे कानपुर-दीन दयाल उपाध्याय सेक्शन पर चीन कंपनी द्वारा किए जा रहे 471 करोड़ के सिग्नलिंग व टेलीकम्युनिकेशन कार्य को रद कर दिया था। इसके अलावा बोली दस्तावेज में चीनियों का पक्ष लेने की भारतीय वेंडर्स की शिकायत के बाद थर्मल स्क्रीनिंग कैमरों की निविदा भी रद कर दी गई थी।


14. कर्नाटक में भी पारित हो सकता है गौ-हत्या विरोधी विधेयक, जानें किन राज्यों में हो चुका है पारित

कर्नाटक में भी अब जल्द ही गो हत्या विरोधी विधेयक पारित होगा। कर्नाटक पशुपालन मंत्री प्रभु चौहान ने कहा इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों ने गौहत्या विरोधी विधेयक पारित किया है, हम इसे कर्नाटक में भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। राज्य सरकार जल्द ही कई अन्य राज्यों की तर्ज पर गौ हत्या, बिक्री और गोमांस की खपत पर प्रतिबंध लगाएगी।

गौ-हत्या को रोकने के लिए अन्य कई राज्यों की तर्ज पर ही राज्य सरकार गोमांस की खपत पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। इसके अलावा पशु मंत्री नें राज्य में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कहा कि सरकार जल्द ही एक विशेषज्ञों की टीम बनाएगी। साथ ही अगर जरूरत महसूस हुई तो यह टीम उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्य में दौरा करेगी क्योंकि ये दोनों राज्य कोरोना के खिलाफ जंग में सफल हो रहे हैं। बता दें कि कर्नाटक देश में पहला ऐसा राज्य है जहां पर सबसे पहली मौत कोरोना से हुई थी हालांकि इससे पहले केरल में संक्रमित मामले सामने आए थे। बता दें कि चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस से देश में अबतक 8 लाख 21 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं वहीं मरनवालों की संख्या 22 हजार के पार पहुंच गई है।

11 राज्यों में गौ-हत्या बैन

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, देश में 11 ऐसे राज्य हैं जहां पर गौ-हत्या प्रतिबंध है। यह राज्य जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और दौ केंद्र शासित राज्य दिल्ली और चंडीगढ़ है। इन राज्यों में गौ-हत्या करने पर सख्त सजा है।

10 राज्यों में नहीं है प्रतिबंध

इसके अलावा 10 राज्य ऐसे हैं जहां पर गौ-हत्या को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं है। इसमें केरल, पश्चिम बंगाल,असम, अरुणाचल प्रदेश. मेघालय, मिजोरम, नागलैंड, त्रिपुरा सिक्किम और केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप शामिल है।


15. मुकेश अंबानी दुनिया के सातवें सबसे बड़े अमीर

एशिया के सबसे अमीर रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने अपनी जिंदगी में शुक्रवार को एक नया अध्याय जोड़ते हुए विश्व का सातवां सबसे बड़ा धनकुबेर का तमगा हासिल किया। अंबानी की नेट वर्थ 2 अरब डॉलर बढ़कर 70.10 अरब डॉलर पर पहुंच गई है।

फोर्ब्स रियल टाइम बिलिनेयर रैंकिंग्स के अनुसार अंबानी ने दिग्गज निवेशक बर्कशायर हैथवे के वॉरेन बफेट (Warren Buffet), गूगल के लैरी पेज और सर्जी ब्रिन को पीछे छोड़ दिया है। विश्व के सबसे 10 अमीरों की सूची में शामिल अंबानी एशिया से एकमात्र व्यक्ति हैं। diab 99.9

फोर्ब्स के अनुसार अंबानी की कुल संपत्ति 70.10 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। 20 दिन पहले 20 जून को अंबानी नौंवे स्थान पर थे। इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी से अंबानी की संपत्ति में 5.4 अरब डॉलर की बढोतरी हुई। 20 जून को अंबानी की कुल संपत्ति 64.5 अरब डॉलर थी। यही नहीं, भारतीय कंपनी जगत में रिलायंस ने इसी सप्ताह 12 लाख करोड़ रुपए का भी इतिहास लिखा।

फोर्ब्स रियल टाइम बिलिनेयर रैंकिंग्स में संपत्ति का आंकलन शेयर की कीमत के आधार पर तय किया जाता है। यह 2.95 प्रतिशत अर्थात 53.90 रुपए बढ़कर 1878.50 रुपए पर पहुंच गया।

फोर्ब्स की आज की 10 सबसे बड़े धनकुबेर की सूची में जैफ बेजोस 188.2 अरब डॉलर के साथ पहले नंबर पर हैं। दूसरे नंबर पर बिल गेट्‍स 110.70 अरब डॉलर, बर्नाड ऑर्नोल्ट फैमेली तीसरे नंबर पर (108.8 अरब डॉलर), मार्क जुकरबर्ग चौथे नंबर पर (90 अरब डॉलर), स्टीव बॉल्मर पांचवें नंबर पर (74.5 अरब डॉलर), लैरी एलिसन छठे नंबर पर (73.4 अरब डॉलर), मुकेश अंबानी सातवें नंबर पर (70.10 अरब डॉलर) है। इसके बाद वॉरेन बफेट, उसके बाद लैरी पेज और सर्जी ब्रिन हैं।


अमेरिका की बहुराष्ट्रीय एयरोस्पेस कंपनी-बोइंग ने जून 2020 के महीने में सभी 37 सैन्य हेलीकॉप्टर की डिलीवरी पूरी कर ली थी, जिन्हें 2015 में भारतीय सशस्त्र बलों के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा आर्डर किया गया था। यह एक समाचार रिलीज बयान के माध्यम से बोइंग द्वारा सूचित किया गया था।

37 सैन्य हेलीकॉप्टर में से 22 एएच-64 ई अपाचे हेलीकाप्टर और 15 सीएच-47 एफ (आई) चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलीकाप्टर थे। 22 अपाचे हेलिकॉप्टरों में से आखिरी पांच को जून 2020 में हिंडन के वायु सेना स्टेशन में भारतीय वायु सेना को डिलीवर कर दिया गया था, जबकि चिनूक हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी मार्च 2020 में पूरी की गई थी।

पृष्ठभूमि

22 सितंबर, 2015 को सुरक्षा पर केंद्रीय मंत्रिमंडल समिति ने बोइंग से 37 सैन्य हेलीकाप्टरों की खरीद को मंजूरी दी थी। एक हफ्ते बाद 29 सितंबर, 2015 को 37 सैन्य हेलीकाप्टरों की खरीद के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।

फरवरी 2020 में नए हेलीकॉप्टर सौदे पर हस्ताक्षर किये गये

फरवरी 2020 में अमेरिका के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान, भारतीय नौसेना के लिए 24 एमएच -60 रोमियो सीहॉक हेलीकॉप्टर (लॉकहीड मार्टिन की सहायक कंपनी-सिकोरस्की एयरक्राफ्ट द्वारा निर्मित) और 6 AH-64E अपाचे मिलिट्री हेलिकॉप्टर की खरीद के लिए 3 बिलियन अमरीकी डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।


मनीला स्थित एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने 2017 में पेरिस स्थित अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) के साथ अपने 3 साल के ज्ञापन समझौते (MoU) को नवीनीकृत करने के लिए हस्ताक्षर किए हैं।

2017 के MoU

क्षेत्रीय विकास बैंक-एडीबी ने विकासशील सदस्य देशों में अग्रिम स्वच्छ ऊर्जा विकास को बढ़ावा देने के लिए मार्च 2017 में अंतर्राष्ट्रीय संगठन-आईईए के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एडीबी के तहत विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में ऊर्जा के स्थायी रूपों के विकास को अवरुद्ध करने वाले महत्वपूर्ण अनुभव और ज्ञान अंतराल को दूर करना था।

नवीनीकृत एमओयू

3 वर्षों की अवधि के लिए हस्ताक्षर किए गए 2020 के समझौता ज्ञापन पर एडीबी के तहत विकासशील देशों में स्थायी ऊर्जा क्षेत्र में लचीलापन विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह जमीनी जुड़ाव, प्रौद्योगिकी, क्षमता निर्माण आदि से डेटा का विश्लेषण करके ज्ञान और ऊर्जा क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के माध्यम से प्राप्त किया जाएगा।

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी

नवंबर 1974 में अपने सदस्य देशों के लिए ऊर्जा के स्थायी और नवीकरणीय रूपों के लिए नीति सलाहकार के रूप में कार्य करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय उर्जा एजेंसी की स्थापना की गयी थी। ओईसीडी- आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के सदस्य देश केवल अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के सदस्य बन सकते हैं।

7 OCED सदस्य देशों को छोड़कर शेष सभी OCED सदस्य अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के सदस्य हैं। भारत अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का एक सहयोगी सदस्य है।


भारतीय विनिर्माण कंपनी लॉयल टेक्सटाइल मिल्स ने 9 जुलाई, 2020 को दुनिया की पहली रीयूजेबल पीपीई किट लॉन्च की। रीयूजेबल पीपीई किटों के साथ, रीयूजेबल वस्त्र और शून्य वायरस पैठ के साथ फेस मास्क का भी लॉयल टेक्सटाइल मिल्स द्वारा अनावरण किया गया।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और स्विट्जरलैंड स्थित टेक्सटाइल इनोवेशन कंपनी- HeiQ Material AG के सहयोग से लॉयल टेक्सटाइल मिल्स द्वारा रीयूजेबल मास्क, वस्त्र और पीपीई किट लॉन्च किए गए।

3 उत्पाद लॉयल टेक्सटाइल मिल्स के ब्रांड ‘सुपर शील्ड’ के तहत बाजार में उपलब्ध होंगे।

रीयूजेबल मास्क, गारमेंट्स और पीपीई किट की ट्रिपल वायरल शील्ड प्रौद्योगिकी

  • रीयूजेबल मास्क, वस्त्र, और पीपीई किट, HeiQ Material AG की वायरोलॉक टेक्नोलॉजी के साथ बनाए गए हैं।

  • रीयूजेबल मास्क, वस्त्र, और पीपीई किट बनाने के लिए उपयोग किया जाने वाला फाइबर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का ‘आर एलान फाइबर’ था। आर एलान फाइबर बैक्टीरिया और वायरल विकास को रोकता है।

  • वायरल बैरियर पीयू फिल्म लैमिनेशन: रीयूजेबल मास्क और पीपीई किट में कपड़े वायरल बैरियर पीयू फिल्म लैमिनेशन के साथ इंजीनियर किये गये हैं, जिसे ताइवान से आयात किया गया है।

इसे कितनी बार पुनःउपयोग किया जा सकता है?

लॉयल टेक्सटाइल मिल्स के अनुसार, पुन: उपयोग के लिए वस्त्रों और मास्क को 25 बार तक धोया जा सकता है जबकि पुन: उपयोग के लिए पीपीई किट को 10 बार तक धोया जा सकता है।


19. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के CMD राजकिरण राय को मिला 2 साल का एक्सटेंशन

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक और CEO राजकिरण राय का कार्यकाल आंध्र बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के साथ चल रही इसकी विलय प्रक्रिया के मद्देनजर दो साल के लिए बढ़ा दिया गया है।

राय, जिनका कार्यकाल हाल ही में समाप्त हो गया है, अब 31 मई, 2022 तक सेवाए देंगे।

राय को 1 जुलाई, 2017 को 30 जून, 2020 तक 3 साल की अवधि के लिए यूनियन बैंक का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया था।

राय का कार्यकाल विलय की पूरी प्रक्रिया सही तरीके से करने के लिए बढ़ाया गया है। इस विलय के बाद बैंक अब भारत का पाँचवा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन गया है।

20. IOC को मिला वर्ष 2020 का ईयू ग्रीन बिल्डिंग लीडरशिप अवार्ड

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (nternational Olympic Committee-IOC) ने घोषणा की है कि लुसाने में स्थित उसके नए मुख्यालय को यूरोपीय 2020 यूएस ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (USGBC) लीडरशिप अवार्ड दिया गया है।

ओलंपिक हाउस, जिसके पास सबसे दुर्गम LEED प्लेटिनम प्रमाण भी है, दुनिया की सबसे मजबूत इमारतों में से एक है।

ओलिंपिक हाउस किसी भी LEED v4-certified नई निर्माण परियोजना के लिए अब तक सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाला पहला अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय होने के साथ-साथ स्विस सस्टेनेबल कंस्ट्रक्शन स्टैंडर्ड (SNBS) में अधिकतम (प्लेटिनम) लेवल प्राप्त करने वाला दूसरा भवन भी है।

USGBC द्वारा इस पुरस्कार की घोषणा की गई, इसे "दुनिया भर के क्षेत्रों में स्थायी, स्वस्थ और लचीला इमारतों, शहरों और समुदायों के विकास को आगे बढ़ाने वाले" लिए दिया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति मुख्यालय: लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड.

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष: थॉमस बाख.

21. JLL द्वारा जारी GRETI 2020 इंडेक्स में भारत को मिला 34 वां स्थान

जोन्स लैंग लासेल (Jones Lang LaSalle-JLL) द्वारा अपना द्विवार्षिक ग्लोबल रियल एस्टेट ट्रांसपेरेंसी इंडेक्स (Global Real Estate Transparency Index -GRETI) जारी किया गया है।

GRETI अचल संपत्ति बाजार पारदर्शिता का एक अनूठा बेंचमार्क है और विदेशी बाजारों में काम करने वाली कंपनियों के लिए एक जरुरी मार्गदर्शिका है।

इसमें 99 देशों और क्षेत्रों सहित 163 शहरों को कवर किया गया है।

ग्लोबल रियल एस्टेट ट्रांसपेरेंसी इंडेक्स (GRETI) 210 संकेतकों पर आधारित है जिसमें स्थिरता और लचीलापन, स्वास्थ्य और कल्याण, प्रॉपटेक और विकल्प पर अतिरिक्त डेटा शामिल हैं।

यहाँ सूचकांक में शीर्ष स्थान पाने वाले देशों की सूची दी गई है:-

Rank देश Score 1 यूनाइटेड किंगडम 1.31 2 संयुक्त राज्य अमेरिका 1.35 3 ऑस्ट्रेलिया 1.39 4 फ्रांस 1.44 5 कनाडा 1.51 6 न्यूजीलैंड 1.67 7 नीदरलैंड 1.67 8 आयरलैंड 1.83 9 स्वीडन 1.89 10 जर्मनी 1.93 34 भारत 2.69

22. मिस्र की स्क्वाश खिलाड़ी रानेम एल वेल्ली ने रिटायर्मेंट का किया ऐलान

मिस्र की 31 वर्षीय स्क्वैश खिलाड़ी रानेम एल वेल्ली (Raneem El Welily) ने संन्यास लेने की घोषणा है। वह विश्व में शीर्ष रैंकिंग पर काबिज रहने वाली महिला स्क्वाश खिलाड़ी थीं।

वे साल 2015 में शीर्ष रैंकिंग हासिल करने वाली स्क्वैश खिलाड़ी बनी थी, जिसके साथ ही वह किसी भी खेल में दुनिया की शीर्ष रैंकिंग पर पहुँचने वाली पहली अरब महिला बन गईं थी।

वह तीन बार की उपविजेता रही थी।

उन्होंने 2017 में अपनी पहली प्रोफेशनल स्क्वैश एसोसिएशन (PSA) विश्व चैम्पियनशिप जीती, और उसे 2018 में भी अपने नाम किया।


23. आइवरी कोस्ट के पीएम एमादू गोन कूलिबली का निधन

आइवरी कोस्ट के प्रधान मंत्री एमादू गोन कूलिबली (Amadou Gon Coulibaly) का निधन।

वह हाल ही में फ्रांस से इलाज कराके वापस लौटे थे।

उन्हें अक्टूबर के राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुफाउटिस्ट्स फॉर डेमोक्रेसी एंड पीस (RHDP) की सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में भी चुना गया था।

वे छह वर्षों तक राष्ट्रपति के महासचिव के रूप में सेवा देने के बाद, जनवरी 2017 में आइवरी कोस्ट के प्रधान मंत्री बने थे।

आइवरी कोस्ट के राष्ट्रपति: अलसेन औटारा (Alassane Ouattara) ; राजधानी: Yamoussoukro.

24. लीजेंड्री म्यूजिशियन चार्ली डेनियल का निधन

कंट्री म्यूजिक हॉल ऑफ फेम में शामिल संगीतकार चार्ली डेनियल का निधन।

वे कंट्री म्यूजिक और दक्षिणी रॉक आइकन थे, जिन्होंने “Long-Haired Country Boy,” “In America,” जैसे गीतों से दशकों तक प्रशंसकों का मनोरंजन किया, और साथ ही, इसमें उनकी सबसे प्रसिद्ध फिडल ट्यून “The Devil Went Down To Georgia", जिसके लिए उन्हें 1979 एकमात्र ग्रैमी अवार्ड से नवाजा गया था.

उन्हें 2016 में कंट्री म्यूजिक हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।

25. गोवा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुरेश अमोनकर का निधन

गोवा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुरेश अमोनकर का Covid-19 के कारण निधन।

वह दो बार 1999 और 2002 में गोवा विधानसभा से विधायक चुने गए थे, और 2000 में मनोहर पर्रिकर सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में मंत्री के रूप में कार्य किया।

वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गोवा इकाई के पूर्व अध्यक्ष भी रहे थे।

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